श्रद्धांजलि

कला और साहित्य को समर्पित जीवन

लोक साहित्य, लोक संस्कृति के मर्मज्ञ और बुंदेलखंड के वरिष्ठ पत्रकार अयोध्या प्रसाद गुप्त ‘कुमुद’ नहीं रहे। लंबी बीमारी के बाद उन्होंने 27 दिसंबर, 2024 को नश्वर शरीर त्याग दिया।

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WEB DESK

लोककला, लोक साहित्य, लोक संस्कृति के मर्मज्ञ और बुंदेलखंड के वरिष्ठ पत्रकार अयोध्या प्रसाद गुप्त ‘कुमुद’ नहीं रहे। लंबी बीमारी के बाद उन्होंने 27 दिसंबर, 2024 को नश्वर शरीर त्याग दिया। वे 80 वर्ष के थे। वे अपने पीछे दो पुत्र, तीन पुत्रियां, तीन भाई, दो नातिन, दो नाती सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं।

15 जुलाई, 1944 को जालौन जिले के कोंच नगर में जन्मे श्री कुमुद जीवनभर पत्रकारिता, लोककला, साहित्य और रंग-कर्म को समर्पित रहे। उन्होंने सामाजिक और सांस्कृतिक संस्था ‘लोकमंगल’ की स्थापना की, जिसके वे निदेशक भी रहे। ‘महाकवि ईसुरी’, ‘जगनिक लोककला नवनीत’, ‘उत्तर प्रदेश हिंदी पत्रकारिता का इतिहास’, ‘भारतीय लोक कलाओं के विविध आयाम’, ‘कोंच की प्राचीन रामलीला’, ‘साहित्यिक श्राद्ध’, ‘सांस्कृतिक बुंदेलखंड’, ‘बुंदेलखंड के उत्सव और मेला यात्रा’ आदि 30 पुस्तकें लिखीं। उन्होंने आल्हा-ऊदल की शौर्य गाथा भी लिखी। कुमुद जी संस्कार भारती की केंद्रीय टोली के भी सदस्य रहे। वे ‘पाञ्चजन्य’ के लिए भी लिखते रहे। वे बुंदेलखंड के गहन जानकार थे।

कुमुद जी को उत्तर प्रदेश में उत्कृष्ट हिंदी पत्रकारिता के लिए 1986 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह ने ‘विद्या भास्कर पुरस्कार’ देकर सम्मानित किया था। 2001 में तत्कालीन राज्यपाल आचार्य विष्णुकांत शास्त्री ने उन्हें बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी में ‘सर्वोच्च विशिष्ट सम्मान’ प्रदान किया तो 2006 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने ‘लोक भूषण सम्मान’ से सम्मानित किया।

इसके अलावा उन्हें ‘संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार’, ‘सोन चिरैया सम्मान’, ‘सेठ गोविंददास पुरस्कार’, ‘पं. राम नरेश त्रिपाठी पुरस्कार’, ‘बुंदेलखंड गौरव सम्मान’,‘साकेत पुरस्कार’, ‘माधव राव सप्रे संग्रहालय सम्मान’, ‘बाबू वृंदावन लाल वर्मा पुरस्कार’, ‘जालौन गौरव रत्न पुरस्कार’ जैसे अनेक सम्मान प्राप्त हुए। इसी तरह उन्हें देश-विदेश में ‘फैलोशिप’ भी मिली। उनके निधन से पत्रकारिता, लोक कला और साहित्य की अपूरणीय क्षति हुई है। ‘पाञ्चजन्य’ परिवार ईश्वर से प्रार्थना करता है कि वे कुमुद जी की आत्मा को सद्गति प्रदान करें।

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