बंगाल में रक्तरंजित होती रामनवमी : क्या इस बार हिंसा सुरक्षा के हैं इंतजाम..?
July 19, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

बंगाल में रक्तरंजित होती रामनवमी : क्या इस बार हिंसा सुरक्षा के हैं इंतजाम..?

रामनवमी से पहले बंगाल में सांप्रदायिक तनाव, राज्य सरकार ने संवेदनशील इलाकों में कड़ी सुरक्षा की तैनाती की। कोलकाता से मुर्शिदाबाद तक हाईअलर्ट, जानें क्या है पूरा मामला..

by WEB DESK
Apr 5, 2025, 04:00 pm IST
in भारत, पश्चिम बंगाल
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

कोलकाता (हि.स.) । भारत के बहुसंख्यक हिंदू समुदाय के आराध्य भगवान राम को समर्पित रामनवमी का त्यौहार बंगाल में इस बार भी धूमधाम से मनाया जाएगा। हालांकि त्यौहार के दौरान राजनीतिक और साम्प्रदायिक तनाव की आशंका बनी हुई है। अगले साल यानि 2026 में पश्चिम बंगाल में चुनाव होने हैं, इसलिए इस बार की रामनवमी बेहद खास होने वाली है। बीते कुछ वर्षों के अनुभवों को देखते हुए राज्य सरकार से लेकर केंद्रीय एजेंसियां तक पूरी सतर्कता बरत रही हैं। खासतौर पर मालदा के मोथाबाड़ी इलाके में माहौल तनावपूर्ण है, जहां पिछले महीने के अंत में हिंदू समुदाय पर अल्पसंख्यकों ने जमकर हमले किए, आगजनी की और पुलिस पर हिंसा करने वालों के संरक्षण के आरोप लगे हैं।

पिछले दशक में बंगाल में रामनवमी का त्यौहार धार्मिक उत्सव के साथ-साथ राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन का जरिया भी बनता रहा है। साथी कई बार राजनीतिक और साम्प्रदायिक टकराव का कारण भी बन चुका है। साल 2017 में पहली बार राज्य में बड़े पैमाने पर रामनवमी रैलियों का आयोजन किया गया।

यह भी पढ़े- बंगाल : रामनवमी शोभायात्रा को लेकर क्या-क्या लगाई गई रोक, जानिये क्या हैं निर्देश

इसके अगले दिन कोलकाता के पोर्ट इलाके में, जहां मुस्लिम आबादी अधिक है, तनाव फैल गया। आरोप है की शोभायात्रा में शामिल लोगों पर अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्र में छतों से हमले किए गए। यहां तक कि पेट्रोल बम भी फेंका गया।

वर्ष 2018 में रामनवमी के दौरान आसनसोल में हिंसा भड़क उठी। इसमें एक इमाम के बेटे की जान चली गई थी। उस समय बीजेपी सांसद रहे बाबुल सुप्रियो पर हिंसा भड़काने के आरोप लगे थे। राज्य भर में चार लोगों की मौत हुई थी और हिंदू संगठनों ने जुलूसों पर पथराव के आरोप लगाए थे।

बाबुल सुप्रियो फिलहाल तृणमूल कांग्रेस में है और राज्य के मंत्री हैंं। वर्ष 2023 में रामनवमी के दौरान बंगाल के हावड़ा जिले के शिबपुर इलाके में भी भीड़ ने दुकानों और गाड़ियों पर हमला किया था। मीडिया और पुलिसकर्मियों पर भी पथराव किया गया था। उसी साल मुर्शिदाबाद जिले के रेजीनगर में रामनवमी जुलूस पर हमले की खबर आई थी, जहां देसी बम फेंकने और दुकानों में तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आईं।

इसके अलावा हुगली जिले के रिषड़ा, मालदा और नदिया में भी हिंसा का माहौल रहा था। इस दौरान कई गाड़ियां फूंकी गईं और दंगों जैसी स्थिति बन गई थी। दालखोला शहर में भी जुलूस के दौरान हिंसा भड़क गई थी, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे। वहीं 2024 में, मुर्शिदाबाद जिले के शक्तिपुर इलाके में रामनवमी के जुलूस पर पत्थरबाजी और बमबाज़ी की घटनाएं सामने आई थीं। हालात बिगड़ने पर प्रशासन को पूरे इलाके में धारा 144 लागू करनी पड़ी थी।

यह भी पढ़े- रामनवमी से पहले मालदा में हिंदुओं पर हमला : कट्टरपंथियों ने चुन-चुन कर हिन्दू संपत्तियों को पहुंचाया नुकसान

इस बार तनाव के संकेत इस साल भी रामनवमी (6 अप्रैल) से पहले माहौल में तल्खी देखी जा रही है। मालदा जिले के मोथाबाड़ी क्षेत्र में एक मस्जिद के पास से जुलूस गुजरने पर साम्प्रदायिक तनाव फैल गया। इसके बाद बीजेपी नेता और विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने मोथाबाड़ी जाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें अनुमति नहीं दी। शुभेंदु अधिकारी ने इसके खिलाफ कलकत्ता उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है।

इसी तरह बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार को भी मोथाबाड़ी जाने की इजाजत नहीं दी गई। पुलिस ने 29 मार्च को बयान जारी कर सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे भड़काऊ संदेशों को नजरअंदाज करने की अपील की थी और चेतावनी दी थी कि उपद्रव करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।

विहिप के बड़े आयोजन

इस बार विश्व हिंदू परिषद ने बंगाल भर में दो हजार से ज्यादा रैलियां, 200 झांकियां और पांच हजार से अधिक स्थानों पर ‘श्रीराम महोत्सव’ आयोजित करने का ऐलान किया है।

विहिप के दक्षिण बंगाल सचिव चंद्रनाथ दास ने शनिवार हिन्दुस्थान समाचार से कहा, “हम इस बार रामनवमी को पहले से कहीं अधिक भव्यता से मनाने की तैयारी कर रहे हैं। पुलिस से बातचीत जारी है, लेकिन हमें लगता है कि पुलिस पर्याप्त सुरक्षा नहीं दे पाएगी। ऐसे में अपनी सुरक्षा का जिम्मा हमें खुद उठाना होगा।”

यह भी पढ़े- HC से सरकार को फटकार, पूछा- दुर्गा पूजा में झगड़ा हो तो क्या पूजा बंद होती है?

