महाकुंभ 2025: भारतीय संस्कृति, भव्यता और विश्वस्तरीय आयोजन की नई मिसाल- अवनीश कुमार अवस्थी महाकुंभ 2025: भारतीयों में आध्यात्मिक जागृति की नई लहर
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत उत्तर प्रदेश

महाकुंभ 2025: भारतीय संस्कृति, भव्यता और विश्वस्तरीय आयोजन की नई मिसाल- अवनीश कुमार अवस्थी

कुंभ से प्रत्येक भारती के मन में एक अनोखी जागृति आई है। यह जागृति सबसे उत्कृष्ट और आध्यात्मिक शक्ति से परे है।

by Mahak Singh
Mar 12, 2025, 07:11 pm IST
in उत्तर प्रदेश
अवनीश कुमार अवस्थी

अवनीश कुमार अवस्थी

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

उत्तर प्रदेश के लखनऊ में महाकुंभ पर आयोजित पाञ्चजन्य और ऑर्गनाइजर के ‘मंथन’ कार्यक्रम में अवनीश कुमार अवस्थी जी ने सफलता के सिपाही पर अपने विचार साझा किए।

कुंभ के संबंध में, मैं आपको कुछ पंक्तियां पढ़कर सुनाना चाहता हूं जो माननीय मुख्यमंत्री ने सदन में पढ़ीं और किसी ने लिखकर दिया था और मैं आपको बताना चाहता हूं कि कुंभ की उपलब्धियां क्या हैं। महाकुंभ मेला 2025 के महत्वपूर्ण बिंदु हैं। कुंभ से प्रत्येक भारती के मन में एक अनोखी जागृति आई है। यह जागृति सबसे उत्कृष्ट और आध्यात्मिक शक्ति से परे है। जिन्होंने यह लिखा उन्होंने कहाकि वे 2001 से कुंभ में भाग ले रहे हैं, लेकिन कुंभ 2025 का जो स्वरूप और भव्यता है, वह दुनिया में कहीं नहीं देखी गई। मेले में कई विचारधाराओं के लोगों ने भाग लिया है और इससे लाभान्वित हुए हैं। मेरा पहला बिंदु यह है कि महाकुंभ का आयोजन करके माननीय प्रधानमंत्री जी ने 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य दिया है, जो उस लक्ष्य की प्राप्ति में एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है, जब हम पूरी दुनिया को दिखा सकते हैं कि इतना बड़ा आयोजन कहीं भी, किसी भी देश में पहले कभी नहीं हुआ है। दूसरी बात जो मैं कहना चाहूंगा वो ये कि इतना बड़ा मैनेजमेंट क्लास जो आयोजित किया गया है वो पूरी दुनिया में कभी आयोजित नहीं किया गया होगा, जहां इतने सारे लोगों को तैनात किया गया और इतने सारे लोगों की व्यवस्था की गई। मैंने 1989 में पहले कुंभ में भाग लिया था जब मैं वहां एसडीएम सदर था। 89 के कुंभ में हम लोग घोड़ों पर निकलते थे और व्यवस्थाएं बहुत सीमित होती थीं। उसके बाद दो कुंभ में हमने बिजली की व्यवस्था की। मैं कह सकता हूं कि 2019 का कुंभ बहुत महत्वपूर्ण था जब पहली बार माननीय मुख्यमंत्री जी ने इलाहाबाद का नाम प्रयाग करने की घोषणा की तो हम वहां मौजूद थे। आपने कार्यक्रम का नाम मंथन रखा है जो बहुत उपयुक्त है क्योंकि आपने आज लोगों को कुंभ में हुए मंथन के बारे में सोचने के लिए बुलाया है, और आपने भगवान शिव के त्रिशूल का भी उपयोग किया है, इसलिए कुंभ केवल प्रयाग में नहीं हुआ, काशी धाम में भी कुंभ हुआ, अयोध्या में भी कुंभ हुआ। आस्ट्रेलिया से एक फोटोग्राफर आये थे और उन्होंने मुझे बताया कि हमने कुंभ को इतना साफ कभी नहीं देखा था। महाकुंभ में भारतीय संस्कृति की झलक देखने को मिली, पूरे विश्व में किसी भी कार्यक्रम में इतना भोजन नहीं बना होगा जितना एक दिन में महाकुंभ में पकाया गया और उसे बड़े प्रेम से लोगों को परोसा गया।

