अरुणाचल प्रदेश को लेक​र बांग्लादेश को क्यों फटकारा कम्युनिस्ट विस्तारवादी चीन ने!
July 14, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

अरुणाचल प्रदेश को लेक​र बांग्लादेश को क्यों फटकारा कम्युनिस्ट विस्तारवादी चीन ने!

इस्लामी देश के सर्वेक्षण विभाग की वेबसाइट पर जो नक्शे दिए गये हैं उस पर चीन ने आपत्ति जताई है। बीजिंग का कहना है कि नक्शे में भारत तथा चीन के बीच बार्डर का रेखांकन गलत किया है

by Alok Goswami
Feb 11, 2025, 12:18 pm IST
in विश्व, विश्लेषण
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

बांग्लादेश जिस अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है उसमें चीन चाहता है कि असमंजस में पड़े देश पर उसका दबदबा कायम हो जाए। भारत के अन्य पड़ोसियों के संदर्भ में भी उसकी यही रणनीति है। बात चाहे नेपाल की हो, बांग्लादेश, भूटान, श्रीलंका या पाकिस्तान की, भारत के हर पड़ोसी देश को चीन अपने पैसे के दम पर अपनी ‘कॉलोनी’ जैसा बना लेना चाहता है। यही वजह है कि इन देशों की आंतरिक गतिविधियों में वह दखल देता रहा है। भारत में मजबूत राष्ट्र भक्त सरकार के आगे उसकी दाल नहीं गल रही है।


कम्युनिस्ट विस्तारवादी चीन अब बांग्लादेश के पीछे पड़ गया है। उसने यूनुस सरकार को फटकारा है और दो स्कूली किताबों में बदलाव का फरमान सुनाया है। दरअसल चीन को आपत्ति है कि स्कूल की उन दो किताबों में हांगकांग और ताइवान को स्वतंत्र देश बताया गया है। इसी तरह सर्वे विभाग से आपत्ति है कि अरुणाचल प्रदेश और अक्साईचिन को भारत के भाग क्यों दिखाया गया है। सर्वे आफ बांग्लादेश के नक्शे से ​चीन कुढ़ा बैठा है। बीजिंग ने बौखला कर यूनुस की अंतरिम सरकार को नक्शे में ‘सुधार’ करने का हुक्म सुनाया है।

चीन की भारत के प्रदेश अरुणाचल प्रदेश और अक्साईचिन की वर्षों से कुदृष्टि रही है। वह नहीं मानता कि इन दोनों पर भारत का अधिकार है। अरुणाचल को चीन ‘दक्षिण तिब्बत’ पुकारता है। बांग्लादेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई जा रहीं दो किताबों में प्रकाशित भारत के नक्शों में स्वाभाविक रूप से अरुणाचल प्रदेश और अक्साईचिन को भारत के भाग दिखाया गया है। लेकिन यह देखकर चीन चिढ़ा बैठा है।

बीजिंग ने बांग्लादेश की इस ‘हरकत’ को लेकर गंभीर शिकायत दर्ज कराई है और कहा है कि ‘इसे ठीक करिए’। कम्युनिस्ट ड्रैगन खुद को दखिण एशियाई देशों का थानेदार माने बैठा है। वह चाहता है दुनिया के इस हिस्से में सब कुछ उसके हिसाब से चले। भारत की संप्रभुता पर उंगली उठाने के अलावा बीजिंग ने उन्हीं किताबों में प्रकाशित हांगकांग तथा ताइवान के संदर्भों के बारे में भी शिकायत की है।

