नई दिल्ली, (हि.स.)। चुनाव आयोग दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के यमुना का पानी जहरीला करने से जुड़े बयान को लेकर मिले जवाब से संतुष्ट नहीं है। आयोग ने एक बार फिर उन्हें कल सुबह 11 बजे तक का समय दिया है कि वह अपने बयान से संबंधित दावे की पुष्टि के लिए सबूत पेश करें।
चुनाव आयोग ने कहा कि उनकी ओर से दाखिल जवाब उनके यमुना पर दिए बयान पर पूरी तरह से ‘साइलेंट’ है। केजरीवाल ने कहा था कि हरियाणा की सरकार दिल्ली में ‘जेनोसाइड’ के उद्देश्य से ‘यमुना के पानी को जहरीला’ कर रही है। आयोग ने उनके ‘जल आतंक’ और अन्य बयानों का भी संज्ञान लिया है।
आयोग ने एक बार फिर कहा है कि वह अपने जवाब में बताएं कि हरियाणा सरकार ने यमुना नदी में किस तरह का जहर घोला है। इस संबंध में उन्हें सबूत देने चाहिए की किस तरह का जहर पाया गया है, उसकी मात्रा कितनी थी जिससे ‘जेनोसाइड’ हो सकता है। जहर डालने का स्थान कौन सा है। दिल्ली जल बोर्ड के किस इंजीनियर ने इसकी खोज की, कब और कहां। उस इंजीनियर ने किस तरह के उपाय का प्रयोग किया है ताकि इस जहर को रोका जा सके।
उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस से मिली शिकायत पर 28 जनवरी को आयोग ने केजरीवाल को उनके बयान पर जवाब देने का एक दिन का समय दिया था। इसके बाद कल उन्होंने अपना जवाब दिया था। आयोग ने उनके बयान पर असंतुष्टि जाहिर करते हुए उन्हें एक दिन का ओर समय दिया है।
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