उत्तर प्रदेश के अमेठी जनपद में मुस्लिम बस्ती औरंगाबाद में अतिक्रमण करके शिव मंदिर को बंद कर दिया गया था। यह मंदिर करीब 20 वर्षों से बंद पड़ा हुआ था। कुछ समय पहले जब वहां के हिंदुओं को इसकी जानकारी हुई तो मंदिर खोलने की मांग की गई। प्रशासन ने अतिक्रमण हटवाने के बाद रविवार को मंदिर का द्वार खुलवाया। उसके बाद विधि विधान से वैदिक मंत्रोच्चार किया गया एवं मंदिर में हवन पूजन किया गया। इसके साथ ही मंदिर में अब पूजा पाठ और दर्शन शुरू हो गया है।
जानकारी के अनुसार, शिव मंदिर के अगल-बगल मुस्लिम आबादी धीरे-धीरे बढ़ने लगी और करीब 20 वर्ष पहले जब वहां पर काफी मुसलमान रहने लगे तो उन लोगों ने अतिक्रमण करके मंदिर के मार्ग को अवरुद्ध कर दिया। मुस्लिम आबादी होने के कारण धीरे-धीरे वहां पर हिंदुओं ने जाना बंद कर दिया था। कुछ समय पहले आसपास के लोगों को इस मंदिर की जानकारी हुई तो जिला प्रशासन से मंदिर खुलवाने की मांग की गई। प्रशासन ने वहां पर अतिक्रमण हटवा करके मंदिर को फिर से खुलवाया।
अब मंदिर के दरवाजे खोल दिए गए हैं। साफ सफाई कर दी गई है। मंदिर के आसपास क्षेत्र में पीएसी सहित भारी संख्या में पुलिस तैनात की गई है। लोगों का कहना है कि यह शिव मंदिर लगभग 120 वर्ष पुराना है। उस समय एक हिंदू परिवार ने इस मंदिर की स्थापना की थी। पुलिस ने बताया कि मंदिर का द्वार खुलवाने के बाद विद्वान पंडितों के द्वारा शुभ मुहूर्त में मंत्रोच्चार किया गया। अब वहां पर प्रति दिन पूजा पाठ की व्यवस्था कर दी गई है। मौके पर पुलिस एवं पीएसी को भी तैनात किया गया है।
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