लखनऊ । मुख्यमंत्री ने सदन में समाजवादी पार्टी समेत विपक्षी दलों से कहा कि आप भारत को क्यों बदनाम कर रहे हैं। मुझे अफसोस है कि आप भाजपा से लड़ते-लड़ते भारत से लड़ने लगे। सीएम ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के वक्तव्य ‘हमारा देश कभी विकसित भारत नहीं बन सकता’ को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए अखबार में छपी यह खबर दिखाई। बोले कि एक राजनीतिक दल अपने देश के प्रति इतनी दुर्भावना रखता है। अब तो लोग भी कहने लगे कि राहुल गांधी की उपस्थिति देश और अखिलेश यादव की उपस्थिति उत्तर प्रदेश में भाजपा के जीत की गारंटी है। यह गारंटी उपचुनाव ने दे दी है। महाकुम्भ पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। शालीनता व मर्यादा से अपनी बात रखिए, लेकिन जीवित लोगों को मृतक न बताइए। तीर्थयात्रा में लोग श्रद्धा के साथ जाते थे। आस्था को कैसे कोई रोक सकता है, उन्हें बदनाम न कीजिए।
मुख्यमंत्री ने विपक्षी दलों से मार्मिक अपील की कि राजनीतिक स्वार्थ के लिए सनातन व भारत को बदनाम न कीजिए। शासन पर प्रश्न खड़ा कीजिए, लेकिन महाकुम्भ और आस्था पर नहीं। पहले आपने कहा कि संख्या बढ़ाचढ़ा कर कही जा रही है। उसे देखने स्वयं सपा मुखिया पहुंच गए कि वास्तव में भीड़ हो रही है कि नहीं। अब कह रहे कि भीड़ बहुत अधिक हो रही है, लोगों को स्नान का मौका नहीं मिल रहा है। तिथि आगे बढ़ा दीजिए। यह इनका दोहरा चरित्र है। पहले विरोध करते हैं, फिर कहते हैं कि तिथि आगे बढ़ा दीजिए। यही बात अभी चच्चू (शिवपाल यादव) भी कह रहे थे, लेकिन तिथि हम नहीं तय करते। यह आयोजन पौष पूर्णिमा से शिवरात्रि तक होना है। शिवरात्रि की तिथि तय है। यह शास्त्रीय ज्योतिषीय गणना के अनुरूप ही होगी। इससे आगे नहीं बढ़ सकते।
मुख्यमंत्री ने शिवपाल यादव की चुटकी लेते हुए धन्यवाद दिया कि आपने मिल्कीपुर में सहयोग किया। सीएम ने राहुल गांधी व अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि नाम का असर होता ही है। पप्पू और टप्पू में बहुत अंतर नहीं होता। चच्चू ने वैसे ही नाम नहीं रखा है। अभी चच्चू शांत हैं, लेकिन समय आने पर अपना रंग दिखाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन, पूज्य संतों के सानिध्य में यह आयोजन विराट बना है। यह एकात्मता का महाकुम्भ है। एकात्मता के भाव ने हमें और दुनिया को एकता के सूत्र में जोड़ने का कार्य किया। उन्होंने सपा सदस्यों को इंगित करते हुए कहा कि आपकी परेशानी समझ सकता हूं। आपकी राजनीति विभाजनकारी और जाति-जाति के बीच में विखंडन की है। इसका जवाब देश व उत्तर प्रदेश ने भी दे दिया। देश ने हरियाणा, महाराष्ट्र व दिल्ली और प्रदेश ने मीरापुर, गाजियाबाद, कुंदरकी, खैर, फूलपुर, मझवा, मिल्कीपुर व कटेहरी के विजय के माध्यम से दिया है। आप करहल जीत जाएं तो आपकी विजय, भाजपा कुंदरकी और कटेहरी जीत रही है तो आप स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं यानी भारत की संवैधानिक व्यवस्था में आपका विश्वास नहीं है। वोट देने वाली जनता-जनार्दन का आप उपहास उड़ा रहे हैं। उसका अपमान कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुष्प्रचार की भी सीमा होता है, उस सीमा को भी सपा ने पार करके इस आयोजन को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। सपा के लोग पूरी व्यवस्था को झुठलाने का कार्य कर रहे थे। डिजिटल कुम्भ पर सवाल खड़ा हुआ। उन्होंने बताया कि 22 हजार से अधिक श्रद्धालु अलग-अलग समय में परिवारजनों से बिछड़े थे। समाजवादी पार्टी ने लिखा है कि महाकुम्भ में मची भगदड़, सरकारी अव्यवस्था, कुप्रबंधन के कारण हजारों लोग लापता हैं। कौन मरा, कौन जिंदा, कुछ पता नहीं चल रहा है। सिर्फ गोरखपुर क्षेत्र के दो मंडलों में ही 35 लोग लापता हैं। मुख्यमंत्री ने विभिन्न अखबारों के समाचारों को दिखाकर इसका जवाब दिया। सीएम ने बताया कि मौनी अमावस्या को 8725, 13 से 15 जनवरी तक 598 व 2 से 4 फरवरी तक 813 श्रद्धालुओं को डिजिटल खोया-पाया केंद्र के जरिए परिजनों से मिलाया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दुनिया का सबसे बड़ा आयोजन है। जर्मनी के अक्टूबर फेस्ट में 72 लाख पर्यटक और ब्राजील के रियो कॉर्निवाल में 70 लाख पर्यटक पहुंचते हैं। हज में भी लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। अभी एक सप्ताह बाकी है, फिर भी महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की संख्या ने 56 करोड़ पार कर चुकी है। भारत और चीन के अलावा किसी अन्य देश की आबादी इससे अधिक नहीं है। यूरोपीय संघ की कुल आबादी 44.90 करोड़, संयुक्त राज्य अमेरिका की आबादी 34.66 करोड़ है। पाकिस्तान, बांग्लादेश की कुल आबादी को भी जोड़ देंगे, उससे अधिक लोग प्रयागराज महाकुम्भ में आ चुके हैं। आप सदन में मुद्दा उठा सकते हैं, लेकिन शब्दों की मर्यादा का ध्यान अवश्य रखिए। बताया गया कि हजारों मौत हो गई। सपा-कांग्रेस के नेताओं ने गैर जिम्मेदाराना बयान दिए।
सीएम ने अखबार की कटिंग दिखाते हुए प्रयागराज का एक किस्सा सुनाया। बोले कि जिन्हें आप मृत बता रहे थे ‘भगदड़ में जिसे मृत माना, वह तेरहवीं के दिन घर पहुंचा’ (अखबार की हेडिंग) जीरो रोड के वह खूंटी गुरु मौनी अमावस्या के बाद से लापता थे, जिस दिन उनका ब्रह्मभोज था, वह अचानक पहुंच गए। आयोजन निरस्त करना पड़ा। सपा सदस्यों को आड़े हाथ लेते हुए योगी ने कहा कि आप जैसे कुछ महापुरुष कैमरा लेकर खड़े होंगे। लोगों से बुलवाएंगे कि सरकार व्यवस्था नहीं कर पाई होगी, लेकिन वे खुद ही प्रकट हुए और बोले होंगे कि इन नमूनों पर विश्वास न कीजिए। यह झूठ के सौदागर हैं, मैं अभी जीवित हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुम्भ में कोई भूखे नहीं रह सकता है। गुरुद्वारे, मठ-मंदिर में निशुल्क लंगर चलते हैं। वहां जाति-पंथ, क्षेत्र, भाषा नहीं पूछी जाती, बल्कि लोग अतिथि मानकर भोजन कराते हैं। यह भारत है। सीएम ने कहा कि स्थानीय स्तर पर लोगों को थोड़ी-बहुत कठिनाई हो रही होगी, लेकिन वे आनंदित भी हो रहे हैं। तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, गोरखपुर, प्रयागराज का उदाहरण दिया। बोले कि प्रयागराज में भगदड़ या सड़क दुर्घटना के शिकार लोगों के परिवार के साथ सरकार खड़ी है। इन सभी घटनाओं की जांच के लिए गठित ज्यूडिशियल कमीशन काम कर रहा है। सदन को आश्वस्त करना चाहूंगा कि प्रयागराज भगदड़ का गुनहगार कोई भी होगा, कहीं भी छिपा होगा, कितना भी बड़ा क्यों न होगा, वह बचेगा नहीं।
टिप्पणियाँ