हिंदू समाज की समस्याओं का निदान है समरसता: नरेन्द्र कुमार
May 8, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत उत्तर प्रदेश

हिंदू समाज की समस्याओं का निदान है समरसता: नरेन्द्र कुमार

संघ को समझने के लिए संघ के अंदर आना होगा। बाहर से यह समझ नहीं आयेगा। आइए संघ को जानिये यदि अच्छा लगे तो रुकिए नहीं तो जाने के लिए कोई बाध्यता नहीं है।

by सुनील राय
Mar 2, 2025, 01:12 pm IST
in उत्तर प्रदेश
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

विचार महाकुंभ श्री राम परिषद में बोलते हुए स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र कुमार जी ने प्रथम वैचारिक सत्र भारत निर्माण यात्रा के 100 वर्ष विषय पर कहा कि संघ अपनी स्थापना का सौ वर्ष पूर्ण करने जा रहा है। संघ को समझने के लिए संघ के अंदर आना होगा। बाहर से यह समझ नहीं आयेगा। आइए संघ को जानिये यदि अच्छा लगे तो रुकिए नहीं तो जाने के लिए कोई बाध्यता नहीं है। संघ में किसी की जाति नहीं पूछी जाती हम इसके आधार पर अपना काम भी नहीं करते। महात्मा गांधी ने भी स्वयं इसका उल्लेख किया है।

उन्होंने कहा कि संघ की स्थापना हिंदू समाज को जागृत एवं एकजुट करने के लिए की गई थी। समय-समय पर जो भी आवश्यकताएं आई संघ ने उसमें बदलाव किया है। विचार, संगठन एवं कार्य ही संघ के तीन प्रमुख अंग हैं। भारत प्राचीनकाल से सनातन राष्ट्र है, हिंदू राष्ट्र है। इस विषय पर अनेक मत हैं लेकिन संघ यह मानता है कि वेदकाल से ही भारत एक पुरातन हिंदू राष्ट्र है। इसी को आधार मानकर संघ काम करता है। समाज का उत्थान एवं उसका संगठन करना यानी व्यक्ति निर्माण करना और इससे राष्ट्र निर्माण होगा यह संघ का मानना है। व्यक्ति निर्माण के लिए हमारी शाखा है। इसी से समाज और फिर राष्ट्र निर्माण हो सकेगा।

उन्होंने कहा कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन संघ का मुख्य कार्य है। हमने इसके लिए पंच निष्ठाएँ तय की हैं जिन पर संघ कार्य कर रहा है। समरसता एक विषय है। जाति विभेद आज भी बड़ी समस्या है संघ का मानना है कि इसे समाप्त करना होगा। समाज में समरसता के लिए बहुत से महापुरुषों ने काम किए हैं। दुर्भाग्यवश अभी इसमें सफलता नहीं मिली है। हर गाँव में एक कुआँ, एक मंदिर और एक श्मशान होना चाहिए। संघ ने इस दिशा में काम किया है। कुटुंब प्रबोधन दूसरा विषय है। आज परिवार टूट रहे हैं। छोटे हो रहे हैं। यह विकृति आ रही है। हम इस दिशा में काम कर रहे हैं। तीसरा विषय पर्यावरण है, हम प्रकृति का दोहन कर रहे हैं, इसके लिए पौधरोपण, जल की स्वच्छता और अनावश्यक दोहन बंद करना होगा साथ ही प्लास्टिक कचरे से मुक्ति भी प्राप्त करनी होगी।

उन्होंने कहा कि चौथा विषय है स्व आधारित जीवन शैली। देश को आजाद हुए 75 वर्ष हो चुके हैं। हमें अपनी समस्याओं का समाधान स्वयं करना होगा। हर समस्या के लिए अंग्रेज़ दोषी नहीं हैं। हमें अपना स्व का जागरण करना होगा अपनी समस्याएं स्वयं सुलझानी हैं। नागरिक कर्तव्य पांचवां विषय है, हम अपने अधिकारों के लिए तो हर जतन करते हैं लेकिन संविधान में नागरिक कर्तव्य भी हैं। देश को आगे ले जाने के लिए नागरिक कर्तव्य जो सुनिश्चित किए गए हैं उनका पालन करना भी चाहिए। संघ शताब्दी वर्ष पूर्ण होने पर हम इन पांच बातों को समाज के बीच ले जाना चाहते हैं। समाज को साथ लेकर समाज के सहयोग से ही यह कार्य किए जाने हैं। यह समाज परिवर्तन हेतु आवश्यक हैं।

उन्होंने कहा कि शताब्दी वर्ष में हमने सुनिश्चित किया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में हर मंडल तक संघ का कार्य या शाखा चले। दस हज़ार की आबादी पर संघ का काम हो। अभी हम पिछले एक वर्षों में पैंसठ हज़ार नए स्थानों पर संघ का कार्य करने में सफल रहे हैं। करीब चालीस संगठन विविध क्षेत्र में संघ की प्रेरणा से चलते हैं। लोग इन्हें संघ का आनुषंगिक संगठन कहते हैं। यह सभी संगठन स्वायत्त हैं। आज संघ के पचास लाख से अधिक प्रशिक्षित स्वयंसेवक समाज और देशहित का कार्य कर रहे हैं। यह सभी संघ के प्रचारक नहीं हैं। यह हमारी आपकी तरह ही समाज के विविध क्षेत्रों में अपना काम कर रहे हैं जो समाज की आवश्यकतानुसार उसकी समस्याओं का समाधान करते हैं। महाकुंभ में संघ की एक संस्था सक्षम ने नेत्रकुंभ लगाया था। करीब ढाई लाख लोगों की आँखों की निःशुल्क जाँच की। डेढ़ लाख लोगों को चश्मे दिए। वहीं सोलह हज़ार लोगों के आँखों के ऑपरेशन किए यह ऑपरेशन देश के दो सौ चिकित्सालयों में किये गए। यह पूरा कार्य निःशुल्क और समाज के सहयोग से हुआ। इसका उल्लेख प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भी अपने मन की बात कार्यक्रम में किया।
महाकुंभ स्नान के बाद त्वचा रोग का नहीं मिला एक भी मरीज: पाठक

श्री गुरु वशिष्ठ न्यास द्वारा आयोजित दो दिवसीय विचार महाकुंभ में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि आज ही से सनातन और भारतीय संस्कृति पर हमले नहीं हो रहे हैं, तरह तरह के आक्रमण सदियों से हो रहे हैं। हमारे वेद, पुराणों, श्रुतियों और स्मृतियों पर कुठाराघात किया गया। तक्षशिला और नालंदा जैसे शिक्षा के उत्कृष्ट केंद्रों पर हमला किया गया, उन्हें नष्ट किया गया। मुगल और अंग्रेजों ने इसे नष्ट करने के लिए क्या जतन नहीं किए, हमारी संस्कृति अक्षुण्ण रही और वह दुनिया को मार्ग दिखती रही। हमारी संस्कृति में मनुष्य श्रेष्ठ है, जीव जंतु और वृक्ष भी हमारे परिवार का हिस्सा हैं। सारी सृष्टि हमारा परिवार है। यह सनातन के मूल में है।

श्री पाठक ने कहा कि महाकुंभ में हमने देखा 90 वर्ष की सास को उसकी बहू कंधे पर उठाकर ले जा रही है। किसी अन्य समाज या संस्कृति में यह असंभव है। महाकुंभ में पूरब, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण से लोग आए देश ही नहीं दुनिया के हर कोने से लोग आए। यह वैश्विक उत्सव भारत और भारतीयता का परिचायक बना है। 2014 के बाद से नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश में आमूल चूल परिवर्तन आया है। आज हम गर्व से कहने लगे हैं कि हम भारतीय हैं। दुनिया में भारत का डंका बजा है।साहित्य, संगीत,कला और विज्ञान के क्षेत्र में उत्तरोत्तर प्रगति तो कर ही रहे हैं। भारतीय संस्कृति, सभ्यता हमारे प्रतीकों के प्रति लोगों का आग्रह मन को संतुष्टि देता है। जब 500 वर्षों के संघर्ष के बाद रामलला का भव्य मंदिर बना तो हर भारतीय की आंखों में खुशी के आंसू थे।

कुंभ में अंबानी परिवार ने स्नान किया तो गाँव के सामान्य परिवार के राम लखन के परिवार ने भी वहीं स्नान किया। यहाँ गरीब-अमीर और जात -पाँत का कोई भेद नहीं रहा। इतनी बड़ी संख्या में लोगों ने महाकुंभ में स्नान किया लेकिन एक भी स्किन डिजीज का मरीज नहीं मिला। गंगा की अविरलता और निर्मलता बनी रही।

Topics: स्वयंसेवक संघVichar Mahakumbh in Lucknowविचार महाकुंभRSSजाति विभेदUP newsसामाजिक एकताहिंदू राष्ट्रमहाकुंभसनातन राष्ट्रsocial unity
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने की ऑपरेशन सिंदूर की प्रशंसा, बताया- ‘पहलगाम के पीड़ितों के लिए न्याय का प्रारंभ’

आरोपी

रेलवे टिकटों की दलाली करने वाले अब्दुल हफीज और सगीर खान गिरफ्तार, 110 रेलवे टिकट और लैपटॉप बरामद

प्रतीकात्मक तस्वीर

शाहिद ने फोन पर दिया तीन तलाक, पीड़िता के शिकायत पर पति, सास और जेठ के खिलाफ केस दर्ज

पद्मश्री योग गुरु शिवानंद जी

पद्मश्री योग गुरु बाबा शिवानंद का निधन, 129 वर्ष की आयु में ली अंतिम सांस

बाबा साहेब का अपमान

बाबा साहेब के अपमान पर एससी-एसटी आयोग कराएगा FIR

मुस्लिम युवती ने अपनाया सनातन धर्म

घर वापसी: पहलगाम आतंकी हमले से आहत मुस्लिम लड़की ने की घर वापसी, अपनाया सनातन धर्म

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

बौखलाए पाकिस्तान ने दागी रियाशी इलाकों में मिसाइलें, भारत ने की नाकाम : जम्मू-पंजाब-गुजरात और राजस्थान में ब्लैकआउट

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

राफेल पर मजाक उड़ाना पड़ा भारी : सेना का मजाक उड़ाने पर कांग्रेस नेता अजय राय FIR

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

‘आतंकी जनाजों में लहराते झंडे सब कुछ कह जाते हैं’ : पाकिस्तान फिर बेनकाब, भारत ने सबूत सहित बताया आतंकी गठजोड़ का सच

पाकिस्तान पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक : ओटीटी पर पाकिस्तानी फिल्में और वेब सीरीज बैन, नहीं दिखेगा आतंकी देश का कंटेंट

Brahmos Airospace Indian navy

अब लखनऊ ने निकलेगी ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल : 300 करोड़ की लागत से बनी यूनिट तैयार, सैन्य ताकत के लिए 11 मई अहम दिन

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

Live Press Briefing on Operation Sindoor by Ministry of External Affairs: ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies