Mahakumbh-2025: सनातन धर्म की यही तो महानता है कि जो भी इसे जानने और समझने की कोशिशें करता है वो बस इसी का होकर रह जाता है। ऐसा ही कुछ इस आस्था के महाकुंभ में भी हो रहा है, जहां महाकुंभ देखने आए विदेशी नागरिक सनातन धर्म की आध्यात्मिकता से इतना प्रभावित हुए कि उन्होंने सनातन धर्म की दीक्षा ले ली। अब तक 150 विदेशियों ने सनातन धर्म की दीक्षा ले ली है।
रिपोर्ट के अनुसार, मकर संक्रांति के अवसर पर अमृत स्नान के बाद सबसे पहले 62 विदेशी नागरिकों ने दीक्षा ली थी, जिसके बाद से ये संख्या लगातार बढ़ रही है। इसके अलावा 60 अन्य भी बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर सनातन धर्म की दीक्षा लेने जा रहे हैं। विदेशी नागरिकों का ये दल आज महाकुंभ में शक्तिधाम आश्रम आएगा और फिर ये यहां सनातन आस्था के अनुरूप दीक्षा ग्रहण करेंगे।
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इन विदेशी नागरिकों में सबसे अधिक संख्या 20 इजरायली नागरिकों की है, इसके अलावा 14 फ्रांस और अमेरिका से हैं, जबकि बाकी के स्विटजरलैंड से भारत सनातन धर्म की दीक्षा लेकर सत्य की खोज में आए हैं। देश में कुछ लोग संन्यासियों और संतों को रुढ़िवादी और पाखंडी कहते हैं, लेकिन, जो लोग सनातन धर्म की दीक्षा ले रहे हैं, उनमें रिसर्चर्स, वैज्ञानिक, इंजीनियर, संगीतकार और कलाकार हैं।
प्रशासन ने कसी कमर
वहीं दूसरी ओर महाकुंभ में मौनी अमावस्या के बाद प्रशासन ने एक और अमृत स्नान के लिए कमर कस ली है। ये इस महाकुंभ का तीसरा अमृत स्नान है। इसके लिए सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था को बेहद कड़ा कर दिया है। किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इसके अलावा सनातन धर्म को देखते हुए सेक्टर 17 स्थित शक्तिधाम आश्रम स्थित में भी इसके लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। आश्रम के महामंडलेश्वर अनंत दास बताते हैं कि इस बार आश्रम पूरी भव्यता और दिव्यता के साथ अमृत स्नान करेगा।
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