कांकेर/रायपुर (हि.स.) । कांकेर पुलिस ने पांच नक्सलियों को बीती देर रात गिरफ्तार किया। पकड़े गए नक्सली वर्ष 2015 में तीन परिवारों से मारपीट कर गांव से बेदखल करने समेत कई नक्सल मामले में शामिल थे। वहीं उक्त गिरफ्तारी को गलत बताते हुए विराेध में आज रविवार काे तीन गांव के दर्जनों ग्रामीणों ने कांकेर सिटी कोतवाली पहुंचकर ग्रामीणों को बेकसूर बताते हुए प्रदर्शन किया।
इस बारे में आज रविवार कांकेर पुलिस ने बताया कि उक्त गिरफ्तारी बीती रात कोरर थाना क्षेत्र के भैस गांव और बुधियारमारी गांव से की गई है। पुलिस ने बताया कि हाल ही में गिरफ्तार नक्सलियों के शीर्ष नेता प्रभाकर, उसकी पत्नी नक्सल कमांडर राजे कांगे के निशानदेही पर इन आरोपितों को पकड़ा गया है।
कांकेर पुलिस एसडीओपी मोहसिन खान ने पत्रकारों को जानकारी दी कि नक्सल प्रभावित ग्रामों पीढापाल, भैंसगांव, बुधियारमारी, टोण्डामरका में फरार नक्सली सहयोगियों के खोजबीन को लेकर दबिश दी गई थी। इस दौरान थाना कोरर के एक प्रकरण में फरार तीन नक्सली आरोपित कार्तिक उसेण्डी, संतुराम हुपेण्डी और चंदन सलाम को गिरफ्तार किया गया। इसके साथ धियारमारी टोण्डामरका एवं थाना कोरर के ही अन्य प्रकरण में फरार 2 नक्सली आरोपित सोमारू उर्फ कोलू और लक्ष्मण नुरेटी को गिरफ्तार किया गया है।
वहीं, उक्त गिरफ्तारी को गलत बताते हुए विराेध में आज रविवार काे तीन गांव के दर्जनों ग्रामीणों ने कांकेर सिटी कोतवाली पहुंचकर ग्रामीणों को बेकसूर बताते हुए उन्हें आम ग्रामीण बताया और नक्सल संगठन से उनका किसी भी तरह का संबंध होने से इनकार किया है।
ग्रामीणाें का कहना है कि जिन लोगो को पुलिस ने पकड़ा है वह नक्सल मामले में शामिल नहीं रहे हैं, सभी खेती किसानी का कार्य करते हैं। पुलिस द्वारा बिना किसी ठोस सबूत के उन्हें हिरासत में लिया गया है। वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है कि सूचना के आधार पर उन्हें पकड़ा गया है। पुलिस ने ग्रामीणों को सलाह देते हुए बताया कि संदिग्ध गतिविधियों की सूचना के आधार पर ही पांच लोगों को पकड़ा गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस के अनुसार जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीणों को समझा बुझा कर वापस भेज दिया गया है।
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