साफ है कि बांग्लादेश जिस अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है उसमें चीन चाहता है कि असमंजस में पड़े देश पर उसका दबदबा कायम हो जाए। भारत के अन्य पड़ोसियों के संदर्भ में भी उसकी यही रणनीति है। बात चाहे नेपाल की हो, बांग्लादेश, भूटान, श्रीलंका या पाकिस्तान की, भारत के हर पड़ोसी देश को चीन अपने पैसे के दम पर अपनी ‘कॉलोनी’ जैसा बना लेना चाहता है। यही वजह है कि इन देशों की आंतरिक गतिविधियों में वह दखल देता रहा है। भारत में मजबूत राष्ट्र भक्त सरकार के आगे उसकी दाल नहीं गल रही है।

इस संबंध में प्रकाशित समाचारों से पता चला है कि बांग्लादेश के सर्वेक्षण विभाग पर भी चीन खासा नाराज है क्योंकि उसकी वेबसाइट पर दिए गए कई नक्शे चीन के गले नहीं उतर रहे हैं। उन नक्शों में अरुण्णचल प्रदेश, अक्साईचिन, हांगकांग और ताइवान को लेकर जो ‘त्रुटियां’ हैं, उनको नवंबर के आखिर तक ‘ठीक’ करने का चीन ने फरमान जारी किया है।

हांगकांग और ताइवान को चीन अपनी ‘मुख्यभूमि’ के हिस्से मानता है जिन्हें ‘अंतत: एक हो जाना है’। बांग्लादेश को ड्रैगन ने ऐसी गलती फिर से न दोहराने की ‘सीख’ देते हुए किताबों में नक्शों और सर्वे विभाग की वेबसाइट पर दी गई ‘भ्रामक’ जानकारी को दुरुस्त कर लेने को कहा है। सर्वे विभाग की वेबसाइट हांगकांग तथा ताइवान को चीन के हिस्से न ​दर्शाकर अलग देश दिखाती है। हालांकि हांगकांग में चीन ने अपना कठपुतली शासन स्थापित किया हुआ है जो बीजिंग के हुक्म पर चलता है। लेकिन ताइवान एक संप्रभु राष्ट्र के नाते स्वाभिमान के साथ अपनी स्वतंत्रता को ले​कर कोई दुष्प्रचार सहन नहीं करता। वह चीन को बराबरी से टक्कर देता आ रहा है।

कूटनीतिक सूत्र बताते हैं कि बांग्लादेश सरकार को चीन ने पत्र लिखकर अपनी ‘इच्छा’ जताई है। इस पत्र के बाद, दोनों देश आपस में इस बारे में बात कर चुके हैं। सुना है, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने चीन से हाथ जोड़कर विनती की है कि फिलहाल इस मुद्दे पर गर्म न हों, वक्त के साथ सब ठीक हो जाएगा।

चीन के हायतौबा मचाने के बाद यूनुस सरकार के विदेश विभाग और शिक्षा विभाग ने स्कूली किताबें प्र​काशित करने वाले अपने बोर्ड एनसीटीबी से इस बारे में चर्चा की है। एनसीटीबी की ओर से बताया गया है कि नई किताबें छापने का काम कब का खत्म हो चुका है। इसलिए फौरन तो उनमें ‘सुधार’ करना मुश्किल है। बांग्लादेश का विदेश विभाग चीन को लिख चुका है कि ऐसी ‘गलतियां’ एकदम से ठीक नहीं की जा सकतीं। कुछ समय चाहिए। बताते हैं, बांग्लादेश के हाथ जोड़ने पर अब शायद चीन कुछ वक्त तक इस तरफ आपत्ति नहीं जताएगा लेकिन बदलाव करने का दबाव बनाए रखेगा।

हैरानी की बात है कि चीन को जिन नक्शों को लेकर ‘दिक्कत’ है वे कोई नए नई रचे गए हैं बल्कि पिछले अनेक सालों से प्रयोग किए जा रहे हैं। लेकिन शायद तब की शेख हसीना सरकार ने इस बारे में चीन को भाव नहीं दिया। अब चूंकि भारत के इस पड़ोसी देश में भारत विरोधी इस्लामी तत्वों की तूती बोल रही है इसलिए बीजिंग इसके माध्यम से मनमानी करना चाहता है। वह जानता है कि यूनुस की अंतरिम सरकार उसकी घुड़की में आकर बदलाव कर देगी और फिर सालों वही चलेगा। साफ है कि भारत के प्रति बांग्लादेश के वर्तमान सत्ताधीशों में चिढ़ को बीजिंग भुनाना चाहता है।

विवादित स्कूली पुस्तकें क्लास 9 और 10 में पढ़ाई जा रही हैं। इसमें पाठ है जो बताता है कि बांग्लादेश से सामान किन किन देशों में निर्यात किया जाता है। इन्हीं देशों में हांगकांग तथा ताइवान भी हैं यानी दोनों स्वतंत्र देश बताए गए हैं। इस्लामी देश के सर्वेक्षण विभाग की वेबसाइट पर जो नक्शे दिए गये हैं उन पर भी आपत्ति जताई है। बीजिंग का कहना है कि नक्शे में भारत तथा चीन के बीच बार्डर का रेखांकन गलत किया है। चीन चाहता है कि बांग्लादेश उसकी ‘वन चाइना’ नीति को सिर—माथे बैठाए।

Topics: text bookssurvey of bangladeshtaiwanhong kongचीनbangladeshहांगकांगborderIndiaबांग्लादेशChinaarunachalताइवानyunus
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Dhaka lal chand murder case

Bangladesh: ढाका में हिंदू व्यापारी की बेरहमी से हत्या, बांग्लादेश में 330 दिनों में 2442 सांप्रदायिक हमले

Terrorism

नेपाल के रास्ते भारत में दहशत की साजिश, लश्कर-ए-तैयबा का प्लान बेनकाब

Nepal Rasuwagadhi Flood

चीन ने नहीं दी बाढ़ की चेतावनी, तिब्बत के हिम ताल के टूटने से नेपाल में तबाही

Pema Khandu Arunachal Pradesh Tibet

पेमा खांडू का चीन को करारा जवाब: अरुणाचल भारत का अभिन्न अंग, तिब्बत से सटी है सीमा

फोटो साभार: लाइव हिन्दुस्तान

क्या है IMO? जिससे दिल्ली में पकड़े गए बांग्लादेशी अपने लोगों से करते थे सम्पर्क

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

नूंह में शोभायात्रा पर किया गया था पथराव (फाइल फोटो)

नूंह: ब्रज मंडल यात्रा से पहले इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद, 24 घंटे के लिए लगी पाबंदी

गजवा-ए-हिंद की सोच भर है ‘छांगुर’! : जलालुद्दीन से अनवर तक भरे पड़े हैं कन्वर्जन एजेंट

18 खातों में 68 करोड़ : छांगुर के खातों में भर-भर कर पैसा, ED को मिले बाहरी फंडिंग के सुराग

बालासोर कॉलेज की छात्रा ने यौन उत्पीड़न से तंग आकर खुद को लगाई आग: राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान

इंटरनेट के बिना PF बैलेंस कैसे देखें

EPF नियमों में बड़ा बदलाव: घर खरीदना, इलाज या शादी अब PF से पैसा निकालना हुआ आसान

Indian army drone strike in myanmar

म्यांमार में ULFA-I और NSCN-K के ठिकानों पर भारतीय सेना का बड़ा ड्रोन ऑपरेशन

PM Kisan Yojana

PM Kisan Yojana: इस दिन आपके खाते में आएगी 20वीं किस्त

FBI Anti Khalistan operation

कैलिफोर्निया में खालिस्तानी नेटवर्क पर FBI की कार्रवाई, NIA का वांछित आतंकी पकड़ा गया

Bihar Voter Verification EC Voter list

Bihar Voter Verification: EC का खुलासा, वोटर लिस्ट में बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल के घुसपैठिए

प्रसार भारती और HAI के बीच समझौता, अब DD Sports और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दिखेगा हैंडबॉल

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies