बांग्लादेश में मुहम्मद यूनुस की अगुवाई वाली अंतरिम सरकार में इस्लामिक कट्टरपंथ तेजी से फैल रहा है। कट्टरपंथियों में कानून का खौफ बचा ही नहीं। बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे हमलों से समझा जा सकता है। ताजा मामला देश के मयमन सिंह जिले का बताया जा रहा है, जहां इस्लामवादियों ने बाउल संगीत समारोह को इस्लाम में हराम करार देते हुए हमला कर दिया।
एक्स हैंडल हिन्दू वॉयस की रिपोर्ट के अनुसार, मयमन सिंह जिले में लोगों के द्वारा बाउल संगीत समारोह आयोजित किया गया। सारी चीजें शांतिपूर्ण तरीके से चल रही थीं, लेकिन जैसे ही इसकी भनक मुस्लिम कट्टरपंथियों को लगी तो उन्होंने इसका आयोजन स्थल पर हमला कर दिया। सैकड़ों की संख्या में मुस्लिम कट्टरपंथियों ने आयोजन स्थल पर पहुंचकर गायकों और आयोजकों को जमकर पीटा। वहां पर रखे कुर्सियों और वाद्ययंत्रों को बेरहमी के साथ तोड़ दिया। यूजर ने कहा कि बांग्लादेश अब तालिबान स्टेट बनने की ओर बढ़ रहा है।
इसके साथ ही एक्स हैंडल ने इस घटना का वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें सैकड़ों की संख्या में मुस्लिमों की उन्मादी भीड़ अल्लाह हु अकबर के मजहबी नारे लगाती हुई आयोजन स्थल की ओर दौड़ रही थी। वहां पहुंचकर कट्टरपंथियों ने कुर्सियों को उछाल उछालकर लोगों पर हमले कर दिए। उन्हें मारा पीटा।
इक लहर नाम की एक यूजर ने कहा कि इन जोंकों को बहुसंस्कृतिवाद के नाम पर छात्रवृत्ति और आव्रजन का लाभ मिलता हैं। क्या मज़ाक है!!
गौरतलब है कि बाउल एक प्रकार का लोकगीत है। सामान्यतया बाउल संगीत गाने वालों को फकीर या जोगी की श्रेणी में रखा जाता है। मुख्यत: बाउल संगीत मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बंगाल आदि में हिन्दुओं के द्वारा गाया जाता है। इसी संगीत कार्यक्रम में मुस्लिम कट्टरपंथियों ने हमले किए।
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