नई दिल्ली । पश्चिम बंगाल में उन्मादियों द्वारा हिन्दुओं पर हमले के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। अभी बीते दिनों (26 मार्च) पश्चिम बंगाल के मालदा जिले रामनवमी से पहले उन्मादियों ने जमकर आतंक फैलाया था। वहीं अब अमित मालवीय ने पश्चिम बंगाल का और वीडियो साझा करते हुए बताया कि एक प्रतिष्ठित भागवत कथावाचक श्री हिरण्मय गोस्वामी महाराज को घेरकर धारदार हथियार से जानलेवा हमला किया, उनके गले में फंदा डालकर, उनकी शिखा और जटाओं को जबरन काट दिया।
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भाजपा के आईटी प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर इस घटना का वीडियो साझा करते लिखा- “मैं पश्चिम मेदिनीपुर जिले के धरमपुर गांव में पूज्य भागवत वाचक श्री हिरण्मय गोस्वामी महाराज पर हुए जघन्य हमले की कड़ी निंदा करता हूं। उनके गले में फंदा डालकर, धारदार हथियार से उन पर जानलेवा हमला किया गया और उनके पवित्र जटाओं को जबरन काट दिया गया”।
अमित मालवीय ने घटना के पीछे के कारण को बताते हुए लिखा- “एक भागवत वाचन के दौरान, ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस से जुड़े कुछ लोगों ने मांग की थी कि “भारत माता की जय”, “हिंदू सनातन धर्म की जय”, “गौ माता की जय” और “जय श्री राम” जैसे नारे नहीं लगाए जाने चाहिए। जिसका हिरण्मय गोस्वामी जी ने पालन करने से इनकार कर दिया”। इसके बाद उन पर यह जानलेवा हमला हुआ।
I strongly condemn the heinous attack on the revered Bhagavat reciter, Shri Hiranmoy Goswami Maharaj, in Dharampur village, Paschim Medinipur district. He was subjected to a life-threatening assault, with a noose tied around his neck, brutally attacked with a sharp weapon, and… pic.twitter.com/pEbaXjzQch
— Amit Malviya (@amitmalviya) April 1, 2025
अमित मालवीय ने इस घटना को टीएमसी की वोट बैंक की राजनीति से प्रेरित प्रतिशोध की कार्रवाई बताते हुए कहा- बंगाल में हिंदू धार्मिक स्वतंत्रता के लिए जगह खतरनाक दर से कम होती जा रही है”।
बता दें कि इससे पहले 26 मार्च को पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के मोथाबारी में रामनवमी से पहले कट्टरपंथियों द्वारा हिंदुओं पर हमले की घटना सामने आई है। कट्टरपंथियों ने चुन-चुन कर हिन्दुओं की दुकानों मकानों और वाहनों को निशाना बनाया था। जिसके बाद पुलिस ने 34 लोगों को गिरफ्तार भी किया था। वहीं इस मामले में संज्ञान लेते हुए कोलकाता हाई कोर्ट ने स्टेट पुलिस को तीन अप्रैल पर हिंसा के मामले में कार्रवाई की फुल डिटेल्स देने का आदेश भी दिया।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में रामनवमी की शोभायात्रा में हिंसक झड़प की कई खबरें सामने आई थीं, जिसमें कई लोग घायल हो गए थे। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले दागने पड़े थे। घटना का वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें रामनवमी के मौके पर निकाले जा रहे जुलूस पर लोग अपनी छतों से पथराव करते हुए दिखाई दिए थे।
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