महाकुंभ सफलतापूर्वक संपन्न हो चुका है। देश और दुनिया भर से 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने इस पावन मेले में श्रद्धा की डुबकी लगाई। यह अपने आप में एक कीर्तिमान है। 45 दिनों तक चले इस महापर्व ने आध्यात्मिकता, समृद्धि, स्थिरता, अखंडता, सुरक्षा और एकता का वैश्विक संदेश दिया, जिससे भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत की पुष्टि होती है।
परंपरा के अनुसार महाकुंभ के बाद अब मंथन का समय है। युगों से यह परंपरा चली आ रही है। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हए ‘पाञ्चजन्य’ और ‘ऑर्गनाइजर’ 12 मार्च 2025 को लखनऊ के होटल ताजमहल में एक दिवसीय समागम “मंथन – महाकुंभ एंड बियॉन्ड” का आयोजन करने जा रहा है। इस कार्यक्रम में आध्यात्मिकता, स्थिरता, अखंडता, सुरक्षा और सफलता जैसे विषयों पर आधारित पाँच विशेष सत्र होंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि के तौर पर मंथन के सूत्रधार होंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समागम का उद्घाटन सुबह 10.30 बजे करेंगे। अन्य वक्ताओं में आध्यात्मिक संत, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक, नौकरशाह और चिकित्सा पेशेवर भी शामिल हैं। यही नहीं, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक एवं प्रज्ञा प्रवाह के राष्ट्रीय संयोजक श्री जे नंदकुमार, पर्यावरण गतिविधि से वरिष्ठ प्रचारक श्री गोपाल आर्य, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव श्री चंपत राय अलग अलग सत्रों में अपनी बात प्रमुख रूप से रखेंगे।
इसके अलावा समागम में सिद्धपीठ हनुमत निवास, अयोध्या के श्री मिथिलेश नंदनी शरण जी महाराज, हिमालयन बुद्धिस्ट कल्चर एसोशिएशन से लामा गेशे chosphel zotpa, इंटरनेशनल बुद्धिस्ट कनफेडरेशन से रिनपोछे jangchup choeden, ह्यूमन लाइफ फाउंडेशन की संस्थापक साध्वी जया भारती, नेत्र कुंभ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर प्रवीण कुमार रेड्डी, प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात (IAS) भी अलग अलग सत्रों में इस समागम की शोभा बढ़ाएंगे।
“मंथन – महाकुंभ एंड बियॉन्ड” का उद्देश्य कुंभ की ओजस्विता को एक सार्थक स्वरूप प्रदान करना है। यह आयोजन महाकुंभ के व्यापक सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संदेशों को नई पीढ़ी तक पहुँचाने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करेगा। इस मंथन के माध्यम से, कुंभ की परंपराओं, विचारधाराओं और भविष्य की संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया जाएगा, जिससे आने वाली पीढ़ियाँ इस अमूल्य धरोहर से प्रेरित हो सकें।
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