रूस और यूक्रेन के बीच बीते चार साल से चल रहे युद्ध को समाप्त करने की कोशिश कर रहे अमेरिका ने सख्त रुख अपना लिया है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने ऐलान किया है कि अगर इस बार दोनों देशों के बीच समझौता नहीं होता है तो अमेरिका इस समझौते से बाहर हो जाएगा। रुबियो ने ये बातें फ्रांस के पेरिस में यूक्रेनी और यूरोपीय नेताओं से मुलाकात के बाद कहा।
द गॉर्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि वो रूस और यूक्रेन के बीच शांति स्थापित करने के मामले को कुछ और सप्ताह या महीने तक खींचने के लिए इंट्रेस्टेड नहीं है। ट्रंप की ओर से मार्को रुबियो कहते हैं कि अब बहुत जल्द ही इस मामले में जो भी तय करना है वो कुछ ही दिनों में आपको करना पड़ेगा। क्योंकि अगले कुछ हफ्तों में ये संभव भी नहीं हो पाए।
अमेरिका का कहना है कि अगर यूक्रेन इस मामले में अमेरिका की बात को मानता है तो अमेरिका इस समझौते में शामिल रहेगा, नहीं तो फिर दूसरी प्राथमिकताओं पर ध्यान देना उचित होगा।
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ट्रंप ने 24 घंटे में युद्ध समाप्त करने का किया था वादा
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने ये वादा किया था कि राष्ट्रपति बनने के बाद 24 घंटे के अंदर ही वे इस युद्ध को समाप्त करवा देंगे। हालांकि, उनके राष्ट्रपति बने हुए काफी समय बीत गया है, लेकिन वो अभी तक इस युद्ध को समाप्त नहीं करवा पाए हैं। ऐसे में अब ट्रंप हताशा में हैं। उल्लेखनीय है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पहले ही ये स्पष्ट कर चुके हैं कि वो आंशिक युद्धविराम नहीं चाहते हैं। अगर युद्धविराम हो तो पूर्ण विराम हो, अन्यथा युद्ध तो चल ही रहा है।
वहीं ट्रंप प्रशासन की बात करें तो बीते दिनों अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने यूक्रेन को तीन टुकड़ों में तोड़कर शांति स्थापित करने का सुझाव दिया था। जिसका यूक्रेन ने विरोध किया था।
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