Topics: कुंभ मेला में विविधताभारतीय संस्कृतिअयोध्या कुंभपाञ्चजन्यकुंभ का भव्य स्वरूपकाशीकुंभ में अंतरराष्ट्रीय योगदानMahakumbh 2025भारतीय परंपराएं और आध्यात्मिक शक्तिप्रयागकुंभ मेला सफाई और व्यवस्थासफलता के सिपाहीमहाकुंभ में बड़ा भोजन प्रबंधकुंभ की उपलब्धियांआध्यात्मिक जागृतिप्रधानमंत्री का 2047 तक विकसित भारत लक्ष्यकुंभ आयोजन और प्रबंधन
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Ganga Water label rises in Kashi

वाराणसी में गंगा का जलस्तर 11 फीट बढ़ा, मणिकर्णिका और रत्नेश्वर महादेव मंदिर जलमग्न

Yoga RSS

international yoga day 2025: योग सिंधु में संघ की जलधारा

Yoga ki Lokpriyta

सिर चढ़कर बोल रही योग की लोकप्रियता: वैश्विक मंच पर भारत की गौरवशाली उपलब्धि

Uttarakhand Yoga Pushkar Singh dhami

देहरादून: मुख्यमंत्री आवास में योगाभ्यास, सीएम धामी ने की योग को दिनचर्या में शामिल करने की अपील

भील समुदाय महाराणा प्रताप का अनन्य सहयोगी रहा

हल्दीघाटी युद्ध विजय@450 वर्ष : मेवाड़ के राणा सबके महाराणा

इंदौर में लव जिहाद का मामला सामने आया है

इंदौर पर गड़ी ‘जिहादी नजर’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

“एक आंदोलन जो छात्र नहीं, राष्ट्र निर्माण करता है”

‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक से सुप्रीम कोर्ट का इंकार, हाईकोर्ट ने दिया ‘स्पेशल स्क्रीनिंग’ का आदेश

उत्तराखंड में बुजुर्गों को मिलेगा न्याय और सम्मान, सीएम धामी ने सभी DM को कहा- ‘तुरंत करें समस्याओं का समाधान’

दलाई लामा की उत्तराधिकार योजना और इसका भारत पर प्रभाव

उत्तराखंड : सील पड़े स्लाटर हाउस को खोलने के लिए प्रशासन पर दबाव

पंजाब में ISI-रिंदा की आतंकी साजिश नाकाम, बॉर्डर से दो AK-47 राइफलें व ग्रेनेड बरामद

बस्तर में पहली बार इतनी संख्या में लोगों ने घर वापसी की है।

जानिए क्यों है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गुरु ‘भगवा ध्वज’

बच्चों में अस्थमा बढ़ा सकते हैं ऊनी कंबल, अध्ययन में खुलासा

हमले में मारी गई एक युवती के शव को लगभग नग्न करके गाड़ी में पीछे डालकर गाजा में जिस प्रकार प्रदर्शित किया जा रहा था और जिस प्रकार वहां के इस्लामवादी उस शव पर थूक रहे थे, उसने दुनिया को जिहादियों की पाशविकता की एक झलक मात्र दिखाई थी  (File Photo)

‘7 अक्तूबर को इस्राएली महिलाओं के शवों तक से बलात्कार किया इस्लामी हमासियों ने’, ‘द टाइम्स’ की हैरान करने वाली रिपोर्ट

राजस्थान में भारतीय वायुसेना का Jaguar फाइटर प्लेन क्रैश

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies