स्पेन में पिछले 5 वर्षों में 71.4% नौकरियां गईं बाहरी लोगों को?
May 8, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

स्पेन में पिछले 5 वर्षों में 71.4% नौकरियां गईं बाहरी लोगों को? लोगों में भड़का असंतोष

फाउंडेशन फॉर अप्लाइड इकनॉमिक्स स्टडीस द्वारा कराए गए एक अध्ययन के अनुसार वर्ष 2019 से 2024 के बीच जितनी भी नौकरियां पैदा हुईं उनमें से 71.4% नौकरियां बाहरी लोगों के हाथों में गई हैं।

by सोनाली मिश्रा
Mar 25, 2025, 11:11 am IST
in विश्व, विश्लेषण
Spain Job

प्रतीकात्मक तस्वीर

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

शरणार्थियों को लेकर यूरोप में आए दिन असंतोष के मामले सामने आ रहे हैं। अब एक और मामला सामने आया है और यह मामला स्पेन से आया है। स्पेन से नौकरी के संबंध में आँकड़े आए हैं। इन आंकड़ों में एक बहुत ही चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है और इसे लेकर अब स्पेन के स्थानीय नागरिकों में असंतोष पसरा हुआ है।

मीडिया में आई रिपोर्ट्स के अनुसार फाउंडेशन फॉर अप्लाइड इकनॉमिक्स स्टडीज द्वारा कराए गए एक अध्ययन के अनुसार वर्ष 2019 से 2024 के बीच जितनी भी नौकरियां पैदा हुईं उनमें से 71.4% नौकरियां बाहरी लोगों के हाथों में गई हैं।

ईआई डिबेट के साथ एक साक्षात्कार में इंडिटेक्स और बैंको सेंटेंडर में मानव संसाधन के पूर्व निदेशक जेसुएस वेगा ने कहा कि वे लोग वेटरों और राजमिस्त्रियों का आयात कर रहे हैं, जबकि डॉक्टरों और इंजीनियरों का निर्यात कर रहे हैं, जो एक बहुत दुखद घटना है क्योंकि वे लोग डॉक्टर्स और इंजीनियर्स पर बहुत पैसा खर्च करते हैं और वे लोग ऐसी प्रतिभाएं हैं, जिन पर देश का विकास निर्भर करता है!

infowars के अनुसार उन्होनें यह तर्क दिया कि स्पेन की जो श्रम नीतियाँ हैं, वे उन वेतनों को दूर कर रही हैं, जो वास्तव में देश के विकास में योगदान करते हैं।

"We're importing the skill-less third world and exporting the highly skilled 1st world".

71.4% of all new jobs in 5 years went to foreigners in Spain. 7 out of 10 openings snatched from the hands of actual Spaniards. pic.twitter.com/9CLCStWWok

— Dane (@UltraDane) March 22, 2025

यह भी पता चला है कि युवा कामकाजी लोगों की संख्या में कमी आ रही है और लगभग 50 वर्ष की उम्र वाले लोगों के लिए नौकरियां बढ़ रही हैं। युवा लोगों के हाथों से नौकरियां जा रही हैं, उनकी नौकरियों में कमी हो रही है। इसके साथ ही जो लोग बाहर से आ रहे हैं, वे छोटे-मोटे काम करते हैं, जिनके लिए ज्यादा पढ़ाई की जरूरत नहीं होती है। क्योंकि जो अधिकांश लोग बाहर से शरणार्थी आदि के रूप में आए हैं, उनकी शैक्षणिक योग्यताऐं स्पेन के नागरिकों की तुलना में कम होती है।

विशेषज्ञों का यह कहना है कि स्थानीय नागरिकों की तुलना में बाहरी लोगों को जो ज्यादा काम मिल रहा है तो युवा और अधिक उम्र के श्रमिक उस कार्य क्षेत्र से बाहर निकल रहे हैं। और इनमें से कुछ युवा तो स्पेन से पूरी ही तरह से बाहर चले गए हैं। राष्ट्रीय सांख्यिकी एवं जनगणना संस्थान (आईएनई) के प्रवासन बहिर्वाह डेटा से पता चलता है कि 2022 की पहली छमाही में 220,443 लोगों ने देश छोड़ दिया, जो 2013 के बाद से सबसे अधिक आंकड़ा है।

