महाकुंभ: हाथ में त्रिशूल-डमरू, शरीर पर भस्म, हर-हर महादेव का उद्घोष, 2000 नागा संतों ने किए अमृत स्नान
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत उत्तर प्रदेश

महाकुंभ: हाथ में त्रिशूल-डमरू, शरीर पर भस्म, हर-हर महादेव का उद्घोष, 2000 नागा संतों ने किए अमृत स्नान

महाकुंभ के पहले शाही स्नान की शुरुआत रात 2 बजे से ही हो गई थी। प्रत्येक अखाड़े को 30-40 मिनट का वक्त स्नान के लिए दिया गया है।

by Kuldeep Singh
Jan 14, 2025, 07:19 am IST
in उत्तर प्रदेश
Mahakumbh Amrit Snan of Naga Sadhu

नागा साधुओं ने किया अमृत स्नान

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

हाथों में त्रिशूल-डमरू, शरीर पर भस्म और घोड़े-ऊंट और रथ की सवारी और हर-हर महादेव के जयघोष के नारों के साथ 2000 नागा साधुओं ने प्रयागराज महाकुंभ में मकर संक्रांति के पावन पर्व पर अमृत स्नान किया।

रात 2 बजे ही शुरू हो गया था स्नान

शाही स्नान की शुरुआत रात 2 बजे से ही हो गई थी। सबसे पहले पंचायती निर्वाणी अखाड़े के संतों ने स्नान किए। इसके बाद से एक-एक करके सभी अखाड़ों के संतों ने स्नान किए। प्रत्येक अखाड़े को स्नान के लिए 30-40 मिनट का समय दिया गया है। लेकिन, आस्था ये संगम ऐसा है कि अखाड़ों के इन संतों का आशीर्वाद लेने के लिए ही रात 2 बजे से लाखों की संख्या में श्रद्धालु संगम पर एकत्रित हो गए हैं।

संगम क्षेत्र पूरी तरह से खचाखच भरा हुआ है। संगम की ओर जाने वाले मार्ग के दोनों तरफ 10-12 किलोमीटर तक केवल श्रद्धालुओं की लंबी कतारें ही देखी जा सकती हैं।

पहले दिन एक करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई थी डुबकी

गौरतलब है कि 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के शुभ अवसर पर शुरू हुए महाकुंभ के पहले दिन ही एक करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने आस्था के संगम में डुबकी लगाई थी। हजारों की संख्या में विदेशों से आए सनातन प्रेमियों ने स्नान किया था।

सुरक्षा के कड़े इंतजाम

इस बीच सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद रखा गया है। 60,000 जवानों को कुंभ मेले की सुरक्षा व्यवस्था में उतार दिया गया है। महाकुंभ क्षेत्र के चप्पे-चप्पे में जवानों को तैनात किया गया है। इसके अलावा कमाडोज के साथ ही पैरामिलिट्री फोर्स को भी लगाया गया है।

Topics: प्रयागराज महाकुंभMaha KumbhPrayagraj maha kumbhRoyal BathSangam Bathमकर संक्रांतिNaga SadhuMakar Sankrantiसंगम स्नानशाही स्नाननागा साधुमहाकुंभ
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

एनसीईआरटी किताब से मुगलों की जानकारी हटाई,

NCERT किताबों में बदलाव: मुगल और दिल्ली सल्तनत हटा, भारतीय संस्कृति को मिला स्थान

PM Narendra Modi about RSS

जहां सेवा कार्य, वहां स्वयंसेवक, बोले PM मोदी

अयोध्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ सिर्फ आस्था नहीं आजीविका का भी बन रही आधार : सीएम योगी

RSS organisation

धर्म जागरण, समन्वय और संस्कारों का रोपण

भारत को विकसित बनाने का पहला पड़ाव गांवों को विकसित बनाना है : नरेन्द्र मोदी

नेत्रकुंभ में आंख जांच करते चिकित्सक

नेत्रकुंभ में बना कीर्तिमान

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Tarrif War and restrictive globlization

प्रतिबंधात्मक वैश्वीकरण, एक वास्तविकता

न्यूयार्क के मेयर पद के इस्लामवादी उम्मीदवार जोहरान ममदानी

मजहबी ममदानी

फोटो साभार: लाइव हिन्दुस्तान

क्या है IMO? जिससे दिल्ली में पकड़े गए बांग्लादेशी अपने लोगों से करते थे सम्पर्क

Donald Trump

ब्राजील पर ट्रंप का 50% टैरिफ का एक्शन: क्या है बोल्सोनारो मामला?

‘अचानक मौतों पर केंद्र सरकार का अध्ययन’ : The Print ने कोविड के नाम पर परोसा झूठ, PIB ने किया खंडन

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies