नाटो में दरार: यूरोपीय देश क्यों चाहते हैं अमेरिका को अलग करना?
May 28, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

नाटो में दरार: यूरोपीय देश क्यों चाहते हैं अमेरिका को अलग करना?

नाटो में अमेरिकी दादागीरी और ट्रंप की नीतियों से परेशान यूरोपीय देश ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी अब अमेरिका को संगठन से अलग करने की योजना बना रहे हैं। जानें कारण और डर।

by Kuldeep singh
Mar 21, 2025, 02:51 pm IST
in विश्व
NATO Alliance US

प्रतीकात्मक तस्वीर

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

नाटो की स्थापना रूस की आक्रामकता से निपटने के लिए अमेरिका और यूरोपीय देशों ने मिलकर की थी। लेकिन, अब नाटो में दरार पड़ती दिख रही है। अब ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी समेत बाकी के अन्य देश इस संभावना पर चर्चा कर रहे हैं कि किस प्रकार से अमेरिका को नाटो देशों से अलग किया जाए।

क्यों नाटो से अमेरिका को अलग करना चाहते हैं EU देश

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हुए तीन साल से ऊपर हो रहे हैं। इस युद्ध में यूक्रेन महाबली रूस के सामने अब तक केवल अमेरिकी हथियारों के बल पर ही टिक पाया है। लेकिन, बीते कुछ वक्त में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जिस प्रकार से यूरोपीय देशों को दरकिनार करके खुद ही रूस और यूक्रेन के बीच शांति स्थापित करने की कोशिश की है, उससे यूरोपीय देश, खासकर ब्रिटेन बहुत परेशान है। ईयू देशों को इस बात का डर सता रहा है कि ट्रंप उन्हें इस प्रकार से तो किनारे कर देंगे।

अमेरिकी दादागीरी से परेशान

रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि यूरोपीय देश नाटो में अमेरिकी दादागीरी से परेशान हैं। इसीलिए अब ये इस कोशिश में जुट गए हैं कि किसी प्रकार से अमेरिका को नाटो संगठन से बाहर रखा जाए। रिपोर्ट के अनुसार, यूरोपीय देश अपनी इस योजना को इसी साल जून में हेग में होने वाली नाटो की वार्षिक शिखर सम्मेलन से पहले अमेरिका के समक्ष प्रस्तुत करने की तैयारी है।

क्या है डर

ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी समेत अन्य यूरोपीय देशों के नेतृत्व में नाटो देशों को असुरक्षा की भावना सता रही है। इन्हें लगता है कि कहीं डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में अमेरिका इन देशों की रक्षा की अपनी प्रतिबद्धता से मुकर न जाए। या फिर कहीं पूरी तरह से अलग न हो जाए। इसीलिए, अधिकारियों का मानना है कि अब यूरोप अमेरिकी सहायता के बिना ही आगे बढ़ने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए एक अनाम अधिकारी ने कहा कि नाटो में खर्च को बढ़ाना ही एक मात्र रास्ता है।

अमेरिका पर निर्भरता को कम करते हुए आर्थिक बोझ को साझा करना और अमेरिका निर्भरता से ध्यान हटाना ही एकमात्र रास्ता है। लेकिन, अधिकारियों का ये भी मानना है कि यह इतना बड़ा काम है कि कई लोग इसके पैमाने से ही परेशान हैं।

क्या है इस परेशानी का कारण

यूरोपीय देशों की परेशानी का सबसे बड़ा कारण ये है कि ट्रंप ने नाटो सदस्यों से एक मांग की है कि रक्षा व्यय को 5 फीसदी तक बढ़ाया जाना चाहिए। अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने यूरोपीय देशों को दो टूक सुना दिया है कि अमेरिका अब से सहयोगियों की असंतुलित संबंध को अब और बर्दाश्त नहीं करेगा।

Topics: American bullyingFranceरक्षा व्ययamericadefense expenditurenatodonald trumpब्रिटेनडोनाल्ड ट्रंपरूस-यूक्रेन युद्धनाटोअमेरिकायूरोपीय देशbritainEuropean countriesRussia-Ukraine warअमेरिकी दादागीरीफ्रांस
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

‘देशों को लड़वाओ, अपने हथियार बेचो, ये है अमेरिका की चाल’, जिन्ना के देश के रक्षा मंत्री का अमेरिका पर गंभीर आरोप

चीन की महत्वाकांक्षा एक वैश्विक महाशक्ति बनने की है

कम्युनिस्ट ड्रैगन कर रहा दुनिया भर में जासूसी, ताजा रिपोर्ट से खुलासा हुआ China के सबसे बड़े गुप्तचर तंत्र का

Donald trump Syril Ramafosa South Africa

श्वेत किसानों के नरसंहार का मुद्दा उठा दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा से भिड़े ट्रंप

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (दाएं) ने बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस को संभवत: उनका कद याद दिलाया

मैक्रों से अलग से बैठक की यूनुस की मंशा पर फिरा पानी, France के राष्ट्रपति ने नहीं दिया मिलने का वक्त

IRGC terrorist organisation

क्या ईरान का इस्लामिक रिवोल्युशनरी गार्ड कॉर्प्स आतंकी संगठन है? क्यों ब्रिटेन में साथ आए 550 सांसद

Lashkar terrorist appointed in Washington

व्हाइट हाउस में लश्कर के संदिग्ध आतंकी की नियुक्ति, बनाया गया बोर्ड सदस्य

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

वीर सावरकर

वीर सावरकर : हिंदुत्व के तेज, तप और त्याग की प्रतिमूर्ति

आज़हरुल इस्लाम

बांग्लादेश में आजाद घूमेगा 1000 से अधिक हत्या करने का आरोपी, जमात नेता आज़हरुल इस्लाम की सजा रद

मुख्य आयोजन स्थल

उत्तराखंड : 21 जून को भराड़ीसैंण में होगा योग दिवस का मुख्य आयोजन, सीएम के साथ 10 देशों के राजदूत होंगे शामिल

विजय पुनम

ओडिशा में नक्सलियों को बड़ा झटका : रायगडा में कुख्यात विजय ने किया आत्मसमर्पण

Representational Image

बांग्लादेशियों संग न करना शादी, जानिए चीन ने क्यों जारी की चीनियों के लिए ऐसी एडवाइजरी

पाकिस्तानी फाैज द्वारा बलूचिस्तान से जबरन गायब किए गए लोगों के परिजन­

हवाई घोषणा नहीं, पूर्ण स्वतंत्रता लक्ष्य

मोहम्मद अली जिन्ना के साथ मोहम्मद अमीर अहमद खान

शिक्षाविद् का मुखौटा, विचार जहरीले

terrorist tadwas house blew up by the the forces

Amritsar Blast: विस्फोट में मरने वाला आतंकी था, डीआईजी सतिंदर सिंह ने की पुष्टि

AMCA project Approves by defence ministry

रक्षा मंत्रालय ने AMCA को दी मंजूरी: पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान परियोजना को मिलेगी गति

Ghaziabad constable Saurabh murder case

गाजियाबाद में कॉन्स्टेबल सौरभ की हत्या के मामले में कादिर समेत अब तक 15 आरोपी गिरफ्तार

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies