दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले एक नया राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) अब आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल के उस दावे की जांच करेगा, जिसमें उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर उनके मौजूदा विधायकों को तोड़ने की कोशिश करने और 15 करोड़ रुपये का ऑफर देने का आरोप लगाया था।
क्या है केजरीवाल का आरोप..?
अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर दावा किया कि बीजेपी उनकी पार्टी के विधायकों को पैसे और पद का लालच देकर पार्टी बदलने के लिए कह रही है। केजरीवाल ने लिखा- “कुछ एजेंसियां दिखा रही हैं कि बीजेपी को 55 से ज्यादा सीटें मिल रही हैं। लेकिन, पिछले दो घंटे में हमारे 16 उम्मीदवारों को फोन आ चुके हैं कि ‘AAP छोड़कर बीजेपी में आ जाओ, मंत्री बना देंगे और 15-15 करोड़ रुपये भी देंगे।’ अगर बीजेपी को 55 से ज्यादा सीटें मिल रही हैं, तो फिर हमारे उम्मीदवारों को फोन करने की क्या जरूरत है?”
AAP संयोजक ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने फर्जी सर्वे करवाकर माहौल बनाने की साजिश रची है, ताकि AAP के उम्मीदवारों को तोड़ा जा सके। उन्होंने कहा- “हमारा एक भी उम्मीदवार बीजेपी में नहीं जाएगा।”
बीजेपी ने की आरोपों की जांच की मांग
वहीं भाजपा इस पूरे मामले को लेकर आक्रमक नजर आई, बीजेपी ने इस मामले को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को पत्र लिखा और केजरीवाल व राज्यसभा सांसद संजय सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज करने की मांग की। बीजेपी का आरोप है कि केजरीवाल झूठी और भ्रामक जानकारी फैला रहे हैं, जिससे दिल्ली में अराजकता और अस्थिरता पैदा हो सकती है। इसके अलावा बीजेपी ने इस पूरे मामले की जाँच ACB से कराने और आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की।
वहीं मामला संज्ञान में आने के बाद से ही उपराज्यपाल ने इस मामले में जांच के निर्देश दे दिए हैं।
क्या होगी आगे की कार्रवाई..?
बता दें अब इस पूरे मामले की जांच एंटी करप्शन ब्यूरो यानि ACB करेगी और यह पता लगाया जायेगा कि क्या वाकई AAP विधायकों को बीजेपी की ओर से पार्टी बदलने के लिए पैसों का ऑफर दिया गया था, या यह केवल एक राजनीतिक स्टंट या कहें बयानबाजी है।
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