अगर कोई आपसे कहे कि आप पानी के अंदर कितने दिन तक रह सकते हैं, तो शायद आप कहें कि एक मिनट या फिर पांच। यदि आपसे कहा जाए कि आपको किसी केबिन के अंदर बंद होकर पानी में रहना है, तो भी शायद आप अधिक से अधिक एक माह ही पानी के अंदर रहना चाहें। लेकिन, एक जर्मन इंजीनियर रुडिगर कोच ने 120 दिन तक पानी के नीचे रहने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है।
द गॉर्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, पनामा के तट पर डूबे एक कैप्सूल में रुडिगर कोच ने 120 दिन बिताए हैं। 59 वर्षीय कोच शुक्रवार को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की निर्णायक सुजाना रेयेस की मौजूदगी में समुद्र के अंदर से बाहर निकले। उन्होंने सफलता पूर्वक 30 वर्ग मीटर के कैप्सूल में 120 तक बिता लिए हैं। इसी के साथ कोच ने जोसेफ डिटुरी के उस रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया है, जिसे उन्होंने फ्लोरिडा के लैगून में अंडर वाटर लॉज में 100 दिन बिताए थे।
पेशे से एयरोस्पेस इंजीनियर कोच ने समुद्र के 11 मीटर नीचे इतने लंबे समय तक रहने के बाद बाहर आकर कहा कि वैसे तो ये रोमांच भरा सफर था, जिसका हमने काफी आनंद लिया। लेकिन अफसोस अब ये खत्म हुआ। कैप्सूल के अंदर बिताए पलों को लेकर कोच ने कहा कि पोर्ट होल के अंदर से देखने पर ये बहुत ही सुंदर दिखता है, जब चीजें शांत हो जाती हैं और अंधेरा हो जाता है तो समुद्र खुद ही चमकता है, जिसका वर्णन कर पाना असंभव है।
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जर्मन इंजीनियर ने समाचार एजेंसी एएफपी से बात करते हुए बताया कि हम यहां पर जो प्रयोग करने की कोशिश कर रहे हैं, उसके जरिए ये साबित करने की कोशिश की जा रही है कि वास्तव में समुद्र का वातावरण मानव जीवन के लिए व्यवहार्य है। सच तो ये है कि मुझे इस बात की उम्मीद है कि ये हमारे सोचने के तरीके को बदलने वाला है।
बता दें कि इन 120 दिनों तक कोच के पास उस कैप्सूल के अंदर एक बेड, शौचालय, टीवी, कंप्यूटर-इंटरनेट और व्यायाम की व्यवस्था थी। हालांकि, इस दौरान वो नहा नहीं सके।
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