अजमेर। ब्यावर रेप-ब्लैकमेल कांड में पांच दिन के पुलिस रिमांड के बाद मंगलवार को चारों आरोपियों को अजमेर की पॉक्सो कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने सभी को जेल भेजने का आदेश दिया। आरोपी हिंदू हिंदू लड़कियों से दुष्कर्म कर उन्हें ब्लैकमेल करते थे। यह मामला अजमेर कांड जैसा था। आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग को लेकर सर्व हिंदू समाज ने मसूदा का बाजार बंद रखा। संत समाज भी लड़कियों के न्याय के लिए आगे आया है।
15 फरवरी को ब्यावर जिले के बिजयनगर थाने में नाबालिग लड़की ने मामला दर्ज कराया था। इसके बाद एक अन्य नाबालिग ने मामला दर्ज कराया। फिर तीन लड़कियों के पिता की ओर से भी रिपोर्ट दी गई। आरोपियों ने प्राइवेट स्कूल में पढ़ रही नाबालिग लड़कियों का रेप किया और उनकी अश्लील फोटो-वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर रहे थे। उन्हें होटल में बुलाते और जबरन कलमा पढ़ने, रोजा रखने और धर्मांतरण के लिए मजबूर कर रहे थे। पुलिस ने पॉक्सो सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया। सोहेल मंसूरी, रिहान, अफराज और लुकमान को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने पांच दिन की रिमांड पर लिया था
बिजयनगर थाना प्रभारी करण सिंह की अगुवाई में आरोपियों को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया। सुरक्षा के मद्देनजर अजमेर पॉक्सो कोर्ट में सीओ रूद्रप्रकाश के नेतृत्व में चार थानों का पुलिस बल तैनात रहा। सरकारी वकील रूपेंद्र परिहार ने बताया कि कोर्ट में मंगलवार को चार आरोपियों सोहेल मंसूरी, रिहान, अफराज, लुकमान को पेश किया गया। चारों पर बिजयनगर थाने में तीन मुकदमे दर्ज हुए थे। उन्हें पांच दिन की रिमांड पर लिया गया था। रिमांड के दौरान इनकी गाड़ी और मोबाइल नंबर से किस-किससे बात हुई, इसकी पूछताछ की गई थी।
हो सकती है क्रॉस पूछताछ
पुलिस ने आज कोर्ट में कहा कि आरोपियों से अब जांच की आवश्यकता नहीं है, जिसको देखते हुए कोर्ट ने चारों को जेल भेज दिया है। अब इन चारों आरपियों की क्रॉस पूछताछ की जा सकती है। इसके लिए आवश्यकता पड़ने पर प्रोडक्शन वारंट पर चारों को गिरफ्तार किया जा सकता है।
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सरकारी वकील ने बताया कि इन चारों आरोपियों की नाबालिग को मोबाइल देना, रेस्टोरेंट और कैफे में बुलाकर डरा धमका कर रोजा रखने, कलमा पढ़वाने रेप और अन्य गतिविधि में अहम रोल था। थाना प्रभारी करण सिंह ने बताया कि तीन प्रकरणों में चार आरोपी थे। जिन्हें जांच के बाद जेल भेज दिया है। सभी से घटना स्थल की तस्दीक की गई है। लुकमान और सोहेल रेप में शामिल हैं। बाकी पर अलग-अलग आरोप हैं।
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संत भी सड़कों पर उतरे
संतों ने भी पीड़ित लड़कियों को न्याय दिलाने के लिए सड़कों पर उतरा है। भारतीय साधु समाज के राजस्थान के अध्यक्ष और महामंडलेश्वर हंसाराम के नेतृत्व में मंगलवार को भीलवाड़ा कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।
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