पश्चिम बंगाल

वक्फ कानून के विरोध के नाम पर हिंसा की इजाजत दे रही ममता सरकार, अमित मालवीय ने लगाया आरोप

अमित मालवीय ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में मुर्शिदाबाद जिले के अल्पसंख्यक बहुल शमशेरगंज इलाके की तस्वीर साझा की, जिसमें एक हिन्दू महिला अपनी जली हुई दुकान के सामने रोती नजर आ रही है।

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WEB DESK

कोलकाता, (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल प्रमुख और पश्चिम बंगाल के प्रभारी अमित मालवीय ने वक्फ (संशोधन) कानून के विरोध की आड़ में राज्य में हो रही हिंसा को लेकर ममता बनर्जी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार जानबूझकर राज्य के विभिन्न इलाकों में हो रही हिंसा को नजरअंदाज कर रही है और वोटबैंक की राजनीति के लिए राज्य को जलने दे रही है।

अमित मालवीय ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में मुर्शिदाबाद जिले के अल्पसंख्यक बहुल शमशेरगंज इलाके की तस्वीर साझा की, जिसमें एक हिन्दू महिला अपनी जली हुई दुकान के सामने रोती नजर आ रही है। वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान उपद्रवियों ने इस महिला की दुकान जला दी थी।

मालवीय ने लिखा, “इस हिंदू महिला का क्या दोष था? उसका वक्फ से क्या संबंध था? उसकी रोजी-रोटी क्यों राख कर दी गई, ममता बनर्जी? और राज्य पुलिस कहां थी? अगर अब भी आपको लगता है कि यह हिंसा सिर्फ एक विधेयक को लेकर है, तो आप खुद को भ्रमित कर रहे हैं।”

मुर्शिदाबाद जिले के जंगीपुर, शमशेरगंज, सुती और निमतीता जैसे इलाकों में पिछले कुछ दिनों से वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसक घटनाएं हो रही हैं। हालांकि राज्य पुलिस का दावा है कि हालात अब सामान्य हैं लेकिन मालवीय ने इन दावों को सिरे से खारिज किया। उन्होंने कहा, “पश्चिम बंगाल सरकार भले ही सामान्य स्थिति का दावा करे, लेकिन सच्चाई यह है कि कई इलाके अब भी विस्फोटक स्थिति में हैं।”

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