वहीं, उत्तर बंगाल विहिप सचिव लक्ष्मण बंसल ने कहा कि सिलीगुड़ी में 156 झांकियां निकाली जाएंगी, जिनमें परिवारिक मूल्यों, सामाजिक एकता, महिला सशक्तिकरण और बिरसा मुंडा जैसे प्रेरणास्रोतों को दर्शाया जाएगा।

प्रशासन की तैयारियां रामनवमी को शांतिपूर्ण बनाने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने व्यापक सुरक्षा योजना तैयार की है। राज्य के संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को विशेष रूप से मजबूत किया गया है। राज्य सरकार ने 29 वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को विभिन्न जिलों और पुलिस कमिश्नरेट क्षेत्रों में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात किया है।

इन अधिकारियों को दस संवेदनशील क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई है, जिनमें हावड़ा, बैरकपुर, चंदननगर, मालदा, इस्लामपुर, आसनसोल-दुर्गापुर, सिलीगुड़ी, हावड़ा ग्रामीण, मुर्शिदाबाद और कूचबिहार शामिल हैं। कोलकाता में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगभग तीन हजार पुलिसकर्मियों को सड़कों पर तैनात किया जाएगा।

शहर के मुख्य चौराहों, जुलूस मार्गों और संवेदनशील इलाकों में पुलिस पिकेटिंग की जा रही है। ड्रोन कैमरों से निगरानी की जाएगी और ऊंची इमारतों से सादी वर्दी में तैनात अधिकारी जुलूसों पर नजर रखेंगे। मुख्य जुलूसों के अलावा छोटे जुलूसों में भी पुलिस एस्कॉर्ट्स को तैनात किया जाएगा, जिनके पास बॉडी कैमरा होगा ताकि हर गतिविधि की रिकॉर्डिंग हो सके।

 

Topics: Ram NavamiRam Navami Procession Attackविश्व हिंदू परिषदममता बनर्जी BJP विवादWest Bengalविहिप रामनवमी रैलीvhpKolkata Ram Navami Securityकोलकाताबंगाल चुनाव 2026मालदासाम्प्रदायिक तनावरामनवमी पश्चिम बंगालRam Navami Bengal 2025पश्चिम बंगालशुभेंदु अधिकारी मोथाबाड़ीरामनवमीबंगाल सांप्रदायिक हिंसा
Share1TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के साथ श्री आलोक कुमार और अन्य कार्यकर्ता

राजस्थान के हर शहर-कस्बे में कन्वर्जन विरोधी कानून की मांग

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के साथ विश्व हिंदू परिषद का प्रतिनिधिमंडल

कन्वर्जन पर विश्व हिंदू परिषद ने जताई चिंता, कहा- देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा, बने कठोर कानून

इस्लाम ने हिन्दू छात्रा को बेरहमी से पीटा : गला दबाया और जमीन पर कई बार पटका, फिर वीडियो बनवाकर किया वायरल

सफाई अभियान चलाते स्वयंसेवक

रथ यात्रा में सेवा

पश्चिम बंगाल: प्रिंसिपल ने हिंदू छात्रों को स्कूल में तुलसी की माला पहनकर आने से रोका, दबाव के बाद मांगी माफी

उपचुनाव में आये परिणाम का विश्लेषण

उपचुनावों में भाजपा के पक्ष में नयी लहर

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Bangladeshi Abdul lived in Bhopal As Neha kinnar

भोपाल में बांग्लादेशी अब्दुल का खुलासा, नेहा किन्नर बनकर बनाए फर्जी दस्तावेज

Ahmedabad Plane crash FIP

Ahmedabad Plane crash: फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स ने रॉयटर्स और WSJ को भेजा कानूनी नोटिस

Germany deported 81 Afghan

जर्मनी की तालिबान के साथ निर्वासन डील: 81 अफगान काबुल भेजे गए

ज्ञान सभा 2025 : विकसित भारत हेतु शिक्षा पर राष्ट्रीय सम्मेलन, केरल के कालड़ी में होगा आयोजन

सीबी गंज थाना

बरेली: खेत को बना दिया कब्रिस्तान, जुम्मा शाह ने बिना अनुमति दफनाया नाती का शव, जमीन के मालिक ने की थाने में शिकायत

प्रतीकात्मक चित्र

छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में छह नक्सली ढेर

पन्हाला दुर्ग

‘छत्रपति’ की दुर्ग धरोहर : सशक्त स्वराज्य के छ सशक्त शिल्पकार

जहां कोई न पहुंचे, वहां पहुंचेगा ‘INS निस्तार’ : जहाज नहीं, समंदर में चलती-फिरती रेस्क्यू यूनिवर्सिटी

जमानत मिलते ही करने लगा तस्करी : अमृतसर में पाकिस्तानी हथियार तस्करी मॉड्यूल का पर्दाफाश

Pahalgam terror attack

घुसपैठियों पर जारी रहेगी कार्रवाई, बंगाल में गरजे PM मोदी, बोले- TMC सरकार में अस्पताल तक महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies