पहलगाम में आतंकियों ने हिंदुओं को चुन-चुनकर मारा
पहलगाम नरसंहार में 26 से ज्यादा निर्दोष लोगों की मौत हुई है। पर्यटकों का धर्म पूछकर गोली मारी गई। इसके पीछे पाकिस्तान का खूनी हाथ सामने आ रहा है। मंगलवार को ही पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा से जुड़े टीआरएफ ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। सूत्रों के अनुसार अब जो सूचना आ रही है, उसके मुताबिक इस कायराना हरकत में पाकिस्तानी मूल के चार से पांच आतंकी शामिल थे। स्थानीय लोगों ने भी आतंकियों की मदद की।
कश्मीर की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर आधारित है और आतंकी पर्यटकों में डर पैदा करना चाहते हैं जिससे कि कश्मीर की अर्थव्यवस्था ध्वस्त हो। पिछले कुछ वर्षों से भारतीय सेना ने आतंकियों की कमर तोड़ दी है। इससे भी वे बौखलाए हुए हैं। सूत्रों के अनुसार पहलगाम हमले में पाकिस्तानी आतंकी शामिल हैं। पाकिस्तान के आर्मी चीफ आसिम मुनीर ने भी 16 अप्रैल को जहरीला बयान दिया था कि कश्मीर पर पाकिस्तान का रुख स्पष्ट है। हम इसे नहीं भूलेंगे। मुनीर ने कश्मीर को गले की नस कहा था। पाकिस्तान वैश्विक स्तर पर कश्मीर को अनसुलझा मुद्दा दिखाने की कोशिश कर रहा है।
भारत पर हमला भी उस समय हुआ जब अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस परिवार सहित भारत दौरे पर हैं और पीएम मोदी सऊदी अरब की यात्रा पर थे। इसी तरह के हमले की साजिश वर्ष 2000 में पाकिस्तान ने उस समय भी रची थी जब अमेरिका के राष्ट्रपति बिल क्लिंटन भारत दौरे पर थे। उस समय चित्त सहपुरा में 36 निर्दोष सिखों की हत्या की गई थी।
इस बार भी शक की सुई पूरी तरह से पाकिस्तान की तरफ घूमी हुई है। जम्मू-कश्मीर में शांति और निष्पक्ष चुनाव से भी वह घबराया हुआ था। हालांकि पाकिस्तान ने इस हमले से पीछा छुड़ाने की कोशिश की है, लेकिन वह एक बार फिर बेनकाब होगा।
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पाकिस्तानी अधिकारियों ने आतंकियों को सीमा छोड़ने को कहा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत पर हमले के बाद पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों के बीच बैठकें चल रही हैं। सर्जिकल स्ट्राइक को देखते हुए भारतीय सीमा के पास आतंकियों को ट्रेनिंग कैंप छोड़ने को कहा गया है। पाकिस्तान के कई इलाकों में हाई अलर्ट जारी है। पहलगाम हमले के बाद भारतीय सीमा के नजदीक उड़ानों की गतिविधियां बढ़ने की बात भी सामने आई है।
पाकिस्तान के रावलकोट में रची गई साजिश
पाकिस्तान के रावलकोट से इस हमले के तार जुड़ते नजर आ रहे हैं। रावलकोट में तीन दिन पहले लश्कर ने एक सभा की थी। भारत में बीते महीने मार्च में मारे गए आतंकी हलीम की याद में बुलाई गई थी। इसमें लश्कर के कमांडर अबू मूसा ने धमकी दी थी कि कश्मीर में जिहाद जारी रहेगा। बंदूकें गरजेंगी और सिर काटे जाएंगे। अबू मूसा भारत में कई आतंकी हमलों में शामिल रहा है।
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