प्रतीकात्मक तस्वीर
इडली! दक्षिण भारत का बहुत ही लोकप्रिय खाद्य पदार्थ है, जो कि स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत ही पौष्टक होने के साथ ही जल्द ही पच भी जाता है। इससे शरीर को इंस्टैंट एनर्जी मिलती है। लेकिन, एक रिपोर्ट ने इस पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कुछ चौंकाने वाली रिपोर्ट्स सामने आई हैं, जिनमें ये निष्कर्ष निकला है कि कुछ इडली ऐसी भी हैं, जिनसे कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। पर कैसे? आइए समझते हैं।
केरल कौमुदी की रिपोर्ट के अनुसार, ये घटना कर्नाटक की है। एक रिपोर्ट ने स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को बढ़ा दिया है। इसके बाद कर्नाटक के स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई की है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इडली बनाने वाली दुकानों की जांच की। उस दौरान रिपोर्ट्स से ये पता चला कि 52 होटलों में इडली बनाने के लिए पॉलीथिन शीट का इस्तेमाल किया जा रहा था। स्वास्थ्य विभाग ने वहां से करीब 500 सैंपल इकट्ठे किए।
इन सैपलों की जांच के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम को इन इडली में, जिन्हें बनाने में पॉलीथिन शीट का इस्तेमाल किया जा रहा था, उसमें 35 प्रकार के हानिकारक रसायन मिले। ये केमिकल कैंसर के लिए जिम्मेदार हैं। इस घटना पर अब राज्य के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव का कहना है कि उनकी सरकार विचार कर रही है कि भोजन तैयार करने के दौरान प्लास्टिक के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने के लिए।
इडली से कैंसर होने को लेकर रिपोर्ट्स में दावा किया जाता है कि होटलों और सड़कों के किनारे लगने वाले ठेलों में पहले सूती के कपड़े का इस्तेमाल भाप देने के लिए किया जाता था। लेकिन बीते कुछ वक्त से सूती कपड़े की जगह प्लास्टिक शीट का इस्तेमाल किया जाने लगा है। ये जो प्लास्टिक का इस्तेमाल इडली पकाने के लिए किया जाता है, गर्मी के संपर्क में आते ही इसके माइक्रो प्लास्टिक्स टूट कर अलग हो जाते हैं और हानिकारक केमिकल छोड़ते हैं। इसी के कारण कैंसर होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
उल्लेखनीय है कि ये हाल केवल इडली का नहीं है, प्लॉस्टिक की थैली में चाय पैक करना, प्लास्टिक में गर्म भोजन पैक करना या इस प्रकार के दूसरे तरीकों से भी कैंसर का खतरा काफी बढ़ गया है।
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