राजस्थान

राजस्थान में भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर बीएसएफ का हाई अलर्ट

गणतंत्र दिवस 2025 को लेकर भारत-पाकिस्तान सीमा पर बीएसएफ का 'ऑपरेशन सर्द हवा' शुरू हो गया है। अतिरिक्त नफरी, ऊंट गश्त, और आधुनिक हथियारों के साथ बीएसएफ जवान सीमा पर 24 घंटे सतर्क रहेंगे।

Published by
WEB DESK

जोधपुर (हि.स.) । राजस्थान में भारत-पाकिस्तान सरहद पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का ऑपरेशन सर्द हवा गुरुवार से शुरू हो गया। गणतंत्र दिवस 26 जनवरी के मद्देनजर सरहद पर बीएसएफ हाई अलर्ट पर है। बीएसएफ के सभी जवान और अधिकारी 29 जनवरी तक चलने वाले ऑपरेशन सर्द हवा के तहत सरहद पर मुस्तैद रहेंगे और आधुनिक हथियारों के साथ निगरानी करेंगे।

दरअसल, सरहद पर कड़ाके की सर्दी के मौसम में किसी भी तरह की घुसपैठ व अवांछनीय गतिविधियों को रोकने के उद्देश्य से बीएसएफ ने गणतंत्र दिवस से ठीक पहले ऑपरेशन सर्द हवा के नाम से अभियान चलाता है। इस अभियान में बीएसएफ की तरफ से निगरानी तंत्र को मजबूत करने के लिए सुरक्षा पहरा और कड़ा करने के लिए नफरी बढ़ाई जाती है। बीएसएफ डीआईजी नॉर्थ सेक्टर योगेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि सरहद पर बीएसएफ सालभर चौकस है लेकिन इन दिनों ज्यादा सतर्कता बरती जा रही है। आधुनिक हथियारों के साथ 24 घंटे सरहद पर पहरा रहेगा ताकि किसी भी तरह की अवांछनीय घटना पर तत्काल एक्शन हो सके। इस ऑपरेशन सर्द हवा के तहत सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी भी सीमा चौकियों में दिन-रात रहकर चौकसी पर नजर रखेंगे। बल के अधिकारी सीमा चौकियों पर पहुंच कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के साथ सीमा चौकियों में रात्रि विश्राम भी करते हैं।

ऊंट सवारों की गश्त और पेट्रोलिंग बढ़ी

ऑपरेशन सर्द हवा के दौरान बीएसएफ की तरफ से अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पैदल जवानों और वाहनों के साथ रेगिस्तान के जहाज कहलाने वाले ऊंटों पर सवार होकर गश्त बढ़ाई गई है। किसी भी तरह की अवांछनीय हरकत को रोकने और सीमा पार से घुसपैठ जैसे किसी भी नापाक मंसूबे को विफल करने के लिए सुरक्षा प्रबंधों को चाक-चौबंद किया गया है। अभियान के दौरान सुरक्षा प्रहरियों को विशेष सतर्कता बरतने व हर सूचना से उच्चाधिकारियों को अवगत करवाने के दिशा-निर्देश दिए गए हैं। सीमा सुरक्षा बल के सेक्टर और बटालियन मुख्यालय से रिजर्व जाब्ते, कार्यरत अधिकारियों के साथ साजो-सामान को सीमा पर भेजा गया है।

सीमा क्षेत्र में अतिरिक्त नफरी तैनात

ऑपरेशन सर्द हवा के दौरान सीमा क्षेत्र में अतिरिक्त नफरी तैनात की गई है। बटालियन और सेक्टर मुख्यालयों पर नियुक्त सीमा सुरक्षा बल के जवानों को तारबंदी की निगरानी के लिए भेजा गया है। सीमा क्षेत्र में किसी भी तरह के अंतराल को भरा गया है। सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को कई चरणों में बांटकर उसे और ठोस बनाने पर जोर दिया गया है। ऑपरेशन सर्द हवा के दौरान सीमा पर आधुनिक हथियारों और तकनीकी उपकरणों का इस्तेमाल किया जाता है। सीमा सुरक्षा प्रणाली को नए दौर की चुनौतियों से निपटने में जवानों और अधिकारियों को भी एक्सपर्ट बनाने की कोशिश की जाती है।

Share
Leave a Comment
Published by
WEB DESK

Recent News