कर्नाटक

कर्नाटक में गर्भिणी गाय के साथ क्रूरता, सिर-पैर काटा, पेट फाड़कर भ्रूण निकाला और टुकड़े किए

कर्नाटक में गायों के साथ क्रूरता के बढ़ते मामलों पर भाजपा और हिंदू संगठनों ने चिंता जताई है

Published by
सुनीता मिश्रा

कर्नाटक में गायों पर हमले के मामले बढ़ते जा रहे हैं। ताजा मामला उत्तर कन्नड़ जिले का है। यहां दरिंदों ने एक गाय का सिर धड़ से अलग कर दिया। उसके पैर काट दिए और पेट फाड़कर गर्भ से बछड़े का भ्रूण निकालकर उसके टुकड़े-टुकड़े कर दिए।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घटना उत्तर कन्नड़ जिले के होन्नवारा तालुक में सालकोडू गांव के कोंडाकुली में रविवार (19 जनवरी) को हुई। गाय कृष्णा आचारी नाम के शख्स की थी। उसने अपनी गाय को गांव में घास चरने के लिए छोड़ा था। तभी कुछ बदमाशाों ने सुनसान इलाके में मौका पाकर गर्भणी गाय का सिर काटा, पैर काटा, इसके बाद उसका पेट फाड़कर भ्रूण निकाल लिया। कृष्णा अचारी ने बताया कि जब काफी देर बाद भी उसकी गाय नहीं लौटी तो वह उसकी तलाश में निकल गया। सोमवार (20 जनवरी) को जब अचारी गाय को ढूंढ रहा था तो उसे उसके सिर, पैर और मृत बछड़ा क्षत-विक्षत अवस्था में मिला।

कर्नाटक पुलिस ने पशु क्रूरता रोकथाम अधिनियम के तहत अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं, राज्य में गायों के साथ क्रूरता के बढ़ते मामलों पर भाजपा और हिंदू संगठनों ने चिंता जताई है। भाजपा ने कांग्रेस सरकार पर कट्टरपंथी लोगों के प्रति नरम रुख अपनाने का आरोप लगाया है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने कहा कि होन्नवारा की घटना ने सभी का सिर शर्म से झुका दिया है। उन्होंने कहा कि सिद्धारमैया सरकार इन राष्ट्र-विरोधियों के प्रति नरम रुख अपना रही है, जिन्हें कोई डर नहीं है। इसके साथ ही विजयेंद्र ने कानून-व्यवस्था के बिगड़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में सांप्रदायिक माहौल बनाया जा रहा है।

इस घटना को लेकर हिंदुओं में काफी आक्रोश है। सोशल मीडिया पर यूजर्स ने कांग्रेस शासित राज्य में गायों पर हो रहे क्रूर हमलों पर चिंता व्यक्त करते हुए ऐसी अमानवीय घटनाओं को अंजाम देने वालों को सख्त से सख्त देने की मांग की है ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह का जघन्य कृत्य करने की हिम्मत न कर सके। संजय कुमार चमोली एक्स पर लिखते हैं कि कर्नाटक में गर्भवती गाय के साथ क्रूरता की घटना हुई। गाय का सिर, पैर काटकर बछड़े का भ्रूण निकाला गया। कितनी नीचता तक गिर गया है इंसान, ये कैसी नफरत?

विवेकानंद यादव ने लिखा कि इंसानियत के गिरते स्तर की यह घटना न केवल दिल दहला देने वाली है, बल्कि यह हमारे समाज के नैतिक पतन का एक खौफनाक उदाहरण है। आखिर इंसान कितनी हद तक गिर सकता है? यह घटना सिर्फ एक पशु के साथ क्रूरता नहीं, बल्कि हमारी सभ्यता और नैतिकता पर सीधा हमला है। गाय, जो हमारे देश में सिर्फ एक पशु नहीं बल्कि श्रद्धा का प्रतीक मानी जाती है, उसके साथ ऐसा घिनौना कृत्य करना न केवल कानून, बल्कि मानवता के खिलाफ है। क्या ऐसी घटनाओं पर हम चुप रहेंगे? क्या आरोपियों को सख्त सजा दिलाने के लिए समाज एकजुट होगा?

दो हफ्तों के भीतर गायों पर तीसरा क्रूर हमला

बता दें कि कर्नाटक में दो हफ्तों के भीतर गायों पर यह तीसरा क्रूर हमला है। इससे पहले बेंगलुरु में तीन गायों के थन काट दिए गए थे और उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था। इस हमले में सैयद नसरू नाम के एक कट्टरपंथी को पकड़ा गया था। इस संबंध में नसरू के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की धारा 325 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। आरोपित को 24 जनवरी तक न्यायि​क हिरासत में भेजा गया है। इसके अलावा मैसुरु के नंजानगुड़ में मंदिर के एक बैल की पूंछ काट दी गई थी।

Share
Leave a Comment