यह ट्रेंड लगभग हर यूरोपीय देश में है, जहां पर शरणार्थियों ने शरण ली हुई है। ऐसा माना जाता है कि ये लोग बहुत कम पैसों में काम करने के लिए तैयार हो जाते हैं और विदेशियों के आने से घर की कीमतों में बहुत वृद्धि होती है और स्थानीय युवाओं के लिए घर खरीदना कठिन होता जाता है।

इस रिपोर्ट को लेकर सोशल मीडिया पर एक बार फिर से बाहरी और स्थानीय जैसे मामलों पर बहस शुरू हो गई है।

Topics: शरणार्थीस्पेननौकरियांफाउंडेशन फॉर अप्लाइड इकनॉमिक्स स्टडीजरोजगारFoundation for Applied Economics Studiesemploymentjobseuropespainयूरोपrefugees
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

उत्तराखंड बना वेडिंग हब! : जहां हुआ शिव-पार्वती विवाह वहां पर संपन्न हुए 500+ विवाह, कई विदेशी जोड़ों पसंदीदा डेस्टिनेशन

कभी शरणार्थियों से परेशान रहा, कभी चलती थी गोलियां और अब मिट चुके ऐसे ‘इलाके’! डेनमार्क ने आखिर कैसे किया यह सब ?

Angela Markel

यूरोप में मुस्लिम शरणार्थियों के कारण जनसंख्या असंतुलन बढ़ा, लोग बोले-एंजेला मर्केल ने यूरोप को बर्बाद किया

Panchjanya Manthan Champat rai

राम मंदिर से अयोध्या की अर्थव्यवस्था में उछाल: चंपत राय बोले-हमने सरकार को 400 करोड़ का टैक्स दिया, रोजगार के अवसर बढ़े

ट्रंप और अपने बीच हुई तीखी बहस के बाद जेलेंस्की लंदन पहुंचे थे

क्या यूरोपीय संघ और अमेरिका में गहरी होगी दरार, या स्टार्मर, मैक्रों और जेलेंस्की की ट्रंप से बढ़ेगी रार?

जेलेंस्की, पुतिन और ट्रंप के बीच जारी इन प्रयासों और यूरोपीय देशों की चिंताओं के बीच से क्या मार्ग निकलेगा?

Ukraine-Russia युद्ध खत्म करेंगे Trump और Putin या Macron की अगुआई में यूरोपीय देश करेंगे फैसला?

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

‘आतंकी जनाजों में लहराते झंडे सब कुछ कह जाते हैं’ : पाकिस्तान फिर बेनकाब, भारत ने सबूत सहित बताया आतंकी गठजोड़ का सच

पाकिस्तान पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक : ओटीटी पर पाकिस्तानी फिल्में और वेब सीरीज बैन, नहीं दिखेगा आतंकी देश का कंटेंट

Brahmos Airospace Indian navy

अब लखनऊ ने निकलेगी ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल : 300 करोड़ की लागत से बनी यूनिट तैयार, सैन्य ताकत के लिए 11 मई अहम दिन

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

Live Press Briefing on Operation Sindoor by Ministry of External Affairs: ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस

ओटीटी पर पाकिस्तानी सीरीज बैन

OTT पर पाकिस्तानी कंटेंट पर स्ट्राइक, गाने- वेब सीरीज सब बैन

सुहाना ने इस्लाम त्याग हिंदू रीति-रिवाज से की शादी

घर वापसी: मुस्लिम लड़की ने इस्लाम त्याग अपनाया सनातन धर्म, शिवम संग लिए सात फेरे

‘ऑपरेशन सिंदूर से रचा नया इतिहास’ : राजनाथ सिंह ने कहा- भारतीय सेनाओं ने दिया अद्भुत शौर्य और पराक्रम का परिचय

उत्तराखंड : केन्द्रीय मंत्री गडकरी से मिले सीएम धामी, सड़कों के लिए बजट देने का किया आग्रह

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies