दोराहे पर Ukraine, 'शांति समझौते' से बढ़ी आशंकाएं, Trump और Macron की वार्ता से क्या दूर होगी Zelensky की दुविधा?
May 8, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

दोराहे पर Ukraine, ‘शांति समझौते’ से बढ़ी आशंकाएं, Trump और Macron की वार्ता से क्या दूर होगी Zelensky की दुविधा?

मैक्रों ने ट्रंप से चर्चा के दौरान इस बात पर बल दिया कि यूक्रेन और रूस के मध्य होने वाले किसी भी शांति समझौते में यूक्रेन की सुरक्षा की गारंटी पर बात शामिल होनी जरूरी

by Alok Goswami
Feb 25, 2025, 03:19 pm IST
in विश्व, विश्लेषण
मैक्रों ने ट्रंप से चर्चा के दौरान इस बात पर बल दिया कि यूक्रेन और रूस के मध्य होने वाले किसी भी शांति समझौते में यूक्रेन की सुरक्षा की गारंटी पर बात शामिल होनी जरूरी

मैक्रों ने ट्रंप से चर्चा के दौरान इस बात पर बल दिया कि यूक्रेन और रूस के मध्य होने वाले किसी भी शांति समझौते में यूक्रेन की सुरक्षा की गारंटी पर बात शामिल होनी जरूरी

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप की रूस के साथ कूटनीति संबंधों की बहाली को लेकर दिखाई जा रही सक्रियता किसी से छुपी नहीं है। उनका संकेत में कहना है कि उन्हें पूरा भरोसा है कि युद्ध जल्दी ही समाप्त होगा। रूस के लिए इस संबंध में समझौता करना फायदेमंद ही साबित होगा। ट्रंप ने ऐलान किया कि राष्ट्रपति जेलेंस्की अगले दो हफ्तों में व्हाइट हाउस का दौरा करेंगे ताकि वाशिंगटन को यूक्रेन के दुर्लभ खनिजों तक पहुंच देने वाले एक समझौते पर हस्ताक्षर किए जा सकें। हालांकि इसे लेकर यूरोपीय संघ में बहस छिड़ी है।

वाशिंगटन में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच ‘यूक्रेन युद्ध और आगे की राह’ पर कल विस्तार से वार्ता हुई है। विश्व के सामरिक, रणनीतिक और कूटनीतिक विशेषज्ञों की इस वार्ता पर पैनी नजर रही। मैक्रों ने अमेरिका दौरे से पहले अपने देश में इस पर चर्चा करते हुए आक्रामक तेवर दिखाए थे। उन्होंने साफ कहा था कि यूक्रेन युद्ध के बारे में रूस से वार्ता एकपक्षीय नहीं हो सकती, उसमें यूरोप का भी एक पक्ष है। इस संदर्भ में ट्रंप के साथ मैक्रों की वार्ता महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

चर्चा में अनेक बिन्दु ऐसे आए जिनका यूक्रेन पर आने वाले दिनों में गहरा असर पड़ सकता है। जैसे, मैक्रों ने ट्रंप से चर्चा के दौरान इस बात पर बल दिया कि यूक्रेन और रूस के मध्य होने वाले किसी भी शांति समझौते में यूक्रेन की सुरक्षा की गारंटी पर बात शामिल होनी जरूरी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि शांति का अर्थ यूक्रेन का आत्मसमर्पण नहीं हो सकता है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की सशंकित हैं

इसके अलावा मैक्रों ने शांति सैनिकों की तैनाती पर भी बल दिया। दोनों नेताओं ने यूक्रेन में शांति सैनिकों को भेजने के विचार पर बात आगे बढ़ना स्वीकारा है। इस विषय में ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर भी अ​त्यधिक स​क्रिय हैं। मैक्रों ने बताया कि स्टारमर के साथ इस संबंध में एक प्रस्ताव पर काम चल रहा है। उसके अनुसार, शांति समझौते की स्थिति में यूक्रेन में शांति सैनिकों को भेजने का उल्लेख होना चाहिए। यहां बता दें कि कीर स्टारमर की आगामी गुरुवार यानी 27 फरवरी को वाशिंगटन की यात्रा प्रस्तावित है।

अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप की रूस के साथ कूटनीति संबंधों की बहाली को लेकर दिखाई जा रही सक्रियता किसी से छुपी नहीं है। उनका संकेत में कहना है कि उन्हें पूरा भरोसा है कि युद्ध जल्दी ही समाप्त होगा। रूस के लिए इस संबंध में समझौता करना फायदेमंद ही साबित होगा। ट्रंप ने ऐलान किया कि राष्ट्रपति जेलेंस्की अगले दो हफ्तों में व्हाइट हाउस का दौरा करेंगे ताकि वाशिंगटन को यूक्रेन के दुर्लभ खनिजों तक पहुंच देने वाले एक समझौते पर हस्ताक्षर किए जा सकें। हालांकि इसे लेकर यूरोपीय संघ में बहस छिड़ी है।

मैक्रों ने यूरोपीय देशों के अपने सहयोगियों के साथ कई दौर की बैठकें करने के बाद वाशिंगटन गए थे। उनका मानना है कि इसमें संदेह नहीं है कि शांति लाना बहुत महत्वपूर्ण है। लेकिन किसी भी शांति समझौते में यूक्रेन की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता। उसकी सुरक्षा की गारंटी होनी चाहिए।

राष्ट्रपति पुतिन

इस वार्ता के बाद माना जा रहा है कि ट्रंप मैक्रों के सुझावों पर रूस के राष्ट्रपति पुतिन को भी विश्वास में लेने का प्रयास करेंगे। लेकिन रूस मैक्रों के शांति सैनिकों के सुझाव को लेकर क्या रुख दिखाएंगे, यह जानना दिलचस्प होगा। यह बात सच है कि अमेरिका के रूस के साथ कूटनीतिक संबंध फिर से शुरू करने का यूक्रेन और साथ ही यूरोप के भविष्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है। यदि रूस और अमेरिका के बीच समझौता होता है, तो यह यूक्रेन में शांति स्थापित करने में मदद कर सकता है।

ट्रंप को लगता है कि यूक्रेन के दुर्लभ खनिजों पर समझौते से यूक्रेन की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। इससे यूक्रेन की आर्थिक सहायता होगी। उसके विकास में मदद मिलेगी। और तर्क है कि यूक्रेन में शांति स्थापित होने से वहां की राजनीतिक स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा। यूक्रेन में लोकतंत्र और मानवाधिकारों की स्थिति में सुधार होगा।

लेकिन इस सबके बावजूद, यूरोप सशंकित है। रूस की यूक्रेन के कुछ हिस्सों पर नजर है जहां उसके अनुसार आबादी में रूसियों का प्रतिशत ज्यादा है। जेलेंस्​की इसे लेकर अपनी शंकाएं जाहिर कर चुके हैं और तीखे तेवर भी दिखा चुके हैं।

Topics: FranceamericarussiaEuropean Uniondealमैक्रोंयूक्रेनukraineट्रंपरूस
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

भारत के एनएसए अजीत डोवल

Operation Sindoor: NSA Doval ने जिन्ना के देश के एनएसए से कहा-भारत तनाव नहीं चाहता, लेकिन हिमाकत की तो कड़ा जवाब मिलेगा

Representational Image

पाकिस्तान विरोधी मोर्चे में भारत के साथ आया रूस, जिन्ना के देश के छूटे पसीने, फौरन अपना दूत मॉस्को रवाना किया

खालिस्तानी तत्वों को पोसने वाले एनडीपी अध्यक्ष जगमीत सिंह

खालिस्तानी सोच के जगमीत को पड़ा तमाचा, कनाडा में मार्क कार्नी बढ़े जीत की ओर, लिबरल की बन सकती है सरकार

भारत और फ्रांस के बीच राफेल-एम सौदे पर हस्ताक्षर

पाकिस्तान के लिए आया नया संकट, भारत-फ्रांस में Rafale-M डील फाइनल

पहलगाम आतंकी हमले की दुनियाभर में निंदा, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सभी भारत के साथ

Representational Image

क्या सीआईए करने जा रही है म्यांमार में बड़ी फौजी हलचल? वाशिंगटन गए हैं बांग्लादेश के इंटेलिजेंस अधिकारी!

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

‘आतंकी जनाजों में लहराते झंडे सब कुछ कह जाते हैं’ : पाकिस्तान फिर बेनकाब, भारत ने सबूत सहित बताया आतंकी गठजोड़ का सच

पाकिस्तान पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक : ओटीटी पर पाकिस्तानी फिल्में और वेब सीरीज बैन, नहीं दिखेगा आतंकी देश का कंटेंट

Brahmos Airospace Indian navy

अब लखनऊ ने निकलेगी ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल : 300 करोड़ की लागत से बनी यूनिट तैयार, सैन्य ताकत के लिए 11 मई अहम दिन

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

Live Press Briefing on Operation Sindoor by Ministry of External Affairs: ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस

ओटीटी पर पाकिस्तानी सीरीज बैन

OTT पर पाकिस्तानी कंटेंट पर स्ट्राइक, गाने- वेब सीरीज सब बैन

सुहाना ने इस्लाम त्याग हिंदू रीति-रिवाज से की शादी

घर वापसी: मुस्लिम लड़की ने इस्लाम त्याग अपनाया सनातन धर्म, शिवम संग लिए सात फेरे

‘ऑपरेशन सिंदूर से रचा नया इतिहास’ : राजनाथ सिंह ने कहा- भारतीय सेनाओं ने दिया अद्भुत शौर्य और पराक्रम का परिचय

उत्तराखंड : केन्द्रीय मंत्री गडकरी से मिले सीएम धामी, सड़कों के लिए बजट देने का किया आग्रह

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies