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प्रयागराज महाकुंभ 2025: लेटे हुए हनुमान जी के मंदिर के दर्शन के बिना अधूरी है यात्रा, जानें कैसे पहुंचें यहां

साल 2025 में महाकुंभ का आयोजन 14 जनवरी से 26 फरवरी तक होगा। इस दौरान कई विशेष तिथियों पर पवित्र स्नान का महत्व रहेगा।

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Mahak Singh

प्रयागराज महाकुंभ 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं। साल 2025 में महाकुंभ का आयोजन 14 जनवरी से 26 फरवरी तक होगा। इस दौरान कई विशेष तिथियों पर पवित्र स्नान का महत्व रहेगा। यदि आप भी इस महाकुंभ में शामिल होने जा रहे हैं, तो गंगा नदी के किनारे स्थित लेटे हुए हनुमान जी के मंदिर के दर्शन अवश्य करें। कहा जाता है कि लेटे हुए हनुमान जी के दर्शन के बिना धार्मिक यात्रा अधूरी मानी जाती है। यह अद्भुत धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में आस्था का प्रमुख केंद्र है। करोड़ों श्रद्धालु संगम के पवित्र जल में स्नान करने और मोक्ष की प्राप्ति के लिए यहां जुटते हैं लेकिन प्रयागराज महाकुंभ की यात्रा लेटे हुए हनुमान जी के दर्शन के बिना अधूरी मानी जाती है।

प्रयागराज के संगम तट के समीप स्थित लेटे हुए हनुमान जी का मंदिर

प्रयागराज के संगम तट के समीप स्थित लेटे हुए हनुमान जी का मंदिर भारत के सबसे अद्भुत और अनोखे मंदिरों में से एक है। इस मंदिर में भगवान हनुमान जी की विशाल मूर्ति लेटी हुई मुद्रा में विराजमान है, जो अद्वितीय है। ऐसा कहा जाता है कि यह मंदिर भगवान हनुमान जी की शक्ति और भक्ति का प्रतीक है, जो हर भक्त की मनोकामना पूरी करते हैं।

20 फीट लंबी और 8 फीट चौड़ी मूर्ति

यहां की मूर्ति में हनुमान जी विश्राम की मुद्रा में दिखाई देते हैं, जो अन्य मंदिरों की मूर्तियों से बिल्कुल अलग है। 20 फीट लंबी और 8 फीट चौड़ी मूर्ति भक्तों को भगवान हनुमान जी के विराट रूप का दर्शन कराती है।

कैसे पहुंचे मंदिर?

लेटे हुए हनुमान जी का मंदिर प्रयागराज के संगम क्षेत्र में स्थित है। यहां पहुंचने के लिए प्रयागराज जंक्शन रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड से आसानी से ऑटो या टैक्सी मिल जाती है। महाकुंभ के दौरान प्रशासन द्वारा विशेष परिवहन सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं।

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