उत्तराखंड के वीर सैनिकों को हार्दिक श्रद्धांजलि देने के लिए असम राइफल्स ने मुख्यालय महानिदेशालय असम राइफल्स के तत्वावधान में जेपी प्लाजा, कारगी चौक, देहरादून में एक विशाल भूतपूर्व सैनिक रैली का आयोजन किया। इस रैली का मुख्य उद्देश्य था उन लोगों की सेवा करना जिन्होंने हमारी सेवा की, जिसमें खटीमा, देवस्थल, बागेश्वर, गैरसैंण और देहरादून स्थित पांच ARESA केंद्रों से वीरता पुरस्कार विजेताओं, वीर नारियों, विधवाओं और उनके आश्रितों सहित 900 से अधिक भूतपूर्व सैनिकों ने भाग लिया।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य पूर्व सैनिकों के अमूल्य योगदान का सम्मान करना, उनके साथ संबंधों को मजबूत करना और उनकी समस्याओं का समाधान करना । इस अवसर पर उत्तराखंड के माननीय राज्यपाल, लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त), पीवीएसएम, यूवाईएसएम, एवीएसएम, वीएसएम, असम राइफल्स के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा, एवीएसएम, एसएम मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए।
अपने संबोधन में, राज्यपाल श्री सिंह ने उत्तराखंड के पूर्व सैनिकों और सेवारत सैनिकों के अटूट समर्पण की सराहना की, जिन्होने देश की सुरक्षा और समृद्धि की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने असम राइफल्स द्वारा इस महत्वपूर्ण रैली का आयोजन करने की सराहना की और पूर्व सैनिकों, वीर नारियों, विधवाओं तथा उनके परिवारों को समर्थन देने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।
असम राइफल्स के महानिदेशक ने पूर्व सैनिकों के लिए उपलब्ध विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला, जिसमें असम राइफल्स के सेवानिवृत्त लोगों के लिए पूर्व सैनिक सहायक स्वास्थ्य योजना (ईसीएचएस) और आयुष्मान भारत जैसी योजनाएं शामिल हैं। उन्होने असम राइफल्स पूर्व सैनिक संघ (एआरईएसए) को पुनर्स्थापित करने के प्रयासों पर चर्चा की और सेवानिवृत्त पेंशनभोगियों को सम्मानित करने के लिए मासिक सम्मान समारोह की शुरुआत की।
इस रैली ने पूर्व सैनिकों को महत्चवपूर्ण पहलों के बारे में जानकारी देने का एक मंच प्रदान किया, जैसे कि असम राइफल्स के सेवानिवृत्त लोगों को पूर्व-सीएपीएफ का दर्जा देना, शैक्षणिक संस्थानों और छात्रावासों में आरक्षण, और एआरईएसए द्वारा देशभर में शिकायतों के समाधान के लिए शुरू किए गए आउटरीच कार्यक्रम।
कार्यक्रम में वीर नारियों, वीरता पुरस्कार विजेताओं और अन्य प्रतिष्ठित पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त, मौके पर ही समस्याओं को दर्ज करने और समाधान करने के लिए एक शिकायत निवारण कक्ष की स्थापना की गई। पूर्व सैनिकों की सहायता के लिए कार्यक्रम स्थल पर व्हीलचेयर, चश्मा, चलने की छड़ें और श्रवण यंत्र जैसी आवश्यक सामग्रियां भी वितरित की गईं।
इस आयोजन में सेवाओं तक निर्बाध पहुंच की सुविधा के लिए भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) और बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) सहित एक चिकित्सा शिविर और सहायता डेस्क भी शामिल थे। रैली का समापन सामुदायिक दोपहर के भोजन के साथ हुआ, जिसमें पूर्व सैनिकों ने असम राइफल्स के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम के आयोजन और उनके कल्याण के प्रति समर्पण की पुष्टि की।
असम राइफल्स अपने पूर्व सैनिकों के बलिदान को सम्मानित करने और उनकी भलाई सुनिश्चित करने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध है।
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