नूंह। तब्लीगी जमात की चर्चा कोरोना के समय खूब हुई थी। इसी तब्लीगी जमात का जलसा हरियाणा के नूंह में हुआ। आखिरी दिन सोमवार को यहां इजरायल का विरोध किया गया। कट्टरपंथी मुस्लिमों ने इजरायल के उत्पादों के बॉयकाट के बैनर लहराए गए।
इतना ही नहीं, बैनराें के माध्यम से अपील की गई कि अगर हम जिहाद के लिए नहीं जा सकते तो फिलिस्तीन को दुआ में जरूर याद रखना। जबकि इजरायल कह चुका है उसकी लड़ाई आतंकी संगठन हमास से है, न कि फिलिस्तीन से।
जलसा में कट्टरपंथी मुस्लिमों ने पंडाल के गेट पर सेव गाजा और इजराइली सामानों के बायकॉट के बैनर लहराते हुए फिलिस्तीन के खिलाफ इजरायल की कार्रवाई का विरोध किया। जमात प्रमुख मौलाना साद ने जलसा समाप्ति की घोषणा की।
जलसा में आए लोगों ने इजरायल की कार्रवाई का विरोध किया। बैनराें के माध्यम से अपील की गई कि अगर हम जिहाद के लिए नहीं जा सकते तो फिलिस्तीन को दुआ में जरूर याद रखना।
वहीं, जलसा समाप्ति की घोषणा के बाद दिल्ली-अलवर रोड पर लंबा जाम लगा। ढाई घंटे तक वाहन रेंग – रेंग कर चलते रहे। जलसे में लगभग पांच हजार वॉलंटियर रखे गए थे। जलसा क्षेत्र में पुलिस काे एंट्री नहीं दी गई। पुलिस ने बाहर से व्यवस्था को संभाला।
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