भारत के सबसे प्राचीन शहरों में से एक, वाराणसी (काशी) न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यहां का सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व भी अद्वितीय है। गंगा किनारे बसा यह शहर अपने मंदिरों, घाटों और स्वादिष्ट खाने के लिए दुनियाभर में मशहूर है। अगर आप वाराणसी घूमने की योजना बना रहे हैं, तो इन जगहों को अपनी लिस्ट में जरूर शामिल करें-
काशी विश्वनाथ मंदिर
यह मंदिर वाराणसी का सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है और 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। यहां सुबह की मंगला आरती और गंगा जल से अभिषेक का अनुभव अविस्मरणीय होता है।
मणिकर्णिका घाट
यह घाट हिंदू धर्म में मोक्ष प्राप्ति का प्रतीक है। ऐसा माना जाता है कि यहां अंतिम संस्कार करने से आत्मा को मुक्ति मिलती है। यह स्थान धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है।
दशाश्वमेध घाट
गंगा नदी के किनारे स्थित यह घाट वाराणसी का सबसे पुराना और पवित्र घाट है। यहां हर शाम होने वाली गंगा आरती अद्भुत होती है। दीपों की रौशनी, मंत्रोच्चारण और भक्तिमय वातावरण आपकी आत्मा को शांति प्रदान करेगा।
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU)
एशिया का सबसे बड़ा आवासीय विश्वविद्यालय, BHU, शिक्षा के साथ-साथ अपने सुंदर परिसर और श्री विश्वनाथ मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। यहां का शांत और हरित वातावरण मन को सुकून देता है।
अस्सी घाट
अस्सी घाट वाराणसी का एक और प्रमुख घाट है, जहां गंगा और अस्सी नदी का संगम होता है। यह घाट शांतिपूर्ण माहौल और योग एवं ध्यान करने वाले पर्यटकों के लिए प्रसिद्ध है।
वाराणसी में क्या खाएं?
घूमने के साथ-साथ वाराणसी का स्वादिष्ट खाना आपको यहां के अनुभव को और यादगार बना देगा। यहां के कुछ खास व्यंजन-
कचौड़ी-सब्जी-
सुबह के नाश्ते में यहां की गरमा-गरम कचौड़ी और आलू की सब्जी का आनंद लेना न भूलें।
टमाटर चाट-
यह वाराणसी की खास चाट है, जो मसालों और अनोखे स्वाद का संगम है।
बनारसी पान-
वाराणसी का पान दुनियाभर में प्रसिद्ध है। इसे खाना यहां के अनुभव का अभिन्न हिस्सा है।
मलइयो-
सर्दियों के दौरान मिलने वाली यह मीठी डिश दूध और केसर से तैयार की जाती है।
ठंडाई-
केसर, बादाम और मसालों से बनी यह ठंडाई गर्मियों में आपको ताजगी का अनुभव कराएगी।
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