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बांग्लादेश में हिन्दुओं पर अत्याचार: हिन्दू युवती का अपहरण कर इस्लाम में किया कन्वर्ट, मदरसे में रखा

बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार का एक लंबा इतिहास रहा है। इसी माह ठाकुरगांव जिले में एक औलियापुर यूनियन की रहने वाली नाबालिग के साथ पेशे से शिक्षक इस्लामिस्ट मुहम्मद मुजम्मिल ने स्कूल के अंदर बलात्कार किया था।

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Kuldeep singh

बांग्लादेश में मुहम्मद यूनुस की अगुवाई वाली सरकार की शह पर इस्लामिक कट्टरपंथी पूरी तरह से बेखौफ बने हुए हैं। हालात ये है कि हर दिन वहां हिन्दुओं के खिलाफ अपराध हो रहे हैं। जब पीड़ित इसके खिलाफ आवाज उठाने की कोशिश करता है तो प्रशासन की तरफ से भी उसे सहयोग नहीं मिलता है। इसकी एक बानगी प्रस्तुत करती है ठाकुरगांव की घटना। जहां श्राबनी सेन नाम की हिन्दू युवती का अपहरण कट्टरपंथियों ने कर लिया। बाद में उससे जबरन इस्लाम कबूल करवाया गया।

एक्स हैंडल हिन्दू वॉयस की रिपोर्ट के अनुसार, 17 वर्षीय श्राबनी के अपहरण के बाद उसके पिता ने बेटी को बचाने के लिए ठाकुरगांव सदर पुलिस स्टेशन पहुंचे। वहां उन्होंने शिकायत दर्ज कराई। लेकिन, पुलिस उनकी बेटी को बरामद नहीं कर सकी। बाद में पता चलता है कि नाबालिग युवती का जबरन धर्म परिवर्तन करवा के उसे मुसलमान बना दिया गया है। ये भी दावा किया गया उसे ढाका के एक मदरसे में रखा गया है। इसके साथ ही हैंडल ने पीड़िता की इमेज और थाने में लिखे गए आवेदन की कॉपी को भी शेयर किया है।

पहले भी हुई हैं ऐसी वारदातें

बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार का एक लंबा इतिहास रहा है। इसी माह ठाकुरगांव जिले में एक औलियापुर यूनियन की रहने वाली नाबालिग के साथ पेशे से शिक्षक इस्लामिस्ट मुहम्मद मुजम्मिल ने स्कूल के अंदर बलात्कार किया था। इस मामले में शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने रेपिस्ट मुजम्मिल हक को गिरफ्तार कर लिया। इसी तरह से इसी माह शेरपुर जिले के नलिताबाड़ी पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले नन्नीबाजार गांव की रहने वाली विवाहित हिन्दू महिला सुकिया रानी दावा का मुस्लिम कट्टरपंथियों ने कन्वर्जन करवा दिया। सुकिया रानी के कन्वर्जन का प्रमाण पत्र भी सामने आया था।

शेख हसीना के तख्तापलट के बाद से हिन्दुओं पर बढ़े हमले

ऐसा नहीं है कि बांग्लादेश में शेख हसीना वाजेद के सत्ता में रहते हिन्दुओं पर अत्याचार नहीं हुए, लेकिन 5 अगस्त 2024 को बांग्लादेश की सत्ता से उनके बेदखल होने के बाद वहां बीएनपी की अगुवाई में इस्लामिस्ट सरकार आई। मुहम्मद यूनुस इस सरकार के मुख्य सलाहकार बने। लेकिन, उनके आते ही कट्टरपंथी जमात ए इस्लामी समेत अन्य इस्लामवादियों ने अल्पसंख्यकों पर हमले तेज कर दिए। जब हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ इस्कॉन संत चिन्मय कृष्ण दास ने आवाज उठाई तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। उन पर झूठे देशद्रोह का केस दर्ज किया गया है।

बांग्लादेश में हर दिन इस्लामिक कट्टरपंथी चुन-चुनकर हिन्दुओं के घरों, मंदिरों को निशाना बनाते हैं। हिन्दू लड़कियों के साथ बलात्कार, इस्लामिक कन्वर्जन और हत्याएं तो आम बात सी हो गई हैं। बावजूद इसके मुहम्मद यूनुस इसे नॉर्मल बता रहे हैं।

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