शरणार्थी या 'शिकारी' ? जर्मनी में बच्चे को अफगानी ने मारा चाकू और कातिल को मिली सहानुभूति
May 8, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

शरणार्थी या ‘शिकारी’ ? जर्मनी में बच्चे को अफगानी ने मारा चाकू और कातिल को मिली सहानुभूति

हैरानी की बात यह है कि जर्मनी में बच्चे पर हमला करने वाले आरोपी को पहले भी तीन बार हिरासत में लिया जा चुका था। लेकिन हर बार मनोवैज्ञानिक उपचार के बाद छोड़ दिया गया।

by सोनाली मिश्रा
Jan 27, 2025, 07:29 pm IST
in विश्व
जर्मनी में बच्चे पर चाकू से हमला किया गया और आरोपी के समर्थन में उतरे लोग (फोटो-सोशल मीडिया)

जर्मनी में बच्चे पर चाकू से हमला किया गया और आरोपी के समर्थन में उतरे लोग (फोटो-सोशल मीडिया)

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

जर्मनी में एक बार फिर से वहां के नागरिकों पर शरणार्थियों द्वारा हमला करने का मामला सामने आया है। 22 जनवरी 2025 को चाकूबाजी की यह घटना बवेरियन शहर अस्चैफेनबर्ग के मध्य स्थित एक सार्वजनिक पार्क में सुबह करीब 11:45 बजे (1045 GMT) हुई। और इसके आरोप में एक 28 वर्षीय अफगानी नागरिक को हिरासत में लिया गया।

हैरानी की बात यह है कि ऐसा उस आरोपी ने पहली बार नहीं किया। उसे पहले भी तीन बार हिरासत में लिया जा चुका था। लेकिन हर बार मनोवैज्ञानिक उपचार के बाद छोड़ दिया गया। चूंकि उसके शरणार्थी होने का दावा अस्वीकृत हो चुका था, इसलिए उसे वापस अफगानिस्तान भी लौटना था। उस अफगानी नागरिक ने एक किंडरगार्टन ग्रुप पर हमला किया। एक बच्चा मारा जा चुका है और दूसरा बच्चा अभी ज़िंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है।

41 वर्षीय व्यक्ति जिसने इस हमले से उन बच्चों को बचाने का प्रयास किया, वह भी मारा गया। ये हमला यूरोप में बढ़ रहे उस आतंकी खतरे की ओर संकेत कर रहा है, जिसका शिकार भारत तो न जाने कब से था, अब यूरोप ने अपनी नीतियों के कारण उस आतंक को अपने घरों में बुला लिया है। यूरोप की कथित सेक्युलर राजनीति ने जैसे नागरिकों को शिकारियों के सामने खुला छोड़ दिया है। पार्क जैसी सुरक्षित जगहें भी असुरक्षित हो गई हैं।

बीबीसी के अनुसार अधिकारियों ने यह भी कहा कि आरोपी के कमरे की तलाशी लेने के बाद यह नहीं पता चला कि वह रेडिकल इस्लाम से प्रेरित था। जर्मनी में ऐसे हमले लगातार हो रहे हैं। जर्मनी नाइफ अटैक सर्च करने पर कई घटनाओं के लिंक सामने आते हैं। मगर यह और भी डराने वाला है कि ऐसी घटनाओं का समर्थन करने के लिए भी लोग पहुंच जाते हैं। जर्मनी में जहां एक तरफ लोग उस छोटे बच्चे और आदमी की इस प्रकार की गई नृशंस हत्या के चलते उन्हें याद करने और श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे थे तो वहां पर एंटिफ़ा के कार्यकर्ता आए और उन्होंने बच्चे और युवक के परिजनों, घरवाओं और दोस्तों सहित सभी को फासिस्ट कहा।

https://twitter.com/realMaalouf/status/1883205994165174303?

यह परिदृश्य डराने वाला है, क्योंकि यहाँ पर सहानुभूति कातिल के साथ है। सहानुभूति उस हिंसक मानसिकता के साथ है जिसने बिना किसी कारण दो लोगों की जानें ले ली। जो नारे लगा रहे थे वे सभी युवा हैं। आखिर इन युवाओं के दिनों में यह जहर कौन भर रहा है? वामपंथी संगठन एंटिफ़ा वैसे ही कट्टर इस्लाम के साथ जाकर खड़ा होता है। वह हमास के साथ खड़ा होता है।

इस वीडियो के जवाब में लोगों ने प्रश्न किया कि आखिर एंटिफ़ा को पैसे कौन देता है? जर्मनी में इस घटना के बाद एक बार फिर से राजनीति तेज हो गई है।  क्रिश्चियन डेमोक्रेट्स के नेता मर्ज़ ने इस घटना को लेकर कहा कि पिछले दस वर्षों में हमने अनियंत्रित शरणार्थी नीति के साल देखे हैं। उन्होंने यूरोपीय यूनियन के शरणार्थी नियमों को पालन न करने योग्य बताया और यह भी कहा कि जर्मनी को अपने राष्ट्रीय कानूनों को प्राथमिकता देने का अधिकार है।

मर्ज़ को इस बात का डर है कि कहीं इन सभी का लाभ राष्ट्रवादी पार्टी एएफडी न उठा ले। एएफडी की नेता एलिस वीडल ने अगले सप्ताह होने वाले चुनावों को लेकर यही कहा है कि जर्मनी की सीमाएं बंद की जाएं और अवैध शरणार्थियों को वापस भेजा जाए। बीबीसी के अनुसार उन्होनें सोशल मीडिया पर लिखा कि एशफेनबर्ग के चाकू आतंक का परिणाम अब सामने आना ही चाहिए।

Topics: refugeeजर्मनी में बच्चे पर हमलाजर्मनी में शरणार्थीयूरोप में शरणार्थीgermanyafghan
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

An Afreecan Man becomes Nude performing Namaz on the street of Germany

जर्मनी में शरणार्थी संकट: तुष्टिकरण की कीमत और बदलती डेमोग्राफी

आप्रवासन नीति को लेकर आल्टरनेटिव फॉर जर्मनी की सक्रियता चुनाव प्रचार में प्रमुखता से सामने आई थी

Germany में नई सत्ता से सीरियाई आप्रवासियों में खलबली, शोल्ज ने मानी हार, जीते दक्षिणपंथी फ्रेडरिक

German General Election Afd historical winning

जर्मनी के आम चुनाव में दक्षिणपंथी AFD ने हासिल की बड़ी जीत, सीरियाई शरणार्थियों की है मुखर विरोधी

Afghan man goes on trial in Germany after knife attack on police in anti-Islam rally

इस्लाम विरोधी रैली में हमला कर पुलिसकर्मी की चाकू से गोदकर हत्या, अफगानी शख्स के खिलाफ जर्मनी में चलेगा मुकदमा

Woke Virus elon musk

‘लोगों के दिमाग को कुतर रहा वोक वायरस’: अब एलन मस्क ने जर्मनी की राष्ट्रवादी पार्टी के साथ बातचीत में कहा

सीरिया में असद सरकार के पतन के बाद जर्मनी में सीरियाई नागरिकों का प्रदर्शन: लोगों ने कहा “वापस जाओ”

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘आतंकी जनाजों में लहराते झंडे सब कुछ कह जाते हैं’ : पाकिस्तान फिर बेनकाब, भारत ने सबूत सहित बताया आतंकी गठजोड़ का सच

पाकिस्तान पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक : ओटीटी पर पाकिस्तानी फिल्में और वेब सीरीज बैन, नहीं दिखेगा आतंकी देश का कंटेंट

Brahmos Airospace Indian navy

अब लखनऊ ने निकलेगी ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल : 300 करोड़ की लागत से बनी यूनिट तैयार, सैन्य ताकत के लिए 11 मई अहम दिन

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

Live Press Briefing on Operation Sindoor by Ministry of External Affairs: ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस

ओटीटी पर पाकिस्तानी सीरीज बैन

OTT पर पाकिस्तानी कंटेंट पर स्ट्राइक, गाने- वेब सीरीज सब बैन

सुहाना ने इस्लाम त्याग हिंदू रीति-रिवाज से की शादी

घर वापसी: मुस्लिम लड़की ने इस्लाम त्याग अपनाया सनातन धर्म, शिवम संग लिए सात फेरे

‘ऑपरेशन सिंदूर से रचा नया इतिहास’ : राजनाथ सिंह ने कहा- भारतीय सेनाओं ने दिया अद्भुत शौर्य और पराक्रम का परिचय

उत्तराखंड : केन्द्रीय मंत्री गडकरी से मिले सीएम धामी, सड़कों के लिए बजट देने का किया आग्रह

हरिद्वार में धामी सरकार एक्शन जारी, आज दो और अवैध मदरसे सील, अब तक 215 मदरसों पर लगे ताले

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies