महाराष्ट्र

बांग्लादेशी मूल का शक, मुंबई पुलिस की तेज कार्रवाई, सैफ अली खान के हमलावर का खुलासा

16 जनवरी की रात मुंबई के बांद्रा इलाके में सैफ अली खान के घर पर हमला हुआ। मुंबई पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए संदिग्ध हमलावर मोहम्मद शरीफुल इस्लाम शहजाद को ठाणे से गिरफ्तार कर लिया है।

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Mahak Singh

16 जनवरी की रात मुंबई के बांद्रा इलाके में सैफ अली खान के घर पर हमला हुआ। इस हमले में सैफ अली खान पर चाकू से वार किए गए, जिससे उनकी पीठ और रीढ़ की हड्डी के पास गंभीर चोटें आईं। मुंबई पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए संदिग्ध हमलावर मोहम्मद शरीफुल इस्लाम शहजाद को ठाणे से गिरफ्तार कर लिया है।

कैसे पकड़ा गया आरोपी?

मुंबई पुलिस के डीसीपी दीक्षित गेदाम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि संदिग्ध हमलावर को ठाणे के हीरानंदानी एस्टेट के पास एक लेबर कैंप से पकड़ा गया। वह झाड़ियों में छिपा हुआ था और अपनी पहचान बदलकर बिजॉय दास के नाम से रह रहा था। आरोपी के पास भारत का कोई वैध पहचान दस्तावेज नहीं मिला, जिससे इस बात का शक गहराया कि वह बांग्लादेशी मूल का हो सकता है। पुलिस ने उसके खिलाफ पासपोर्ट अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

सैफ अली खान बांद्रा स्थित सतगुरु शरण बिल्डिंग के डुप्लेक्स फ्लैट में अपने परिवार के साथ रहते हैं। 16 जनवरी की रात करीब 2:30 बजे एक संदिग्ध चोर घर में घुसा। पूछताछ में आरोपी ने दावा किया कि वह चोरी के इरादे से अंदर गया था और उसे यह नहीं पता था कि यह सैफ अली खान का घर है।
जब सैफ अली खान अचानक उसके सामने आ गए, तो उसने घबराहट में चाकू से हमला कर दिया। इस हमले में सैफ को छह चोटें आईं, जिनमें से एक उनकी रीढ़ की हड्डी के पास थी।

चाकू का टुकड़ा और फोरेंसिक जांच

हमले के बाद सैफ अली खान को तुरंत लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी इमरजेंसी सर्जरी की गई। डॉक्टरों ने बताया कि चाकू का टुकड़ा उनकी रीढ़ की हड्डी के पास फंस गया था, जिसे निकालना बेहद जोखिमपूर्ण था। अगर यह थोड़ी भी और गहराई में घुसता, तो सैफ के पैरालाइज होने का खतरा था।

मुंबई पुलिस ने सैफ के घर से चाकू का दूसरा हिस्सा बरामद किया, जो उनके छोटे बेटे जहांगीर के कमरे में मिला। इस टुकड़े को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है, ताकि आरोपी के फिंगरप्रिंट और अन्य साक्ष्य जुटाए जा सकें।

पुलिस जांच

मुंबई पुलिस ने प्राथमिक जांच में पाया कि आरोपी करीब 5-6 महीने पहले मुंबई आया था और एक हाउसकीपिंग एजेंसी में काम कर रहा था। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि अगर वह बांग्लादेशी नागरिक है तो उसने भारत में अवैध रूप से एंट्री कैसे की। अब तक की जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। हालांकि, पुलिस उसके संपर्कों और संभावित नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है।

लीलावती अस्पताल के न्यूरोसर्जन डॉ. नितिन डांगे के अनुसार, सैफ की सर्जरी सफल रही है, और वह अब खतरे से बाहर हैं। डॉक्टरों ने बताया कि 20 जनवरी तक उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी जा सकती है। सैफ की इस स्थिति ने उनके परिवार और प्रशंसकों को राहत दी है।

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