चित्र सांकेतिक है, इसे AI की मदद से निर्मित किया गया है.
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली एनसीआर के शैक्षणिक संस्थानों को एक बार फिर बम से उड़ाने की धमकियां मिल रहीं है। आज पूर्वी दिल्ली के एल्कॉन स्कूल और उत्तरी दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज को ई-मेल के जरिए बम धमकी मिली, वहीं नोएडा के शिव नादर स्कूल को भी धमकी भर मेल मिला जिसके बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गईं।
पुलिस ने घेरा स्कूल-कॉलेज परिसर
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सुबह पीसीआर को इन दोनों संस्थानों से धमकी की सूचना मिली। इसके बाद स्थानीय पुलिस, बम निरोधक दस्ता (BDS) और श्वान दल मौके पर पहुंचा और पूरे परिसर की तलाशी शुरू कर दी गई। खबर लिखे जाने तक सुरक्षा बलों द्वारा सघन जांच जारी थी।
वहीं दूसरी तरफ नोएडा के एक्सप्रेसवे थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सेक्टर 168 के शिव नादर स्कूल को भी धमकी भरा मेल मिलने की सूचना पर पुलिस टीम, बॉम्ब स्क्वाड, फायर ब्रिगेड, डॉग स्क्वाड, बीडीडीएस टीम तत्काल एक्टिव होकर जाँच में जुट गई। जिसके बाद जांच में कुछ नहीं मिला और ई-मेल का फर्जी होना पाया गया है। हालांकि साइबर टीम द्वारा ई-मेल के संबंध में जांच जारी है।
पहले भी मिल चुकी हैं इस तरह की धमकियां
बता दें कि यह पहला मामला नहीं है जब स्कूलों और कॉलेजों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई हो।इससे पहले भी पिछले साल अप्रैल माह में राजधानी के कई प्रतिष्ठित स्कूलों को इसी तरह की धमकी भरे ई-मेल मिले थे। उस समय भी पुलिस और बम निरोधक दस्ता अलर्ट हो गया था और सभी स्कूलों की सघन तलाशी ली गई थी अंततः ये धमकियां फर्जी निकलीं।
इसी तरह 2023 में दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS), साउथ दिल्ली के कई स्कूलों, और इंद्रप्रस्थ इंटरनेशनल स्कूल को भी ई-मेल के जरिए बम धमकी दी गई थी। इन मामलों में जांच के दौरान यह सामने आया था कि कुछ शरारती तत्वों ने दहशत फैलाने के लिए ऐसा किया था।
“अफवाहों पर न दें ध्यान” : पुलिस ने की अपील
पुलिस ने अभिभावकों और आम जनता से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है और आश्वासन दिया है कि हर संभावित खतरे को गंभीरता से लिया जा रहा है। पुलिस ने कहा कि जांच पूरी होने तक सुरक्षा मापदंडों का पूरी तरह पालन किया जाएगा और यदि यह किसी की शरारत निकली, तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि इस तरह की घटनाओं से न केवल शिक्षण कार्य बाधित होता है, बल्कि सुरक्षा को लेकर भी अनावश्यक तनाव बढ़ता है। इस तरह की धमकियों से ना केवल छात्र और अभिभावक परेशान होते हैं बल्कि और स्कूल प्रशासन भी चिंता में पड़ जाता है, और इसी वजह से शिक्षा भी प्रभावित होती है।
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