असम के श्रीभूमि जिले में बिहू त्यौहार के बीच एक मंदिर में गोमांस फेंका गया। यह घटना सोमवार (15 अप्रैल) को नीलमबाजार के दत्ता गांव स्थित भैरव मंदिर परिसर की है। इस मामले में पुलिस ने फखरुद्दीन नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि मंदिर में गोमांस रखने के पीछे की वजह जानने के लिए उससे पूछताछ की जा रही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सबसे पहले मंदिर के आसपास रहने वाले लोगों ने परिसर में गोमांस के टुकड़े देखे, जिसके बाद उन्होंने तुरंत इसकी सूचना नीलमबाजार पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू की। पुलिस को घटनास्थल से एक आधार कार्ड और एक पैन कार्ड मिला, जिसके बाद फखरुद्दीन नाम के एक संदिग्ध को तुरंत गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों ने बताया कि घटना के पीछे का कारण और इससे संबंधित अन्य जानकारी जुटाने के लिए जांच अभी भी जारी है। वहीं, स्थानीय लोगों ने मंदिर को पानी से धोकर साफ किया। वे इस घटना से काफी आहत हैं।
बताया जा रहा है कि हिंदुओं के त्यौहार बिहू के बीच अशांति फैलाने के लिए कुछ बदमाशों द्वारा यह कृत्य किया गया है। पुलिस ने स्थानीय लोगों से जांच के दौरान शांति और सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने का अनुरोध किया है।
असम में गोमांस की बिक्री पर प्रतिबंध
बता दें कि असम सरकार ने गोमांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगा रखा है। इसके तहत असम के किसी भी रेस्टोरेंट, होटल, सार्वजनिक स्थल और समारोह में गोमांस नहीं परोसा जाता है। वहीं, रिपोर्ट्स के मुताबिक, रमजान के दौरान असम के बारपेटा जिले के बाघमारा इलाके में कुछ लोगों पर गोमांस के नाम पर घोड़े का मांस बेचने का आरोप लगा था, जिसके बाद बाजार से पुलिस ने तीन लोगों को पकड़ा था। इसके साथ ही पुलिस ने मारने के लिए लाए गए छह घोड़ों को भी छुड़ा लिया था।
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