नंगे पैर इंटरव्यू देने पर विवेक रामास्वामी को किया गया ट्रोल
भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी इन दिनों अमेरिका में ओहियो के गवर्नर के पद की दौड़ में बने हुए है। उन्हें अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का भी समर्थन मिला हुआ है। ट्रम्प ने उनके विषय में लिखा है कि वे विवेक को बहुत अच्छी तरह से जानते हैं। विवेक बहुत अच्छे व्यक्ति हैं, जो अपने देश को प्यार करते हैं। वे ओहियो के शानदार गवर्नर बनेंगे और आपको कभी निराश नहीं करेंगे। उन्हें मेरा पूरा समर्थन है। मगर सोशल मीडिया पर विवेक पर हमला किया जा रहा है। उनका एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है। यह उनके घर में इंटरव्यू का वीडियो है। जब वह अपने घर के भीतर बैठकर इंटरव्यू दे रहे हैं, तो उनके पैरों में जूते नहीं हैं। उन्होंने मोजे भी नहीं पहने हुए हैं। वे नंगे पैर दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो पिछले साल का है।
इस वीडियो को लेकर विवेक रामास्वामी को ट्रोल किया जा रहा है। “असभ्य, अमेरिका के लिए अस्वीकार्य” जैसे शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है। एक्स पर कुछ लोग अजीबोगरीब टिप्पणी कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि विवेक रामास्वामी अपने ब्राउन पैर अपने ट्राउजर से बाहर निकाले बैठे हैं, जो बहुत घिनौना लग रहा है। बहुत बहुत अपमानजनक
लोग केवल इस कारण से उनपर नस्लीय और भद्दी टिप्पणियां कर रहे हैं, क्योंकि वे अपने ही घर में नंगे पैर बैठकर इंटरव्यू दे रहे हैं। विवेक इन दिनों अपने चुनाव अभियान में शिक्षा को लेकर बातें कर रहे हैं। इसी को लेकर एक यूजर ने निशाना साधा कि विवेक हमें शिक्षा के बारे में उपदेश देते हैं, जबकि खुद नंगे पैर है! असभ्य!
ऐसी ही तमाम टिप्पणियां उन पर सोशल मीडिया पर दिख जाएंगी। मगर इसमें लोग पूछ रहे हैं कि समस्या किससे है? कुछ लोगों ने नंगे पैर के साथ पैर के रंग पर टिप्पणी की। “ब्राउन फुट”। अर्थात जो लोग यह तमाम विवाद कर रहे हैं, वे श्वेत श्रेष्ठता की दुर्भावना से ग्रसित हैं। उन्हें नंगे पैर से समस्या नहीं है, उन्हें ब्राउन नंगे पैर से समस्या है। जबकि यह अधिकांश लोग जानते हैं कि भारत में घरों के भीतर जूते या चप्पल पहनकर चलने की परंपरा सहज नहीं है। जो जूते बाहर के होते हैं, वे बाहर ही लोग उतारकर आते हैं और घर पर आधिकांश नंगे पैर ही रहते हैं।
यह स्वच्छता का विषय है।
हाल ही में अमेरिका में ही एक अध्ययन हुआ था, जिसमें कुछ डॉक्टर्स ने यह चेतावनी दी थी कि घरों के भीतर क्यों जूते पहनकर नहीं चलना चाहिए। अमेरिका में रहने वाले साउथ और ईस्ट एशिया के लोगों के भीतर यही परंपरा है कि वे घरों में घुसते ही जूते उतार देते हैं। यह देश या स्थानीय परंपरा या कहें आदत होने के साथ ही स्वच्छता की बात है। इसे लेकर लोगों ने सोशल मीडिया पर ही प्रतिक्रियाएं भी दी हैं। लोग प्रश्न कर रहे हैं कि विवेक अपने घर में ही नंगे पैर बैठे हैं, फिर इसमें किसी और को क्या समस्या है? जहां एक तरफ विवेक के खिलाफ नकारात्मक टिप्पणियां हैं तो वहीं उनके समर्थन में भी लोग आ रहे हैं।
अमेरिकी राजनीति पर अपने विचारों को लेकर प्रसिद्ध मलेशियाई टिप्पणीकार Ian Miles Cheong ने एक्स पर लिखा कि विवेक के खिलाफ सबसे बेवकूफी वाला तरफ यही सुन रहा हूं कि विवेक अपने ही घर में नंगे पैर बैठे हैं और यह अमेरिका विरोधी है। मुझे लगता है कि कई लोग ऐसे बड़े हुए हैं कि वे अपने बिस्तर पर ही अपने जूते पहनते हैं।
विवेक को एशियाई मूल की कई हस्तियों का साथ मिल रहा है, जो यह जानती और समझती हैं कि घर में जूते न पहनना भारतीयों की आदत में सम्मिलित है और घर में नंगे पैर रहना कैसे किसी देश के मूल्यों के विरुद्ध हो सकता है? दरअसल यह भारतीयों के प्रति वह घृणा है, जो कुछ नस्लीय नफरत से भरे लोगों में रह-रह कर उभरती रहती है।
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