पाकिस्तान की सेना पर ऐलान-ए-जिहाद!
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

जिन्ना के ‘जिहादी देश’ की सेना पर ऐलान-ए-जिहाद! TTP ने जनता और फौजियों से भी ‘जिहाद’ में शामिल होने को कहा

टीटीपी का घोषित उद्देश्य पाकिस्तान की निर्वाचित सरकार को उखाड़ फेंकना है ताकि इस्लामी कानून या शरिया की अपनी व्याख्या के आधार पर इस्लामी अमीरात की स्थापना की जा सके

by Alok Goswami
Mar 20, 2025, 12:34 pm IST
in विश्व, विश्लेषण
Representational Image

Representational Image

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

जिन्ना के इस्लामी देश में घट रहे घटनाक्रमों पर नजर डालें तो एक अजीब सी तस्वीर उभरती है। राजनीति—सामाजिक—आर्थिक क्षरण के साथ ही, वहां जिन जिहादी टोलियों को बढ़ावा दिया जाता रहा है, जिनके नेताओं को सरकारी संरक्षण दिया जाता रहा है, उन्हीं में से एक अब उस देश की नाक में दम करने का प्रण कर चुका है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान या टीटीपी के प्रमुख सरगना नूर वली महसूद का एक वीडियो सामने आया है जिसमें उसने पाकिस्तानी सेना के विरुद्ध मोर्चा खोलने की बात कही है। इसे नाम दिया गया है ‘ऑपरेशन अल-खांदक’। करीब दो साल बाद साझा किए अपने इस ताजा वीडियो में वह पाकिस्तान की जनता से अपील करता दिख रहा है कि पाकिस्तान की फौज के खिलाफ जिहाद छेड़ें। उसने आरोप लगाया है कि बलूचों और पश्तूनों को फौज हिंसा का निशाना बना रही है, उनके कुदरती संसाधनों का दोहन कर रही है।

टीटीपी के प्रमुख सरगना नूर वली महसूद ने पाकिस्तानी सेना के विरुद्ध मोर्चा खोलने की बात कही

टीटीपी द्वारा पाकिस्तान की फौज के विरुद्ध जिहाद के आह्वान तथा आम जनता और सैनिकों से भी इससे जुड़ने की अपील करना दिखाता है कि जिन्ना के देश के सामने चुनौती गंभीर है। यह घटनाक्रम पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा के लिए ही नहीं, यह क्षेत्रीय स्थिरता के लिए भी एक बड़े खतरे के तौर पर देखा जा रहा है।

टीटीपी के इस ‘ऑपरेशन अल-खंदक’ नामक ‘जिहाद’ के तहत, टीटीपी ने फौज पर कई आरोप लगाए हैं, जिसमें बलूचों और पश्तूनों को हिंसा का शिकार बनाए जाने का आरोप सबसे गंभीर है। इसके अलावा टीटीपी ने कहा है कि फौज ने मस्जिद हक्कानिया पर बम धमाके करके मजहबी आलिमों की हत्या की है। इसमें संदेह नहीं है कि टीटीपी के बढ़ते हमलों और जनता को जिहाद में शामिल होने के लिए उकसाने से पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा पर बड़ा संकट खड़ा होने वाला है। खैबर पख्तूनख्वा जैसे इलाकों में टीटीपी का प्रभाव बढ़ता दिख रहा है। यह सरकार के लिए अगल सिरदर्द बना हुआ है।

दूसरी तरफ, अफगानिस्तान के साथ पाकिस्तान के संबंध और खराब होते दिखे हैं। टीटीपी के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के तहत पाकिस्तान द्वारा अफगान सीमा पर किए गए हमलों ने संबंधों में और खटास पैदा की है। सीमा पर अस्थिरता उस पाकिस्तान को भारी पड़ सकती है जिसकी आर्थिक स्थिति पहले से डावांडोल है। ऐसे में टीटीपी के हमलों और सेना के जवाबी अभियानों से देश की आर्थिक स्थिति गर्त में जा सकती है।

Representational Image

दरअसल, तहरीक-ए तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) को हल्के में नहीं लिया जा सकता है। वह अनेक उग्रवादी समूहों का एक गठबंधन है, जो 2007 में पाकिस्तान के जनजातीय क्षेत्रों में अल-कायदा आतंकवादियों के खिलाफ पाकिस्तान सैन्य अभियानों के बाद, साथ आया था। अब मर चुके बैतुल्लाह महसूद के नेतृत्व में टीटीपी की जड़ें अफगानिस्तान/पाकिस्तान सीमा पर सबसे गहरी होती गईं। कुछ अनुमान बताते हैं कि टीटीपी में 30 से 35,000 तक जिहादी हैं।

टीटीपी का घोषित उद्देश्य पाकिस्तान की निर्वाचित सरकार को उखाड़ फेंकना है ताकि इस्लामी कानून या शरिया की अपनी व्याख्या के आधार पर इस्लामी अमीरात की स्थापना की जा सके। इस उद्देश्य से, टीटीपी ने पाकिस्तानी सेना पर सीधे हमला करके और राजनेताओं की हत्या करके पाकिस्तान को अस्थिर करने का काम किया है।

एक अनुमान के अनुसार, टीटीपी में 30 से 35,000 तक जिहादी हैं

टीटीपी के हमलों में, जिसमें कई आत्मघाती बम विस्फोट शामिल हैं। इसने पाकिस्तान के रक्षा बलों, कानून प्रवर्तन कर्मियों और नागरिकों की हत्याएं की हैं। टीटीपी के तत्कालीन सरगना बैतुल्लाह महसूद ने सार्वजनिक रूप से 30 मार्च 2009 को लाहौर में एक पुलिस अकादमी पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें हमलावरों ने पुलिस भर्ती की निहत्थे भीड़ पर स्वचालित मशीनगनों से गोलीबारी की थी। तब आठ लोग मारे गए थे और 100 अन्य घायल हुए थे। सितंबर 2009 में दक्षिण वजीरिस्तान में अल-कायदा से जुड़े समूहों (विशेष रूप से इस्लामिक मूवमेंट ऑफ उज्बेकिस्तान और इस्लामिक जिहाद ग्रुप) के खिलाफ पाकिस्तान के सैन्य अभियानों के बाद, टीटीपी ने कई हाई प्रोफाइल आत्मघाती हमलों की जिम्मेदारी ली थी।

इसी प्रकार टीटीपी ने अक्तूबर 2009 में इस्लामाबाद में विश्व खाद्य कार्यक्रम मुख्यालय पर आत्मघाती हमले और जुलाई 2010 में एक हमले की जिम्मेदारी भी ली थी, जिसमें 50 से अधिक लोग मारे गए थे। इसके बाद से टीटीपी लगातार बम विस्फोटों और आतंकवादी कृत्यों में सैकड़ों सैनिकों और नागरिकों की जान ले चुका है। इसलिए पाकिस्तान की सत्ता जानती है कि टीटीपी की चुनौती कितनी गंभीर है। इस्लामाबाद का यह भी मानना है कि टीटीपी को अफगानिस्तानी तालिबान से हर प्रकार की सहायता मिल रही है। तालिबान से संबंधों में आई खटास के पीछे यह भी एक बड़ा कारण माना जाता है।

Topics: terrorttpतालिबानbaluchपाकिस्तानटीटीपीPakistanpak armyshahbaz sharifterrorist groupafghanistantalibanअफगानिस्तानjihad
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Representational Image

महिलाओं पर Taliban के अत्याचार अब बर्दाश्त से बाहर, ICC ने जारी किए वारंट, शीर्ष कमांडर अखुंदजदा पर भी शिकंजा

ईरान से निकाले गए अफगान शरणा​र्थी   (फाइल चित्र)

‘मुस्लिम ब्रदरहुड’ के परखच्चे उड़ा रहे Iran-Pakistan, अफगानियों को देश छोड़ने का फरमान, परेशानी में ​Taliban

जनरल असीम मुनीर

जिन्ना के देश ने कारगिल में मरे अपने जिस जवान की लाश तक न ली, अब ‘मुल्ला’ मुनीर उसे बता रहा ‘वतनपरस्त’

बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा है कि 'यदि भारत और पाकिस्तान के बीच समग्र वार्ता होती है, तो पाकिस्तान लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख हाफिज सईद और जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर के प्रत्यर्पण का विरोध नहीं करेगा'

जिहादी हाफिज के बेटे तलहा ने Bilawal को बताया ‘नाम का मुसलमान’, बेनजीर पुत्र के विवादित बयान पर खिचीं तलवारें

DU के सिलेबस में बदलाव

DU के सिलेबस में बदलाव: अब पढ़ाया जाएगा सिखों की शहादत, हटाए गए इस्लाम-चीन-पाक चैप्टर

Micrsoft Shuts its business in Pakistan

पाकिस्तान के लिए आर्थिक झटका: माइक्रोसॉफ्ट ने 25 साल बाद बंद किया अपना कार्यालय

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

उत्तराखंड में बुजुर्गों को मिलेगा न्याय और सम्मान, सीएम धामी ने सभी DM को कहा- ‘तुरंत करें समस्यों का समाधान’

विश्लेषण : दलाई लामा की उत्तराधिकार योजना और इसका भारत पर प्रभाव

उत्तराखंड : सील पड़े स्लाटर हाउस को खोलने के लिए प्रशासन पर दबाव

पंजाब में ISI-रिंदा की आतंकी साजिश नाकाम, बॉर्डर से दो AK-47 राइफलें व ग्रेनेड बरामद

बस्तर में पहली बार इतनी संख्या में लोगों ने घर वापसी की है।

जानिए क्यों है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गुरु ‘भगवा ध्वज’

बच्चों में अस्थमा बढ़ा सकते हैं ऊनी कंबल, अध्ययन में खुलासा

हमले में मारी गई एक युवती के शव को लगभग नग्न करके गाड़ी में पीछे डालकर गाजा में जिस प्रकार प्रदर्शित किया जा रहा था और जिस प्रकार वहां के इस्लामवादी उस शव पर थूक रहे थे, उसने दुनिया को जिहादियों की पाशविकता की एक झलक मात्र दिखाई थी  (File Photo)

‘7 अक्तूबर को इस्राएली महिलाओं के शवों तक से बलात्कार किया इस्लामी हमासियों ने’, ‘द टाइम्स’ की हैरान करने वाली रिपोर्ट

राजस्थान में भारतीय वायुसेना का Jaguar फाइटर प्लेन क्रैश

डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

किशनगंज में घुसपैठियों की बड़ी संख्या- डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

गंभीरा पुल बीच में से टूटा

45 साल पुराना गंभीरा ब्रिज टूटने पर 9 की मौत, 6 को बचाया गया

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies