3 माह से ALH हेलीकॉप्टर ग्राउंडेड: सेना पर पड़ रहा असर, जानिए क्या है वजह
May 14, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

तीन महीने से ALH हेलीकॉप्टर ग्राउंडेड : सेना के मिशन पर पड़ रहा असर, जानिए क्या है वजह.?

भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना के सैकड़ों ALH ध्रुव हेलीकॉप्टर तीन महीने से ग्राउंडेड हैं। इससे मिशन और लॉजिस्टिक सपोर्ट पर असर पड़ा है। सेना ने राहत के लिए सिविल हेलीकॉप्टरों का सहारा लिया है।

by WEB DESK
Apr 20, 2025, 05:00 pm IST
in भारत, रक्षा
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

नई दिल्ली (हि.स.) । इस साल की शुरुआत से ही ध्रुव एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) को ‘ग्राउंडेड’ किए जाने से सैन्य अभियान प्रभावित हो रहे हैं।चीन और पाकिस्तान सीमा पर तैनात भारतीय सेनाएं अग्रिम क्षेत्रों में निगरानी, टोही, खोज और बचाव मिशनों के लिए बहु भूमिका वाले एएलएच पर बहुत अधिक निर्भर हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित भारतीय सेना है, जिसके पास 180 से ज्यादा एएलएच का बेड़ा है। इसके बाद काफी हद तक वायु सेना और नौसेना भी एएलएच को तीन माह से जमीन पर खड़ा किये जाने के कारण प्रभावित हो रही है।

भारतीय सशस्त्र बलों के पास करीब 350 ट्विन इंजन ‘ध्रुव’ एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर हैं, जिन्हें इस साल की शुरुआत से जमीन पर खड़ा कर दिया गया है, जिसकी वजह से सैन्य अभियान और तैयारियों पर बहुत बुरा असर पड़ा है। सबसे ज्यादा प्रभावित 11.5 लाख से ज्यादा जवानों वाली सेना है, जिसके पास 180 से ज्यादा एएलएच का बेड़ा है। इनमें ‘रुद्र’ नामक 60 हथियारबंद संस्करण भी शामिल हैं। भारतीय वायु सेना के पास 75 एएलएच हैं, जबकि नौसेना के पास 24 और तटरक्षक बल के पास 19 हैं। इन सभी हेलीकॉप्टरों को पिछले तीन महीनों से ‘ग्राउंडेड’ किए जाने से एएलएच पायलटों की उड़ान क्षमता खत्म हो रही है और उन्हें सिमुलेटर से काम चलाना पड़ रहा है।

दरअसल, 5 जनवरी को पोरबंदर में एक दुर्घटना में दो तटरक्षक पायलटों और एक एयर क्रू गोताखोर की मौत के बाद से सभी एएलएच को जमीन पर खड़ा कर दिया गया है, जबकि सशस्त्र बलों ने अगले 10-15 वर्षों में विभिन्न प्रकार के 1,000 से अधिक नए हेलीकॉप्टरों की जरूरत बताई है। इसमें 3.5 टन वर्ग के 484 लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर (एलयूएच) और 10-15 टन वर्ग के 419 भारतीय बहु-भूमिका हेलीकॉप्टर (आईएमआरएच) शामिल हैं। ये नए हेलीकॉप्टर 156 ‘प्रचंड’ हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टरों के अतिरिक्त हैं, जिसमें सेना के लिए 90 और भारतीय वायु सेना के लिए 66 हेलीकॉप्टर होंगे।

सेना के एक अधिकारी ने बताया कि उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं पर दूरदराज के उच्च ऊंचाई वाले चौकियों पर सैनिकों के परिवहन और रसद की आपूर्ति के लिए कुछ नागरिक हेलीकॉप्टरों को काम पर रखा गया है। सेना के उत्तरी और मध्य कमांड ने हेलीकॉप्टरों की भारी कमी के कारण पिछले साल नवंबर में सिविल हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल शुरू किया था। अगर ऐसा नहीं किया गया होता तो एएलएच के ‘ग्राउंडेड’ होने के बाद अग्रिम स्थानों पर तैनात सैनिकों को आपूर्ति करना बेहद मुश्किल हो जाता। अब तक इन सिविल हेलीकॉप्टरों ने कारगिल, गुरेज, किश्तवाड़, गढ़वाल और हिमाचल प्रदेश सेक्टरों में लगभग 900 टन पहुंचाने के लिए 1,500 घंटे से अधिक की उड़ान भरी है।

Topics: ध्रुव एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टरALH Dhruv GroundedIndian Army Helicopter NewsHAL Dhruv HelicopterRudra Helicopter IndiaIMRH Indian HelicopterCivil Helicopter Military UseIndian Air Force ALHMilitary Aviation India
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

No Content Available

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तानी जासूस नौमान इलाही गिरफ्तार : गार्ड की नौकरी कर भेज रहा था खुफिया जानकारी, इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट बरामद

बांग्लादेशियों पर भारत का एक्शन शुरू : जोधपुर से डिपोर्ट किए गए 148 बांग्लादेशी, जानिए कैसे आए पकड़ में..?

तस्लीमा नसरीन

Islamists करवा रहे तस्लीमा नसरीन की आवाज पर ऑनलाइन हमला: तस्लीमा ने की साथ की अपील

फर्जी आधार और मतदाता पत्र से देश की एकता और अखंडता से खिलवाड़

उत्तराखंड का दर्जी पाकिस्तान के लिए यहां कर रहा था जासूसी!

‘मोदी ने लौटाया मेरा सिंदूर’ : 21 दिनों बाद पाकिस्तान से वापस आया BSF जवान, पत्नी ने कहा- मोदी है तो मुमकिन है

भारत ने ग्लोबल टाइम्स और सिन्हुआ समाचार पर लगाया प्रतिबंध

भारत ने फर्जी खबरों पर कसा शिकंजा, ग्लोबल टाइम्स और शिन्हुआ के सोशल मीडिया अकाउंट्स किए ब्लॉक

Representational Image

जिन्ना के देश के आका Turkiye की जबरदस्त फजीहत; उत्पादों का बहिष्कार, उड़ानों पर पाबंदी, टिकट और होटल बुकिंग रद्द

Punjab Sukhbir Singh badal

‘मोदी एक मजबूत नेता साबित हुए हैं’ : ननकाना साहिब पर भारतीय हमले के पाकिस्तानी झूठ को हम नकारते हैं – सुखबीर बादल

उत्तराखंड : तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा गूंजा भारत माता की जय का उद्घोष, सीएम धामी ने लिया भाग

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies