मस्जिद मुस्लिम समुदाय का इबादत स्थल है। लेकिन फिर भी कुछ लोग मुस्लिमों को सड़कों पर आकर नमाज पढ़ने के लिए उकसा रहे हैं। इससे लोगों को खासी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ता है। बावजूद इसके एक बार फिर ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के कुछ नेता हैं जो कि दिल्ली की सड़कों पर ईद की नमाज पढ़ने के लिए धमकियां देने पर उतर आए हैं। इसी में से एक हैं शोएब जमई, जो कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं। उन्होंने धमकी भरे अंदाज में कहा है कि ये संभल या मेरठ नहीं दिल्ली है। सड़क पर नमाज पढ़ी जाएगी।
क्या है पूरा मामला
मामला कुछ यूं है कि सड़कों पर नमाज पढ़े जाने के मुद्दे को लेकर शकूरबस्ती से भाजपा के विधायक करनैल सिंह ने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर को एक पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने पुलिस प्रशासन से कहा है कि सार्वजनिक स्थानों जैसे सड़कों पर नमाज पढ़े जाने से यातायात प्रभावित होता है, जिस कारण से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसलिए इस पर रोक लगाई जाए।
इसी तरह का पत्र दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट ने भी दिल्ली पुलिस कमिश्नर को लिखा है और उन्होंने ने भी यही मांग की है। वो दिल्ली के मुस्तफाबाद से भाजपा के विधायक हैं।
कांवड़ यात्रा का जिक्र कर जमई ने चेताया
इस बीच इस मामले में AIMIM के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष शोएब जमई ने सड़क पर नमाज पढ़े जाने के मुद्दे को जस्टिफाई करने के लिए साल में एक बार होने वाले पवित्र कांवड़ यात्रा की तुलना नमाज से की। जमई ने कहा कि ये संभल या मेरठ नहीं हैं। ये दिल्ली है, हम सबकी दिल्ली। अगर हमारे मस्जिदों में जगह कम हो गई तो सड़कों पर भी नमाज पढ़ेंगे। घरों और छतों पर भी पढ़ेंगे नमाज।
जमई ने कहा कि जब कांवड़ के लिए घंटों तक सड़कें रोकी जा सकती हैं, तो 15 मिनट के लिए भी रोकी जा सकती है। व्यवस्था संभालना पुलिस प्रशासन का काम है।
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