छावा फिल्म और औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए हो रहे विरोध के बीच हजारों की तादात में कट्टरपंथी इस्लामवादियों ने 17 मार्च की रात को नागपुर में दंगा किया। इस दंगे का मास्टरमाइंड है माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी का शहर अध्यक्ष फहीम खान। उसको लेकर पुलिस ने नया खुलासा किया है कि फहीम खान के संबंध सैयद आसिम अली से थे, जो कि उत्तर प्रदेश के कमलेश तिवारी हत्याकांड का मास्टरमाइंड था। उसे इस मामले में गिरफ्तार भी किया गया था।
NIA कर सकती है जांच
नागपुर दंगे के मामले में मास्टरमाइंड फहीम खान के कमलेश तिवारी हत्याकांड से तार जुड़ने के बाद इस बात की संभावना बढ़ गई है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) इस मामले की जांच में एंट्री कर सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि कमलेश तिवारी मर्डर केस की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी ही कर रही है।
सैयद आसिम अली भी फहीम की तरह ही माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी का पदाधिकारी है और वो केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के खिलाफ चुनाव भी लड़ चुका है।
औरंगजेब को आदर्श मानता है अली
सैयद असीम अली के बारे में रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि कमलेश तिवारी हत्याकांड में शामिल आरोपी अली दुर्दांत मुगल आक्रांता औरंगजेब को अपना आदर्श मानता है। पैगंबर मुहम्मद पर टिप्पणी के मामले में कमलेश तिवारी की जीभ काटने वाले को इनाम देने का ऐलान उसने किया था। उसके बाद तिवारी की हत्या कर दी गई। उसे सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल ही जमानत दी थी। अब नागपुर हिंसा के मास्टरमाइंड के तार सैयद आसिम अली से जुड़ गए हैं।
गिरफ्तार हो चुका है फहीम खान
नागपुर दंगों के मास्टरमाइंड फहीम खान समेत अन्य को गिरफ्तार किया जा चुका है। उसकी पुलिस रिमांड आज खत्म हो रही है। फहीम समेत 6 लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है। अब तक सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म फेसबुक, एक्स और यू-ट्यूब से करीब 230 पोस्ट की पहचान की गई है। इस मामले में 50 आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और कुल 4 एफआईआर दर्ज की गई हैं। शहर के 11 स्थानों पर लगाए गये कर्फ्यू में से छह स्थानों पर गुरुवार को आंशिक ढील दी गई है।
साइबर सेल के पुलिस उपायुक्त लोहित मतानी ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि नागपुर में फिर से हिंसा भड़काने के लिए बेहद खतरनाक और भड़काऊ पोस्ट प्रसारित करने के आरोप में फहीम खान सहित 6 लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है। डीसीपी मतानी ने बताया कि दंगों के बाद फेसबुक, एक्स और यू-ट्यूब से दोनों तरफ प्रसारित 50 फीसदी पोस्ट हटा दी गईं।
पोस्ट और वीडियो हटाने के लिए व्हाट्सएप और गूगल को पत्र लिखा गया है। बतौर मतानी फहीम खान ने अपना मोबाइल फोन गणेशपेठ पुलिस को दे दिया है। हम उसका मोबाइल फोन जब्त कर उसकी जांच करेंगे। इस मामले में बीएनएस की धारा 192, 196, 353 1(बी), 353 1(सी) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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