पाकिस्तान में अहमदियों के भूखंड खरीदने पर रोक, देना होगा "पैगंबर" पर वचन
May 15, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

पाकिस्तान ने भूखंडों की नीलामी पर रखी अजीब शर्त, अहमदिया समुदाय के भाग लेने पर मनाही, कहा- पैगंबर पर देना होगा वचन

पाकिस्तान की मरियम नवाज सरकार ने भूखंड नीलामी में अहमदिया मुस्लिमों को शामिल होने से रोका। बोली लगाने वालों को ‘पैगंबर मोहम्मद को अंतिम पैगंबर’ मानने की शपथ लेनी होगी। अल्पसंख्यकों में रोष।

by सुनीता मिश्रा
Apr 18, 2025, 05:24 pm IST
in विश्व
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

पाकिस्तान ने भूखंडों की नीलामी पर अजीबोगरीब शर्त रखी है। इसके तहत नीलामी में अहमदिया अल्पसंख्यक भाग नहीं ले सकेंगे और जो भी इसमें भाग लेगें उन्हें पैगंबर मोहम्मद के ही अंतिम पैगंबर होने का वचन देना होगा। सरकार के इस कदम की अहमदिया समुदाय के एक संगठन ने कड़ी निंदा की है। दरअसल, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की मरियम नवाज सरकार ने गुरुवार (17 अप्रैल) को व्यावसायिक भूखंडों की नीलामी के लिए एक विज्ञापन जारी किया।

कई राष्ट्रीय दैनिकों में प्रकाशित विज्ञापन में प्रांत के झांग, चिनियट और चिनाब नगर क्षेत्रों में वाणिज्यिक भूखंडों की नीलामी के लिए जनता को आमंत्रित किया गया है, जिसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि “अहमदियों को नीलामी प्रक्रिया में भाग लेने की अनुमति नहीं है।”

इसके साथ ही विज्ञापनों में कहा गया है, “नीलामी में भाग लेने वालों को यह वचन देना होगा कि वे पैगंबर मोहम्मद के ही अंतिम पैगंबर होने में विश्वास रखते हैं। इसके अलावा, जो भी मुस्लिम भूखंड की बोली जीतने में सफल होते हैं, उन्हें भविष्य में अहमदियों को इसे बेचने की अनुमति नहीं होगी।”

अल्पसंख्यक समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था जमात-ए-अहमदिया पाकिस्तान (जेएपी) ने सरकार के भेदभावपूर्ण रवैये की कड़ी निंदा करते हुए कहा, “पंजाब हाउसिंग एंड टाउन प्लानिंग एजेंसी द्वारा अहमदिया लोगों को भूखंडों की नीलामी में भाग लेने से वंचित किया जा रहा है। यह स्पष्ट हो गया है कि पाकिस्तान में सरकारी स्तर पर उनके साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार जारी है।” संगठन ने यह भी कहा कि यह पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद 25 का उल्लंघन है।

बता दें कि मार्च 2025 में पंजाब प्रांत में अहमदिया समुदाय के 50 से अधिक सदस्यों पर जुमे की नमाज अदा करने पर ईशनिंदा कानून के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। एफआईआर में आरोप लगाया गया था कि अहमदिया समुदाय के लोग मुस्लिमों की तरह नमाज अदा कर रहे थे, वे खुद को मुस्लिम बता रहे थे। साथ ही अपने धर्म को इस्लाम के रूप में प्रचारित कर रहे थे।

कौन हैं अहमदिया मुस्लिम

यह तो सभी जानते हैं कि अहमदिया अल्पसंख्यक पाकिस्तान में हाशिए पर जी रहे हैं। पाकिस्तान में धारा 298 सी अहमदिया समुदाय को अपराधी बनाती है, जो खुद को मुस्लिम बताते हैं। साल 1974 में पाकिस्तान की संसद ने इस समुदाय को गैर-मुस्लिम घोषित कर दिया था। यह समुदाय खुद को मुस्लिम तो मानता है, लेकिन मोहम्मद साहब को आखिरी पैगंबर नहीं मानता। वहीं पूरी दुनिया में इस्लाम को मानने वाले लोग पैगंबर मोहम्मद को ही आखिरी पैगंबर मानते हैं।

मिर्जा गुलाम अहमद ने की अहमदिया समुदाय की शुरुआत

वर्ष 1889 में पंजाब के लुधियाना जिले के कादियान गांव में मिर्जा गुलाम अहमद ने अहमदिया समुदाय की शुरुआत की। मिर्जा गुलाम अहमद खुद को पैगंबर मोहम्‍मद का अनुयायी और अल्‍लाह की ओर से चुना गया मसीहा बताते थे। मिर्जा गुलाम अहमद ने इस्लाम के अंदर पुनरुत्थान की शुरुआत की थी। अहमदिया मुस्लिम गुलाम अहमद को पैगंबर मोहम्मद के बाद का एक और पैगंबर यानी आखिरी पैगंबर मानते हैं। यही वजह है कि अहमदिया मुस्लिम अन्य मुस्लिमों से अलग माने जाते हैं।

Topics: पाकिस्तान धार्मिक भेदभावPunjab auctionजमात ए अहमदियाminority discriminationपाकिस्तान भूखंड नीलामीपाकिस्तान मानवाधिकार उल्लंघनAhmadis in PakistanPakistan land auction newsमरियम नवाजAhmadiyya community discriminationपैगंबर मोहम्मदIslamic final prophet conditionAhmadiyya Communityअहमदिया अल्पसंख्यकपाकिस्तान ईशनिंदा कानूनपंजाब नीलामीअहमदिया मुस्लिमभेदभाव
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

प्रतीकात्मक चित्र

पाकिस्तान में पंजाब में लगभग 50 अहमदिया समुदाय के लोगों पर नमाज पढ़ने पर हुई एफआईआर

70 साल पुरानी मस्जिद पर चला बुलडोजर : पहले विदेश मंत्री ने कराया था इसका निर्माण, पाकिस्तानी मुस्लिमों ने मनाया जश्न

प्रतीकात्मक तस्वीर

मुस्लिमों की दौलत को विरासत में गैर मुस्लिम नातेदार नहीं ले सकते: लाहौर उच्च न्यायालय

FIR Register against Alt News founder Mohammad Zubair

मुस्लिमों को भड़काकर यति नरसिंहानंद के खिलाफ हिंसा भड़काना चाहता था ऑल्ट न्यूज वाला मोहम्मद जुबैर, केस दर्ज

Pakistan police killed a man in Blashphemy

पाकिस्तान की अदालत ने ईशनिंदा मामले में ईसाई महिला को मौत की सजा सुनाई

Pakistan court death sentence to a christian man for posting hateful content against islam

पाकिस्तान: अदालत ने इस्लाम के खिलाफ TikTok पर ‘हेटफुल’ कंटेंट पोस्ट करने के लिए ईसाई व्यक्ति को मौत की सजा सुनाई

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

प्रतीकात्मक तस्वीर

ऑपरेशन सिंदूर: प्रतीकों की पुकार, संकल्प की हुंकार

पंजाब में कानून व्यवस्था ध्वस्त : विदेशी छात्र की चाकुओं से गोदकर हत्या

ये साहब तो तस्कर निकले : पंजाब में महिला पुलिसकर्मी के बाद अब DSP गिरफ्तार, जेल से चलता था ड्रग्स का व्यापार

हल्द्वानी में तेजी से बदल रही डेमोग्राफी : गौलापार में बसी अवैध मुस्लिम बस्ती, प्रशासन ने की ध्वस्तीकरण की कार्रवाई

सड़कों से गौवंश उठाकर घर में काटता था मोहम्मद शादाब : पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार, 120KG गौमांस बरामद

उत्तराखंड के माणा गांव में शुरु हुआ पुष्कर कुंभ : दक्षिण भारत के श्रद्धालुओं का लगता है जमावड़ा, जानिए इसकी महिमा

उत्तराखंड : चारधाम यात्रा मार्ग पर प्रदूषण कम करने की तैयारी

‘Operation Sindoor’ : भारत का धर्म युद्ध

पाकिस्तान राफेल लड़ाकू विमान पायलट के अंतिम संस्कार का झूठा दावा

भारतीय वायुसेना के राफेल पायलट के अंतिम संस्कार की फर्जी तस्वीर वायरल, जानिए क्या है सच?

बंदरगाह का निरीक्षण करते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री पिनरई विजयन

व्यापार के खुले नए रास्ते

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies