गत 2 जनवरी को कराड (सतारा) में भवानी संघ स्थान पर एक कार्यक्रम हुआ। बता दें कि 2 जनवरी, 1940 को डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर कराड में संघ की शाखा में आए थे। लोक कल्याण मंडल ट्रस्ट ने इस ऐतिहासिक घटना की स्मृति में उपरोक्त कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर ‘बंधुता परिषद’ के अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद प्रदीप रावत ने कहा कि डॉ. आंबेडकर का मानना था कि हिंदू संगठन के बिना जातिगत भेदभाव खत्म नहीं होगा।
उसी तरह सभी हिंदू भाई-भाई हैं, इस विचार से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हिंदू एकता के लिए कार्य कर रहा है। दलित महासंघ के अध्यक्ष मच्छिंद्र सकटे ने कहा कि ढोंगी प्रगतिशील लोगों से दलित समाज और संपूर्ण देश को बचाना होगा।
जातिगत भेदभाव को नष्ट करके बंधुता निर्माण करने के लिए हम संघ के साथ हैं। वहीं आंबेडकरवादी विचारक क्षितिज गायकवाड़ ने कहा कि कांग्रेस के तत्कालीन नेताओं ने डॉ. आंबेडकर के साथ सर्वाधिक अन्याय किया और आज इसी पार्टी के लोग संविधान बचाओ का नारा दे रहे हैं। बौद्ध युवक संगठन के अध्यक्ष विजय गव्हाले ने कहा कि देश के विभाजन के समय भी बाबासाहेब ने इस्लाम के खतरे के बारे में बार-बार चेताया था। कार्यक्रम का संयोजन लोक कल्याण मंडल ट्रस्ट के अध्यक्ष विजय जोशी ने किया।
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