'मांसाहार और नमाज की जिद से भड़का हिंदू समाज' : पवित्र पर्वत पर इस्लामिक कब्जे के विरुद्ध हिंदुओं का बड़ा आंदोलन
July 18, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

‘मांसाहार और नमाज की जिद से भड़का हिंदू समाज’ : पवित्र पर्वत पर इस्लामिक कब्जे के विरुद्ध हिंदुओं का बड़ा आंदोलन

तमिलनाडु के तिरुपरनकुंद्रम मंदिर पर इस्लामिक ढांचे को लेकर विवाद गहराया। इस्लामी समूहों के अतिक्रमण प्रयासों के खिलाफ हिंदू मुन्‍नानी ने बड़ा आंदोलन किया। प्रशासन ने धारा 144 लगाई, लेकिन हाईकोर्ट ने हिंदुओं को प्रदर्शन की अनुमति दी। पढ़ें पूरी खबर..

by SHIVAM DIXIT
Feb 6, 2025, 05:08 pm IST
in भारत, तमिलनाडु
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

तमिलनाडु के तिरुपरनकुंद्रम स्थित श्री सुब्रमण्य स्वामी मंदिर को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। इस्लामी समूहों द्वारा हिन्दू मंदिर से जुड़े तिरुपरनकुंद्रम पर्वत पर अधिकार जताने, पूजा-अर्चना के लिए समान अधिकारों की मांग और सिकंदर दरगाह में मांसाहार जैसी गतिविधियों के कारण हिंदू निष्ठ संगठनों में आक्रोश बढ़ गया है।

इस विवाद के खिलाफ हिंदू मुन्‍नानी ने 4 फरवरी को तिरुपरनकुंद्रम बचाओ आंदोलन का ऐलान किया, जिसे रोकने के लिए प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी। मद्रास हाईकोर्ट ने हिंदू मुन्‍नानी को विरोध प्रदर्शन की अनुमति दे दी, जिसके बाद हजारों हिंदुओं ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया और मंदिर क्षेत्र में धार्मिक नारे गूंज उठे।

इस्लामिक दावे से बढ़ा विवाद

तिरुपरनकुंद्रम पर्वत पर स्थित श्री सुब्रमण्य स्वामी मंदिर भगवान मुरुगन के छह प्रमुख धामों में से एक है। हिंदू समाज इसे अत्यंत पवित्र मानता है, लेकिन मुस्लिम संगठन यहां स्थित सिकंदर दरगाह के आधार पर इस पूरे क्षेत्र पर अपने मजहबी अधिकार का दावा कर रहे हैं। वे इस स्थान को सिकंदर मलई कहकर प्रचारित कर रहे हैं।

पिछले एक महीने में मुस्लिम समूहों द्वारा लगातार इस क्षेत्र में मजहबी गतिविधियां बढ़ाने की कोशिशें की गईं। 27 दिसंबर 2024 को राजापलायम के सैयद अबू ताहिर अपने परिवार और एसडीपीआई कार्यकर्ताओं के साथ पवित्र तिरुपरनकुंद्रम पर्वत पर बकरे और मुर्गे की कुर्बानी के लिए चढ़ने का प्रयास किया। जब मंदिर प्रशासन ने उन्हें रोका, तो एसडीपीआई और जमात समूहों के रूप में उपस्थित कट्टरपंथियों ने इसका विरोध कर उग्र प्रदर्शन शुरू कर दिया।

प्रदर्शन की आड़ में हिन्दुओं को भड़काने की कोशिश

5 जनवरी 2025 को एसडीपीआई और जमात समूहों ने तिरुपरनकुंद्रम पर्वत के नीचे प्रदर्शन कर मुस्लिमों को वहां नमाज पढ़ने और पूजा करने की अनुमति देने की मांग की। इस दौरान इस्लामिक प्रदर्शनकारियों ने धमकी दी कि यदि अनुमति नहीं दी गई तो वे उग्र प्रदर्शन करेंगे।

इसके बाद 17 जनवरी को स्थानीय मुस्लिम संगठनों ने सिकंदर दरगाह में बराबरी भोज के आयोजन की घोषणा की, जिसमें बकरे और चिकन के मांस से बने व्यंजन परोसे जाने थे। सोशल मीडिया पर इस आयोजन का प्रचार होने के बाद हिंदू संगठनों ने इसका विरोध किया और पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी।

पवित्र धार्मिक स्थल पर मांसाहार

22 जनवरी को भारतीय संघ मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के सांसद नवाज गनी के सहयोगियों ने तिरुपरनकुंद्रम मंदिर क्षेत्र में मांसाहार किया। जब इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं, तो हिंदू संगठनों ने इसका कड़ा विरोध किया। भाजपा नेता के. अन्नामलाई ने इसे “सांप्रदायिक तनाव भड़काने की साजिश” करार दिया।

जैन गुफा का इस्लामिकरण करने की कोशिश

वहीं 3 फरवरी को अज्ञात मुस्लिम युवकों ने तिरुपरनकुंद्रम पर्वत स्थित प्राचीन जैन गुफा के पास हरे रंग का स्प्रे कर दिया। यह गुफा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के संरक्षण में है। घटना की जानकारी मिलने के बाद एएसआई अधिकारियों ने पेंट हटाया और पुलिस ने मामला दर्ज किया।

तुष्टिकरण के चलते हिंदू विरोध प्रदर्शन रोकने की कोशिश

27 जनवरी को डीएमके, आईयूएमएल, कम्युनिस्ट पार्टियों, विदुथलाई चिरुथैगल काची (वीसीके), एमडीएमके, एआईएडीएमके और चर्च समूहों के प्रतिनिधियों ने मदुरै जिला कलेक्टर से मुलाकात कर मुस्लिमों को समान पूजा-अधिकार देने की मांग की। 3 फरवरी को डीएमके सरकार समर्थित धार्मिक सद्भाव संगठन ने मदुरै कलेक्टर को ज्ञापन देकर हिंदू मुन्‍नानी के विरोध प्रदर्शन पर रोक लगाने की अपील की। इसके बाद प्रशासन ने 3 और 4 फरवरी को धारा 144 लागू कर दी।

हाईकोर्ट से मिली हिन्दुओं को प्रदर्शन की अनुमति

मद्रास हाईकोर्ट ने हिंदू मुन्‍नानी को प्रदर्शन की अनुमति दे दी, जिसके बाद 4 फरवरी को हजारों हिंदू कार्यकर्ताओं ने तिरुपरनकुंद्रम में मार्च किया। पूरे इलाके में “वेत्री वेल वीर वेल” और “भारत माता की जय” के नारे गूंजते रहे।

प्रदर्शन की सफलता से चिंतित डीएमके सरकार और इस्लामी संगठनों ने इस आंदोलन को “सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने की कोशिश” बताते हुए सोशल मीडिया और मीडिया के माध्यम से हिंदू मुन्‍नानी और भाजपा के खिलाफ दुष्प्रचार अभियान शुरू कर दिया।

क्या है विवाद

तिरुपरनकुंद्रम पर्वत हजारों वर्षों से हिंदू धर्म का पवित्र स्थल है। लेकिन मुस्लिम समुदाय ने यहां सिकंदर दरगाह का निर्माण किया। अब इसी दरगाह के बल पर मुस्लिम संगठन इसे सिकंदर मलई कहकर इस पर अपना दावा जता रहे हैं।

हिंदूनिष्ठ संगठनों की प्रमुख मांगें –

  • तिरुपरनकुंद्रम पर्वत को हिंदुओं के लिए संरक्षित किया जाए।
  • सिकंदर दरगाह पर बलि और मांसाहार पर स्थायी प्रतिबंध लगाया जाए।
  • इस्लामी संगठनों द्वारा फैलाई जा रही झूठी कहानियों की जांच हो।
  • डीएमके सरकार हिंदू धार्मिक स्थलों पर अतिक्रमण न करे।

बता दें कि तिरुपरनकुंद्रम का यह विवाद केवल एक मंदिर या पर्वत तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हिंदू धार्मिक स्थलों पर बढ़ते इस्लामी समूहों के अतिक्रमण का संकेत है। हिंदू मुन्‍नानी का तिरुपरनकुंद्रम बचाओ आंदोलन इन दावों के खिलाफ एक बड़ा संदेश बन चुका है।अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि आने वाले दिनों में सरकार और न्यायालय इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाते हैं।

Topics: Hindu Munnani Protestतिरुपरनकुंद्रम बचाओ आंदोलनMadurai Temple Controversyहिंदू मुन्‍नानी प्रदर्शनSikkander Dargah Issueमदुरै मंदिर विवादCommunal Tension in Tamil Naduसिकंदर दरगाह विवादTiruparankundram High Court Verdictतमिलनाडु सांप्रदायिक तनावDMK Government Hindu Oppositionतिरुपरनकुंद्रम हाईकोर्ट फैसलाHindu Awareness Campaign in Tamil Naduडीएमके सरकार हिंदू विरोधतमिलनाडु में हिंदू जागरूकता अभियानTiruparankundram Temple DisputeSave Tiruparankundram Movementतिरुपरनकुंद्रम मंदिर विवाद
Share77TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

No Content Available

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

दिल्ली: ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों की शिकायत कर ऐसे कमाएं 50,000 तक महीना

INDI गठबंधन का टूटता कुनबा, दरकती जमीन : आम आदमी पार्टी हुई अलग, जानिए अगला नंबर किसका..!

gmail new features

अपने Google अकाउंट को हैकर्स से कैसे बचाएं, जानिए आसान उपाय

स्वर्ण मंदिर बम धमकी : फरीदाबाद से सॉफ्टवेयर इंजीनियर गिरफ्तार, पंजाब-दिल्ली और दक्षिण तक लोगों को डराया

उत्तराखंड में ₹1 लाख करोड़ निवेश की ग्राउंडिंग, निवेश उत्सव में शामिल होंगे अमित शाह

मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के साथ श्री आलोक कुमार और अन्य कार्यकर्ता

राजस्थान के हर शहर-कस्बे में कन्वर्जन विरोधी कानून की मांग

IRGC decleared a terrorist organisation

बेल्जियम की संसद का ऐतिहासिक कदम: ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स को आतंकवादी संगठन घोषित किया

ED arrested Bhupesh baghel Son Chaitanya liquor scam

Chhattisgarh Liquor Scam: भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ईडी ने किया गिरफ्तार

मौलाना छांगुर की ‘लाल डायरी’ से बेनकाब होंगे कई नेता-अफसर, चुनाव में की थी फंडिंग

यूट्यूब ने Hype फीचर लॉन्च किया

छोटे यूट्यूबर्स के लिए बड़ी खुशखबरी! YouTube लाया Hype फीचर, होगी व्यूज की बारिश

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies