हरिद्वार: स्थानीय चुनाव शुरू होते ही कट्टरपंथियों के हौंसले बुलंद होने लगते हैं। एक बार फिर से हरिद्वार जिले में एक मस्जिद का निर्माण कार्य तेजी से हुआ जिस पर हिंदू संगठनों ने एतराज उठाया है।
हरिद्वार के पास जमालपुर कलां में रातों रात एक मस्जिद का निर्माण होने लगा। सरकारी मशीनरी स्थानीय चुनावों में व्यस्त थी जिसका फायदा उठा कर टीन टप्पर में चल रही मस्जिद के पक्के निर्माण के लिए काम तेजी से करते हुए ऊंची दीवारें खड़ी कर लेटर डाल दिया गया। जानकारी मिलने पर एक हिंदुनिष्ठ संगठन के नेता अमित मुल्तानियां ने इसकी लिखित शिकायत हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण में दर्ज करवाई। जिसके बाद प्राधिकरण ने उक्त निर्माण कार्य को रुकवाया और सील कर दिया।
प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अंशुल सिंह ने बताया कि बजरंग दल संस्था से एक शिकायत पत्र आया था, जहां अवैध निर्माण हो रहा था मौके पर जाकर अभियंताओं ने जांच पड़ताल की जिसमें शिकायत को सही पाया और इमारत को सील करते हुए उन्हें नोटिस दे दिया गया है।
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उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट का निर्देश है कि बिना डीएम की अथवा प्राधिकरण की अनुमति से किसी भी धार्मिक स्थल का निर्माण अथवा मरम्मत का काम नहीं किया जा सकता। हरिद्वार में बनाई जा रही मस्जिद के निर्माण के लिए डीएम अथवा प्राधिकरण से कोई अनुमति नहीं ली गई है। जानकारी के मुताबिक पूर्व में उक्त कच्ची मस्जिद भी सरकारी भूमि पर कब्जा कर बनाई गई थी। यदि प्राधिकरण से उन्हें अनुमति मिलती तो उन्हें मस्जिद के भू स्वामित्व के दस्तावेज दिखाने पड़ जाते।
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कुछ समय पहले हरिद्वार में मंगलौर विधानसभा उपचुनाव के दौरान भीं ज्वालापुर इलाके में एक मस्जिद के गेट का निर्माण अवैध रूप से होने लगा था, जिसे प्राधिकरण ने चुनाव परिणाम आने के बाद ध्वस्त करवा दिया था। हरिद्वार जिले में अवैध मस्जिदों,मजारों के निर्माण और अवैध मदरसों के निर्माण की शिकायतें लगातार प्रशासन में दर्ज हो रही है। सनातन नगरी होने की वजह से गैर हिंदुओं के षड्यंत्रों से हिंदू जनमानस में तीखी प्रतिक्रिया है। हिंदू संगठनों ने हरिद्वार कुंभ क्षेत्र को सनातन क्षेत्र घोषित किए जाने की भी मांग की है, उल्लेखनीय है पूर्व में नगर पालिका बाई लॉज में हरिद्वार के घाटों पर गैर हिंदुओ के प्रवेश पर प्रतिबंध का उल्लेख मिलता है,जिस पर श्री गंगा सभा अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करती रही हैं।
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