अलाउद्दीन खिलजी: हिंदुओं से क्रूरता और मंदिरों पर हमला, अमीर खुसरो ने वीरता का जामा पहनाया, तारीख ए अलाई में क्या लिखा
May 11, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

अलाउद्दीन खिलजी: हिंदुओं से क्रूरता और मंदिरों पर हमला, अमीर खुसरो ने वीरता का जामा पहनाया, तारीख ए अलाई में क्या लिखा

दिल्ली सल्तनत काल में वैसे तो सभी मुस्लिम शासक हिंदुओं के प्रति क्रूर रहे हैं, मगर उनमें से कुछ की क्रूरता की कहीं कोई तुलना नहीं है।

by सोनाली मिश्रा
Jan 12, 2025, 06:09 pm IST
in भारत
अलाउद्दीन खिलजी

अलाउद्दीन खिलजी

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिल्ली सल्तनत काल में वैसे तो सभी मुस्लिम शासक हिंदुओं के प्रति क्रूर रहे हैं, मगर उनमें से कुछ की क्रूरता की कहीं कोई तुलना नहीं है। हिंदुओं और मंदिरों से उनकी घृणा इस सीमा तक थी कि वे पूरी ज़िंदगी हिंदुओं से लड़ते रहे, उन्हें मारते रहे। उससे भी बढ़कर दुर्भाग्य यह कि उन्हें इतिहासकारों द्वारा महिमामंडित किया जाता रहा।

अलाउद्दीन खिलजी ने भी सोमनाथ पर हमला करवाया था और यह हमला उसके सरदार उलुग खान के नेतृत्व में किया गया था। अमीर खुसरो ने अपनी पुस्तक ख़ज़ाइन-उल-फुतूह ( अन्य नाम : तारीख़-ए-अलाई) में इस हमले का वर्णन किया है।

वह बलबन से लेकर अलाउद्दीन खिलजी तक के दरबार में रहे अमीर खुसरो ने अपनी पुस्तक तारीख़-ए-अलाई में गुजरात पर हमले को लेकर अलाउद्दीन की सेना की बर्बरता और क्रूरता को वीरता का जामा पहनाया। खुसरो ने लिखा कि जब उस भूमि पर शाही सेना पहुंची तो महान राजा की तलवार ने पूरे प्रांत को जीत लिया, जो एक दुल्हन की तरह सजा हुआ था और जो पूर्व में कई सुल्तानों के हमलों को नाकाम कर चुका था। बहुत खून बहा। जंगल के सभी जानवरों को मांस और खून के लिए लगातार दावतें भेजी गईं। इसमें यह भी लिखा है कि हिंदुओं की हत्याएं और कहीं नहीं बल्कि विवाह स्थल पर की गई थीं। वह लिखता है कि “विवाह स्थल पर, जहां पर हिंदुओं की कुर्बानी दी गई, वहाँ पर हर तरह के जानवरों की तृप्ति हुई।“

इसके बाद वह सोमनाथ मंदिर पर किये गए हमले का उल्लेख करता है। वह लिखता है कि “सोमनाथ मंदिर को भी पाक मक्का के सामने सजदा करना पड़ा; और मंदिर ने अपना सिर झुकाया और समुद्र में कूद गया, आप कह सकते हैं कि उस इमारत ने पहले अपनी प्रार्थना की और फिर नहाई। मंदिर की मूर्तियों को टुकड़ों-टुकड़ों में अब्राहम की रवायत के अनुसार तोड़ डाला गया, लेकिन उनमें से जो सबसे बड़ी मूर्ति थी, उसे मलिक ने शाही दरबार में भेजा, जिससे उनके बेसहारा भगवान को मूर्ति-पूजक (बुतपरस्त हिंदुओं) हिंदुओं के सामने ही तोड़ा जा सके।
फिर वह लिखता है कि हिंदुओं का मक्का अब इस्लाम का मदीना हो गया था। सच्चे ईमानवालों ने हर वह बुत और मंदिर तोड़ दिया था, जो भी उनके रास्ते में आया था। हर ओर तकबीर और शहादत के शोर सुनाई दे रहे थे। काफिरों के इस पुराने देश में इबादत की आवाज इतनी जोर से उठी कि उसे बगदाद और मदीना तक सुना गया।

हालांकि यह काफी अतिश्योक्ति और चाटुकारितापूर्ण विवरण है, मगर इसमें यह सच्चाई है कि अलाउद्दीन खिलजी ने सोमनाथ पर हमला करवाया था और उसे तुड़वाया था। तारीख ए अलाई में आगे लिखा गया है, “इस्लाम की तलवार ने इस जमीन (गुजरात) को पाक कर दिया, जैसे सूरज धरती को पाक करता है।“

गुजरात पर इस बर्बर हमले को लेकर इतिहासकार पुरुषोत्तम ओक अपनी पुस्तक भारत में मुस्लिम सुल्तान में बरनी के हवाले से लिखते हैं कि “अनहिलवाड़ और गुजरात को निर्दयतापूर्वक रौंदा गया। रानी कमलदेवी अंत:पुर की अन्य नारियों के साथ मुसलमानों के हाथ में पड़ गईं। उन सभी पर बलात्कार हुआ। बरनी बताता है कि “सारा गुजरात आक्रमणकारियों का शिकार हो गया। महमूद गजनवी की विजय के बाद पुनर्स्थापित सोमनाथ की प्रतिमा को उठाकर दिल्ली लाया गया और लोगों के चलने के लिए उसे नीचे फैला दिया गया।“

अलाउद्दीन की सेना के इन दोनों ही सिपहसालारों ने जमकर हिंदुओं को लूटा और हिंदुओं को मारा। हिंदुओं को मारने और हिंदुओं की हत्याओं को अमीर खुसरो ने “काफिरों की जमीन को पाक करना” बताया है। अमीर खुसरो ने अपनी इस पुस्तक में अलाउद्दीन खिलजी, उसके सिपहसालारों की चाटुकारिता में कोई कसर नहीं छोड़ी है। ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे खुसरो ने अपनी कल्पनाशीलता का सारा प्रयोग अलाउद्दीन खिलजी की तारीफ में किया है।

हालांकि खुसरो ने अपनी इस पुस्तक में गुजरात की इस बर्बर जीत के बाद अलाउद्दीन की सेना में हुई एक महत्वपूर्ण घटना के विषय में नहीं लिखा है। यह ऐसी घटना है, जो अलाउद्दीन की क्रूरता को और भी बेहतर तरीके से स्थापित करती है। इस घटना का वर्णन बरनी ने अपनी पुस्तक में किया है। क्या यह कहा जाए कि दरबारी रचनाकारों की सिलेक्टिवनेस तब भी वही थी?

Topics: #hinduअलाउद्दीन खिलजीहिंदुओं से क्रूरता और मंदिरों पर हमलाCruelty to Hindus and attack on templesअलाउद्दीन की सेना की बर्बरताAlauddin Khilji
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

प्रतीकात्मक तस्वीर

घर वापसी: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से प्रेरित होकर मुस्लिम लड़की ने अपनाया सनातन धर्म

महाराणा प्रताप: हल्दीघाटी की विजयगाथा और भारत के स्वाभिमान का प्रतीक

सुहाना ने इस्लाम त्याग हिंदू रीति-रिवाज से की शादी

घर वापसी: मुस्लिम लड़की ने इस्लाम त्याग अपनाया सनातन धर्म, शिवम संग लिए सात फेरे

मुस्लिम युवती ने इस्लाम त्याग की घर वापसी

घर वापसी: इस्लाम त्याग अपनाया सनातन धर्म, मुस्लिम लड़कियों ने की घर वापसी, मंदिर में किया विवाह

वीडियो में कुर्ता—लुंगी और गोल टोपी पहने मुस्लिम लोग खुशी खुशी बरगद के पेड़ पर आरी चलाते दिखते हैं

Bangladesh : मजहबी उन्मादियों का दिमागी दिवालियापन हुआ साबित, फतवा देकर काटा बरगद का पुराना पेड़, हिन्दुओं में आक्रोश

टोरंटो में खालिस्तानी समर्थकों द्वारा निकाली गई परेड

चुनाव में पिटे खालिस्तानियों ने निकाली हिन्दू विरोधी रैली, 8 लाख हिन्दुओं को देश से बाहर करने की मांग की

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तानी हमले में मलबा बनी इमारत

दुस्साहस को किया चित

पंजाब में पकड़े गए पाकिस्तानी जासूस : गजाला और यमीन मोहम्मद ने दुश्मनों को दी सेना की खुफिया जानकारी

India Pakistan Ceasefire News Live: ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य आतंकवादियों का सफाया करना था, DGMO राजीव घई

Congress MP Shashi Tharoor

वादा करना उससे मुकर जाना उनकी फितरत में है, पाकिस्तान के सीजफायर तोड़ने पर बोले शशि थरूर

तुर्की के सोंगर ड्रोन, चीन की PL-15 मिसाइल : पाकिस्तान ने भारत पर किए इन विदेशी हथियारों से हमले, देखें पूरी रिपोर्ट

मुस्लिम समुदाय की आतंक के खिलाफ आवाज, पाकिस्तान को जवाब देने का वक्त आ गया

प्रतीकात्मक चित्र

मलेरकोटला से पकड़े गए 2 जासूस, पाकिस्तान के लिए कर रहे थे काम

प्रतीकात्मक तस्वीर

बुलंदशहर : पाकिस्तान के समर्थन में पोस्ट करने वाला शहजाद गिरफ्तार

Brahmos Missile

‘आतंकवाद कुत्ते की दुम’… ब्रह्मोस की ताकत क्या है पाकिस्तान से पूछ लीजिए- CM योगी

रिहायशी इलाकों में पाकिस्तान की ओर से की जा रही गालीबारी में क्षतिग्रस्त घर

संभल जाए ‘आतंकिस्तान’!

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies