जिन्ना के देश की 'सुरक्षा' भरोसे लायक नहीं, अब China के अपने फौजी करेंगे CPEC की सुरक्षा
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

जिन्ना के देश की ‘सुरक्षा’ भरोसे लायक नहीं, अब China के अपने फौजी करेंगे CPEC की सुरक्षा

चीन की ओर से बताया गया है कि उसने पाकिस्तान में तीन निजी सुरक्षा कंपनियों को सीपैक परियोजना की सुरक्षा सौंपी है। इन सुरक्षाकर्मियों को वहां तैनात करने के लिए चीन ने पाकिस्तान पर दबाव डालकर मंजूरी प्राप्त की है

by Alok Goswami
Mar 27, 2025, 12:17 pm IST
in विश्व, विश्लेषण
Representational Image

Representational Image

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

जिन्ना का देश अपने आका के आगे लाचार ही रह सकता है। वह उसके हुक्म बजाने को मजबूर है। लेकिन यही जिन्ना का देश चीन के हितों को अपनी जमीन पर सुरक्षित रखने में नाकारा साबित हुआ है। चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) की सुरक्षा को लेकर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने खुद पाकिस्तान के नेताओं को बीजिंग बुलाकर खूब खरी—खोटी सुनाई है। लेकिन अब तक इस परियोजना पर काम करने वाले चीन के कई नागरिक विद्रोही गुटों के हमलों में मारे जा चुके हैं और हर हमले के बाद पाकिस्तान ने सुरक्षा पर और ध्यान देने का अपनार वादा खोखला साबित किया है। लेकिन खबर है कि अब चीन ने सुरक्षा का जिम्मा अपने हाथों में लेते हुए अपने ही सुरक्षा बल पाकिस्तान भेजकर वहां तैनात किए हैं। चीन की ओर से संकेत दिया गया है कि ऐसा इसलिए भी किया गया है क्योंकि इधर कुछ दिनों से पाकिस्तान में आतंकवादी हमलों में बढ़ोतरी देखी गई है। चीन ने पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर भरोसा न करते हुए आखिरकार अपने नागरिकों और परियोजनाओं की सुरक्षा निजी सुरक्षा कंपनियों को सौंपी है।

‘सीपैक’ चीन की महत्वाकांक्षी बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) का हिस्सा है, जो पाकिस्तान के बुनियादी ढांचे और ऊर्जा परियोजनाओं में भारी निवेश करता है। इस परियोजना का घोषित उद्देश्य चीन और पाकिस्तान के बीच आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना है। लेकिन इस परियोजना को शुरू से ही बलूचिस्तान और अन्य क्षेत्रों में सक्रिय आतंकवादी समूहों से खतरा रहा है। इन गुटों ने इसके विरुद्ध उग्र बयान भी जारी किए हैं और हिंसक आक्रमण किए हैं।

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पाकिस्तान के नेताओं को बीजिंग बुलाकर खूब खरी—खोटी सुनाई है।

पाकिस्तान में चीनी नागरिकों और CPEC परियोजनाओं पर कई बार हमले हुए हैं। बलूच लिबरेशन आर्मी तथा अन्य विद्रोही समूहों ने चीनी नागरिकों को निशाना बनाया है। हाल ही में बलूच विद्रोही गुट ने पाकिस्तानी सैन्य बस को बम से उड़ाकर कई सैनिकों को मार डाला था। इसके अलावा, आत्मघाती हमलों और बम विस्फोटों ने चीनी नागरिकों की सुरक्षा को और अधिक चुनौतीपूर्ण बना दिया है। सीपैक परियोजना पर हुए कुछ प्रमुख हमलों का उल्लेख करें तो अक्टूबर 2024 में कराची में एक आत्मघाती बम धमाके में चीनी कर्मचारियों को ले जा रहे काफिले को निशाना बनाया गया। इस हमले में दो चीनी इंजीनियर मारे गए और एक दर्जन लोग घायल हुए। प्रतिबंधित उग्रवादी समूह बलूच लिबरेशन आर्मी ने उस हमले की जिम्मेदारी ली थी। इसी तरह ग्वादर बंदरगाह पर 2023 में चीनी नागरिकों पर हमला हुआ था, जिसमें कई लोग घायल हुए। यह हमला भी बलूच विद्रोहियों ने किया था। उसी साल बलूचिस्तान में चीनी परियोजना पर काम कर रहे चीनी नागरिकों को निशाना बनाया गया। उस हमले में भी कई चीनी श्रमिक मारे गए थे।

चीन की ओर से बताया गया है कि उसने पाकिस्तान में तीन निजी सुरक्षा कंपनियों को
सीपैक परियोजना की सुरक्षा सौंपी है। ये हैं डेवी सिक्योंरिटी फ्रंटियर सर्विस ग्रुप, चाइना सिक्योरिटी ग्रुप और हुवाक्जिन जोंग्स्शान सिक्योरिटी सर्विस। इन कंपनियों ने चीनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए संयुक्त सुरक्षा व्यवस्था की है। इन सुरक्षाकर्मियों को वहां तैनात करने के लिए चीन ने पाकिस्तान पर दबाव डालकर मंजूरी प्राप्त की है।

उधर पाकिस्तान चीनी दबाव के चलते अपनी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए अतिरिक्त बजट आवंटित कर चुका है। इसके तहत, पाकिस्तानी सेना और नौसेना को सुरक्षा बढ़ाने के लिए पैसा दिया गया है। हालांकि, पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर चीन का भरोसा कम होता जा रहा है और यह मुद्दा दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा रहा है।

इसमें संदेह नहीं है कि चीन द्वारा पाकिस्तान में अपने सुरक्षा बलों की तैनाती एक महत्वपूर्ण कदम है, जो सीपैक परियोजनाओं की कथित सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। यह कदम पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर चीन के भरोसे की कमी को दर्शाता है। यह नया घटनाक्रम दोनों देशों के बीच आर्थिक और राजनीतिक संबंधों को प्रभावित कर सकता है। कुछ विशेषज्ञ अंदेशा जताते हैं कि चीन पाकिस्तान में धीरे धीरे अपने सैनिक भी भेजकर वहां तैनात करता जाएगा। अगर ऐसा हुआ तो यह भारत के लिए विशेष चिंता की बात होगी।

Topics: चीनbaluchistancpecसुरक्षाoakistanChinaprivate securityपाकिस्तान
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

ईरान से निकाले गए अफगान शरणा​र्थी   (फाइल चित्र)

‘मुस्लिम ब्रदरहुड’ के परखच्चे उड़ा रहे Iran-Pakistan, अफगानियों को देश छोड़ने का फरमान, परेशानी में ​Taliban

Operation Sindoor: बेनकाब हुआ चीन, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में ऐसे कर रहा था अपने दोस्त पाक की मदद

जनरल असीम मुनीर

जिन्ना के देश ने कारगिल में मरे अपने जिस जवान की लाश तक न ली, अब ‘मुल्ला’ मुनीर उसे बता रहा ‘वतनपरस्त’

बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा है कि 'यदि भारत और पाकिस्तान के बीच समग्र वार्ता होती है, तो पाकिस्तान लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख हाफिज सईद और जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर के प्रत्यर्पण का विरोध नहीं करेगा'

जिहादी हाफिज के बेटे तलहा ने Bilawal को बताया ‘नाम का मुसलमान’, बेनजीर पुत्र के विवादित बयान पर खिचीं तलवारें

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में नहीं गए

BRICS से गायब शी जिनपिंग, बीजिंग में राष्ट्रपति Xi Jinping के उत्तराधिकारी की खोज तेज, अटकलों का बाजार गर्म

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वालों 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

लालू प्रसाद यादव

चारा घोटाला: लालू यादव को झारखंड हाईकोर्ट से बड़ा झटका, सजा बढ़ाने की सीबीआई याचिका स्वीकार

कन्वर्जन कराकर इस्लामिक संगठनों में पैठ बना रहा था ‘मौलाना छांगुर’

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies