नई दिल्ली । रिठाला विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रत्याशी महेंद्र गोयल के कथित हमले का मामला झूठा निकला! चुनावी प्रचार के दौरान अपने ऊपर हमला होने का दावा करने वाले AAP विधायक को पुलिस ने बेनकाब कर दिया है।
महेंद्र गोयल ने भाजपा समर्थकों पर हमला करने का आरोप लगाया, लेकिन पुलिस जांच में इसे खारिज कर दिया गया। पुलिस के अनुसार मेडिकल रिपोर्ट (M.L.C) में कोई चोट नहीं मिली, पुलिस ने कहा– “विधायक पूरी तरह सुरक्षित हैं!” सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में महेंद्र गोयल के समर्थक ही माहौल बिगाड़ते दिखे।
क्या है पूरा मामला.?
शनिवार को रोहिणी सेक्टर-11 में महेंद्र गोयल की चुनावी सभा के दौरान विवाद हुआ। सभा में एक दिवंगत व्यक्ति (राकेश राणा) का वीडियो चलाया गया, जिससे उनके परिजनों ने आपत्ति जताई। राकेश राणा की पत्नी और बेटे ने इस पर विरोध दर्ज कराया, जिसके बाद सभा में माहौल बिगड़ गया। AAP कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों के बीच झड़प हुई, लेकिन कोई गंभीर हमला नहीं हुआ।
AAP की नौटंकी : सहानुभूति बटोरने का प्रयास.?
रोहिणी के प्रकरण के बाद AAP विधायक महेंद्र गोयल पट्टी बांधकर व्हीलचेयर पर चुनावी मंच पर पहुंचे, लेकिन मेडिकल रिपोर्ट में कोई चोट नहीं मिलने से बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि अरविंद केजरीवाल ने इस फर्जी हमले का इस्तेमाल BJP पर हमला करने के लिए किया। क्या है AAP का पुराना पैटर्न – झूठे हमले की कहानियां गढ़कर सहानुभूति लेने का प्रयास है..?
पुलिस का खुलासा : विधायक को कोई चोट नहीं आई.!
डीसीपी निधिन वाल्सन के अनुसार, विधायक को कोई चोट नहीं लगी और मेडिकल जांच में भी यह स्पष्ट हो गया। मारपीट की पीसीआर कॉल सुबह 11 बजे मिली थी, लेकिन गंभीर घटना की पुष्टि नहीं हुई। यह केवल AAP द्वारा चुनावी माहौल भड़काने की कोशिश थी।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने खोली पोल
वायरल वीडियो में AAP समर्थकों को माहौल बिगाड़ते देखा गया। महेंद्र गोयल के समर्थक उन्हें घेरे हुए थे, ताकि वे “पीड़ित” दिख सकें।
दिल्ली चुनाव में AAP की “सहानुभूति कार्ड” खेलने की कोशिश उजागर हुई।
AAP की झूठी राजनीति बेनकाब..!
दिल्ली पुलिस के बयान और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर महेंद्र गोयल पर हमले का दावा झूठा साबित हुआ। AAP सहानुभूति लेने के लिए झूठे हमले का प्रचार कर रही है। पुलिस जांच में कोई चोट नहीं मिली, पूरा मामला एक चुनावी स्टंट निकला
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