विश्व

गाजा युद्धविराम के बाद इजरायली राजदूत ने भारत को कहा धन्यवाद

गाजा में हाल ही में युद्धविराम लागू होने के बाद इजरायली राजदूत रूवेन अजार ने भारत सरकार के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की।

Published by
Mahak Singh

गाजा में हाल ही में युद्धविराम लागू होने के बाद इजरायली राजदूत रूवेन अजार ने भारत सरकार के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की। रविवार को जारी एक वीडियो संदेश में, अजार ने आत्मरक्षा के अधिकार पर इजरायल के रुख का समर्थन करने के लिए भारत का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, “हम भारतीय लोगों के समर्थन की विशेष रूप से सराहना करते हैं।” यह बयान ऐसे समय में आया है जब 7 अक्टूबर, 2023 को हमास द्वारा इजरायली शहरों पर हमले के बाद गाजा में सैन्य अभियान शुरू हुआ था।

भारत ने इस संघर्ष के दौरान हमास के आक्रामक कदमों की कड़ी निंदा की और इजरायल के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया। साथ ही, भारत लगातार दोनों पक्षों के बीच शांति और संघर्ष विराम की अपील करता रहा। युद्धविराम समझौते के लागू होने के बाद, भारत ने इसका स्वागत करते हुए इसे क्षेत्र में स्थिरता की दिशा में एक सकारात्मक कदम बताया।

तीन इजरायली बंधकों की रिहाई

युद्धविराम के बाद हमास ने तीन इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया। इन बंधकों में रोमी गोनेन (24), एमिली दमारी (28), और डोरोन स्टीनब्रेचर (31) शामिल थीं। गोनेन को नोवा संगीत समारोह से अगवा किया गया था, जबकि अन्य दो को किबुत्ज कफर अजा से अपहृत किया गया था। इन महिलाओं की रिहाई का इजरायल में गर्मजोशी से स्वागत किया गया।

प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस मौके पर कहा, “पूरा देश आपको गले लगाता है।” दमारी के पास इजरायल और ब्रिटेन की दोहरी नागरिकता है, जबकि स्टीनब्रेचर इजरायली और रोमानियाई नागरिकता रखती हैं। यह रिहाई रेड क्रॉस के माध्यम से संभव हुई, जिसने बंधकों को सुरक्षित इजरायल पहुंचाया।

युद्धविराम के बाद गाजा में लोगों ने जश्न मनाया। बड़ी संख्या में फलस्तीनी, जो विस्थापित हो गए थे, अपने घरों की ओर लौटने लगे हैं। इस दौरान 90 फलस्तीनी कैदियों को भी रिहा किया गया। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस संघर्ष में इजरायली गोलीबारी से अब तक 26 लोगों की जान जा चुकी है।

इजरायली सेना का दावा

इजरायल ने गाजा में एक विशेष अभियान के दौरान 2014 में हुए इजरायल-हमास युद्ध में मारे गए सैनिक ओरोन शॉल के शव को बरामद करने का दावा किया है। इजरायली सेना ने गाजा के भीतर बफर जोन में प्रवेश करते समय नागरिकों को सतर्क रहने और सेना से दूर रहने की चेतावनी दी है।

गाजा में युद्धविराम से दोनों पक्षों के बीच स्थायी शांति की उम्मीद बढ़ी है। हालांकि, इस संघर्ष ने हजारों जानें लीं और व्यापक तबाही मचाई है। ऐसे में युद्धविराम लागू होने के बावजूद दोनों पक्षों के बीच अविश्वास की गहरी खाई बनी हुई है। उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में और अधिक बंधकों की रिहाई संभव होगी और स्थायी समाधान की दिशा में प्रयास तेज किए जाएंगे।

भारत-इजरायल संबंध

इजरायली राजदूत का भारत के प्रति आभार और भारतीय जनता की तारीफ भारत-इजरायल के मजबूत संबंधों को रेखांकित करता है। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध ऐतिहासिक और रणनीतिक महत्व रखते हैं। इजरायल ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया है और विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग गहराता जा रहा है।

Share
Leave a Comment