महाकुंभ नगर । महाकुंभ मेले के सेक्टर 19 में रविवार शाम करीब सवा चार बजे रेलवे पुल के नीचे बने एक शिविर में आग लगने की घटना सामने आई। शुरुआती जानकारी के अनुसार, आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट मानी जा रही है। हालांकि, प्रशासन, अग्निशमन विभाग, एनडीआरएफ और उत्तर प्रदेश पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने इस घटना को नियंत्रित कर बड़ी आपदा को टाल दिया।
आग की जानकारी मिलते ही अग्निशमन विभाग की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और शिविरों में तेजी से फैल रही आग पर काबू पाने में जुट गईं। प्रशासन के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और राहत कार्यों को प्राथमिकता दी। पुलिस ने दारागंज से उस पार जाने वाले पुल पर आवागमन को अस्थायी रूप से रोककर सुरक्षा सुनिश्चित की। इस कदम से पुल के आसपास के लोगों और श्रद्धालुओं को किसी भी अप्रिय घटना से बचाया गया।
NDRF और प्रशासन की सराहनीय भूमिका
एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाने और शिविर क्षेत्र को सुरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी कुशल रणनीति और उपकरणों की मदद से आग को फैलने से रोका गया। यूपी पुलिस ने क्षेत्र में यातायात प्रबंधन का जिम्मा संभाला और आसपास के इलाके को खाली करवाकर लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की।
प्रशासन की तत्परता ने संकट को टाला
अधिकारियों ने बताया कि घटना के तुरंत बाद राहत और बचाव कार्य शुरू किए गए। अग्निशमन दल की गाड़ियां समय पर पहुंचीं, जिससे आग को तेजी से फैलने से रोका गया। जिला प्रशासन के निर्देश पर शिविर के आसपास की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है और बिजली आपूर्ति की समीक्षा की जा रही है ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
आग पर पूरी तरह नियंत्रण
शाम होते-होते आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया। इस दौरान पुल नंबर 13 और दारागंज क्षेत्र में अस्थायी रूप से आवागमन रोका गया था, जिसे बाद में सामान्य कर दिया गया। प्रशासन और पुलिस की कुशलता से यह सुनिश्चित किया गया कि किसी को भी गंभीर हानि न पहुंचे।
महाकुंभ मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं के लिए प्रशासन लगातार चौकसी बरत रहा है। इस घटना ने एक बार फिर यह साबित किया कि आपदा प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित टीम और समर्पित प्रशासन किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं।
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