उत्तर प्रदेश के बरेली में पाकिस्तान की नागरिकता छिपाकर शिक्षक बनी शुमायला खान को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। साथ ही उसका निवास प्रमाण पत्र भी निरस्त कर दिया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुमायला ने रामपुर जिले से फर्जी दस्तावेज से मूल प्रमाण पत्र बनवाकर नौकरी हासिल की थी। निलंबित चल रही महिला को बर्खास्त कर दिया गया है। शुमायला खान उर्फ फुकराना के खिलाफ खंड शिक्षा अधिकारी भानू शंकर गंगवार ने प्राथमिकी दर्ज करवाई थी। वहीं इस बारे में बरेली पुलिस ने एक्स पर जानकारी दी है कि शुमायला खान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कर ली गई है। एसपी (उत्तरी) मुकेश चंद्र मिश्र का कहना है कि पाकिस्तानी मूल की महिला द्वारा शिक्षक की नौकरी प्राप्त करने के मामले में जांच के बाद संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है।
शुमायला खान से वेतन रिकवर करेगा शिक्षा विभाग
इस मामले में बीएसए संजय सिंह का कहना है कि बर्खास्त शिक्षक ने वेतन समेत जो भी भत्ते प्राप्त किए हैं, उसकी गणना करने के लिए वित्त लेखाधिकारी को पत्र लिखा गया है। पूरी रिपोर्ट मिलते ही रिकवरी नोटिस भेजने के साथ ही आरसी भी जारी कराई जाएगी।
तथ्यों को छिपाकर फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनवाया
बताया जा रहा है कि खुद को मूल रूप से रामपुर के बजरोही टोला की निवासी बताने वाली शुमायला खान को छह नवंबर 2015 को फतेहगंज पश्चिमी के प्राथमिकी विद्यालय माधौपुर में नियुक्त किया गया था। तब उसने उप जिलाधिकारी सदर रामपुर से जारी मूल निवास प्रमाण पत्र समेत अन्य शैक्षिक और प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्रस्तुत किए थे। सत्यापन के दौरान 10 अक्टूबर 2023 को रामपुर सदर के एसडीओ की ओर से बताया गया कि शुमायला खान पाकिस्तान की नागरिक हैं। उन्होंने तथ्यों को छिपाकर फर्जीवाड़ा कर निवास प्रमाण पत्र बनवा लिया, जिसके बाद उसे निलंबित कर दिया गया। फिर शासन के आदेश पर शुमायला खान को नियुक्ति तिथि से बर्खास्त करते हुए प्राथमिकी दर्ज करवाई गई।
मां माहिरा खान भी हुई थी बर्खास्त
बता दें कि इससे पहले वर्ष 2021 में शुमायला की मां माहिरा खान को भी पाकिस्तानी नागरिक होने के आरोप में प्राथमिक शिक्षक पद से बर्खास्त किया जा चुका है।
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